☆ सूचनाएँ/Information ☆

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

💐 अट्टहास के प्रधान संपादक श्री अनूप श्रीवास्तव जी नहीं रहे – विनम्र श्रद्धांजलि 💐

अभी हम स्मृति शेष जय प्रकाश पांडे जी के अवसान से उबर भी नहीं पाए और एक और दुःखद समाचार मिला. य़ह व्यंग्य के क्षेत्र की अपूरणीय क्षति है.

अभी नवंबर 24 में कादम्बरी सम्मान समारोह में अनूप जी जबलपुर आए थे तब 3 दिन स्मृति शेष व्यंग्यकार श्री जय प्रकाश पांडे जी तथा मैं उनके साथ रहे और अट्टहास पत्रिका हम लोगों को सौंप कर वे निश्चिंत होना चाह रहे थे। इस बाबत उन्होंने हम लोगों से गहन चर्चा भी की थी. इसके साथ ही व्यंग्य की स्थिति और उसके उन्नयन पर बहुत ही सार्थक चर्चा की. 10 नवम्बर 24 को एक भव्य आयोजन में उन्होंने जबलपुर के व्यंग्यकारों को अट्टहास और माध्यम परिवार की ओर से व्यंग्य गौरव अलंकार से सम्मानित किया था. आप अपनी अगली पीढ़ी को व्यंग्य की बारीकियां समझाते और उन्हें अपनी पत्रिका में स्थान भी देते थे.

व्यंग्य के प्रकाश पुंज को ईश्वर अपने श्री चरणों में स्थान दें.

प्रस्तुति – श्री रमाकांत ताम्रकार, जबलपुर

💐 ई- अभिव्यक्ति परिवार की ओर से स्मृतिशेष अनूप श्रीवास्तव जी को विनम्र श्रद्धांजलि  💐

– श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’ ≈

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