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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)
🍁 ।। “राहुल-कविता की संवेदना का संसार सघन है” ।। — प्रा. डॉ. मनोहर 🍁
“साहित्य अकादेमी” के केंद्रीय कार्यालय, दिल्ली में दिनांक 23.08.2023 को एक सादे समारोह में अकादेमी के सचिव डॉ. के. श्रीनिवास राव जी के कर-कमलों द्वारा प्रा. डॉ. मनोहर जी द्वारा संपादित तथा स्वराज प्रकाशन, दिल्ली द्वारा प्रकाशित हिंदी के कवि-आलोचक डॉ. राहुल जी की चयनित कविताओं का संकलन “शब्द साक्षी है” का विमोचन संपन्न हुआ. समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पंजाबी कवि, लेखक व अनुवादक श्री राजेंद्र ब्याला जी उपस्थित थे तथा समारोह के अध्यक्ष पद को डॉ. ओम निश्चल जी ने विभूषित किया.
समारोह का प्रास्ताविक डॉ. राहुल जी ने किया. उन्होंने अपने प्रास्ताविक में कहा कि यह सुखद – संयोग है कि प्रो. मनोहर जी द्वारा संपादित मेरी चयनित कविताओं का संग्रह “शब्द साक्षी है” के विमोचन के अवसर अकादेमी के यशस्वी सचिव डॉ. के. श्रीनिवास राव जी तथा डॉ. ओम निश्चल जी की गरिमामयी उपस्थित अति विशिष्ट है.
डॉ. मनोहर जी ने संपादकीय मनोगत प्रस्तुत किया. उन्होंने अपने मनोगत में कहा, “राहुल जी की कविताओं में सामाजिक-राजनीतिक विसंगतियों और विद्रूपताओं के प्रति जो आक्रोश व्यक्त हुआ है, वह साठोत्तरी व्यवस्था-विरोधी स्वर से मेल खाता है. हिंदी कविता में नयी कविता से जो अलग मोड़ आया था, डॉ. राहुल जी की कविता में उससे पृथक नयेपन का आभास होता है. राहुल जी की कविताएं भारतीयता और जीवन-मूल्यों, मानवता के प्रति असीम आस्था से भरपूर लगती हैं. उनकी कविताओं का कैनवास व्यापक है. कला-वैविध्य के साथ-साथ स्वागत कथन-शैली-रूपों में रचित ये कविताएं मनोवैज्ञानिक ढंग से जड़ता को मिटाती हैं. घटना का विन्यास बुनने का कौशल कवि में है. इसलिए राहुल जी की कविता और उसकी संवेदना का संसार सघन है.”
डॉ. के. श्रीनिवास राव जी ने डॉ. राहुल जी के सृजन-कर्म की सराहना करते हुए उनका अभिनंदन किया और उनके आगामी प्रकल्प तथा साहित्यिक लेखन कार्य के लिए शुभकामनाएं प्रदान की. डॉ. ओम निश्चल जी ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि, “डॉ. राहुल जी जमीन से जुड़े कवि हैं. उनमें भारतीयता की गंध है. समकालीनता के साक्षी हैं ये शब्द. शब्दों की बुनावट बहुत बारीक है.”
श्री कुमार अनुपम जी ने समारोह का कुशल संचालन तथा सुश्री आशा रानी जी ने आभार ज्ञापित किया. इस अवसर पर “शब्दसृष्टि” प्रतिष्ठान की न्यासी व सचिव तथा पत्रिका की संपादक सुश्री आशा रानी जी ने उनके द्वारा संपादित ग्रंथ “विजयिता” (डॉ. विजया का चुनिंदा रचना-संसार) की एक प्रति डॉ. के. श्रीनिवास राव जी को भेंट की. समारोह में विशेष रूप से प्रकाशक अजय मिश्रा जी तथा अजय कुमार शर्मा जी, आदि उपस्थित थे. अंत में, डॉ. राहुल जी ने सभी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की.
साभार – डॉ. प्रेरणा उबाळे
सहायक प्राध्यापक, हिंदी विभागाध्यक्षा, मॉडर्न कला, विज्ञान और वाणिज्य महाविद्यालय (स्वायत्त), शिवाजीनगर, पुणे ०५
संपर्क – 7028525378 / [email protected]
≈ ब्लॉग संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈