श्री प्रदीप शर्मा

(वरिष्ठ साहित्यकार श्री प्रदीप शर्मा जी द्वारा हमारे प्रबुद्ध पाठकों के लिए साप्ताहिक स्तम्भ “अभी अभी” के लिए आभार।आप प्रतिदिन इस स्तम्भ के अंतर्गत श्री प्रदीप शर्मा जी के चर्चित आलेख पढ़ सकेंगे। आज प्रस्तुत है आपका आलेख – “प्रायोजित विचार मंच।)

?अभी अभी # 516 ⇒ व्यंग्य – प्रायोजित विचार मंच ? श्री प्रदीप शर्मा  ?

जब मौलिक विचारों का अकाल पड़ जाता है तब विचार भी प्रायोजित होने लग जाते हैं। गर्मी में जैसे पीने के पानी की कमी होने

पर पानी के टैंकर घूमा करते हैं, ठीक उसी प्रकार विचारों के अभाव में सोशल मीडिया पर विचारों के टैंकर चलते फिरते नजर आएंगे।

आपको कुछ नहीं करना है, फेसबुक पर व्हाट्सएप पर थोक में विचार प्रेरित होते रहते हैं जो विचार आपको अच्छा लगे आप उसे पढ़े अथवा बिना पढ़े भी प्रायोजित कर सकते हैं। इसके लिए आपको सिर्फ उसे शेयर करना है। आपके शेयर करते ही उस विचार को लाइक्स और कमेंट्स मिलना शुरू हो जाएंगे और सोशल मीडिया सोशल मीडिया पर आपका भी नाम हो जाएगा, इस विचार के प्रायोजक हैं फलाने चंद जी। ।

इसमें ना तो आपकी हींग लगती है और ना ही फिटकरी। अब तो यह सर्वमान्य सत्य है।

यह प्रायोजित विचार ही आगे चलकर जन आंदोलन का रूप ले लेते हैं, समाज सुधार और हिंदू चेतना यूं ही चुटकियों में जागृत नहीं हो जाती, उसके लिए पीढ़ियां लग जाती हैं। बड़ी मुश्किल से सोयी कौम जागती है। ।

केवल कोई मौलिक और उत्कृष्ट सनातन विचार ही समाज को कुंभकर्ण की नींद से जगा सकता है। आप भी जागें, और थिंक टैंक पर निःशुल्क उपलब्ध प्रायोजित विचारों का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करें। हम बदलेंगे, युग बदलेगा। अलख निरंजन..!!

♥ ♥ ♥ ♥ ♥

© श्री प्रदीप शर्मा

संपर्क – १०१, साहिल रिजेंसी, रोबोट स्क्वायर, MR 9, इंदौर

मो 8319180002

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

 

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