☆ सूचनाएँ/Information ☆
(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)
साहित्य की दुनिया – श्री कमलेश भारतीय
(साहित्य की अपनी दुनिया है जिसका अपना ही जादू है। देश भर में अब कितने ही लिटरेरी फेस्टिवल / पुस्तक मेले / साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाने लगे हैं । यह बहुत ही स्वागत् योग्य है । हर सप्ताह आपको इन गतिविधियों की जानकारी देने की कोशिश ही है – साहित्य की दुनिया)
☆ सपना चौधरी ने कान में हरियाणा का बढ़ाया गौरव ☆
सपना चौधरी को कान फिल्म फेस्टिवल में आमंत्रित किये जाने से हरियाणा का गौरव बढ़ गया, इसमें कोई शक नहीं। बेशक साधारण ठुमके लगाते लगाते सपना असाधारण बनती चली गयी। मामूली वीडियोज से सपना को टीवी चैनलों के न्यौते आने लगे खासकर होली के अवसर पर! फिर वह बिग बाॅस तक पहुंची। इस तरह अब सपना कान तक पहुंच गयी! सपना को अपने पिता के निधन के बाद डांस ही एक सहारा लगा जिससे वह अपने परिवार की कमाऊ बेटी बन गयी। बीच में एक गाने के विवाद में उसे पीजीआई, रोहतक दाखिल करवाना पड़ा और वह कुछ समय डिप्रेशन में रही लेकिन फिर हिम्मत बटोरकर डांस शोज करने लगी और तब से पीछे मुड़कर नहीं देखा। वैसे राजनीति में भी कदम रखने की कोशिश की और एक ही दिन में कभी प्रियंका चौधरी तो कभी मनोज तिवारी के साथ दिखी। राजनीति सपना को रास नहीं आई और वह अपनी ही दुनिया में फिर से मस्त हो गयी! सपना की हिम्मत और संघर्ष को सलाम!
रेणु हुसैन के काव्य संग्रह का विमोचन : प्रसिद्ध कवयित्री रेणु हुसैन के नवप्रकाशित काव्य संग्रह ‘घर की औरतें और चांद’ का विमोचन नयी दिल्ली के साहित्य अकादमी के रवींद्र सभागार में आयोजित किया गया। भारतीय ज्ञानपीठ के पूर्व निदेशक व प्रसिद्ध रचनाकार लीलाधर मंडलोई ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की तो प्रसिद्ध कवि लक्ष्मी शंकर वाजपेयी मुख्यातिथि रहे। इनके अतिरिक्त नरेश शांडिल्य, सुमन केशरी, अनिल जोशी, कमलेश भारतीय, सागर स्यालकोटी आदि ने काव्य संग्रह पर अपने विचार रखे और शुभकामनायें दीं। ममता किरण ने संचलन किया जबकि प्रारम्भ में रेणु हुसैन ने अपनी रचना प्रक्रिया के साथ साथ कुछ चुनिंदा कविताओं का पाठ किया। अनेक साहित्यकार मौजूद रहे।
केहर शरीफ का जाना : पंजाब के बलाचौर के अपने पुराने मित्र और पिछले लम्बे समय से जर्मनी में बसे केहर शरीफ हमारे बीच नहीं रहे। बीमारी के चलते इन्हें जर्मनी के अस्पताल में दाखिल किया गया था लेकिन कुछ काम न आया। पंजाबी पत्रकारिता, अनुवाद और वामपंथी विचारक के रूप में केहर शरीफ की पहचान बनी हुई थी। विदेश में रहते भी उनके आलेख पंजाबी समाचारपत्रों में आते रहते थे। अलविदा केहर शरीफ!
सदीनामा का प्रवासी साहित्य विशेषांक : जीतेंद्र जीतांशु और मीनाक्षी सांगानेरिया के संपादन में सदानीरा पत्रिका का प्रवासी साहित्य विशेषांक प्रकाशित किया गया हे। इसका विमोचन भारतीय भाषा परिषद, कोलकात्ता में किया गया। सीमित साधनों में भी इस विशेषांक को निकलने पर बधाई।
साभार – श्री कमलेश भारतीय, पूर्व उपाध्यक्ष हरियाणा ग्रंथ अकादमी
संपर्क – 1034-बी, अर्बन एस्टेट-।।, हिसार-125005 (हरियाणा) मो. 94160-47075
(आदरणीय श्री कमलेश भारतीय जी द्वारा साहित्य की दुनिया के कुछ समाचार एवं गतिविधियां आप सभी प्रबुद्ध पाठकों तक पहुँचाने का सामयिक एवं सकारात्मक प्रयास। विभिन्न नगरों / महानगरों की विशिष्ट साहित्यिक गतिविधियों को आप तक पहुँचाने के लिए ई-अभिव्यक्ति कटिबद्ध है।)
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈