सुश्री प्रभा सोनवणे

? कविता ?

नवरात्रि☆ सुश्री प्रभा सोनवणे ☆

मेरे घर आयी माता

अब रहेगी नौ दिन

हर्षित हुआ है मन ॥

*

 शैलपुत्री- कुआँरी है

 ब्रह्मचारिणी- योगिनी

 चंद्रघंटा – सुहासिनी ॥

*

मृगनयनी- कूष्मांडा

स्कंदमाता -फलदात्री

कात्यायनी, कालरात्री ॥

*

रूप अलग माता के

महागौरी, सिद्धीदात्रि

नौ दिन की नवरात्रि  ॥

*

आशा तुम विश्वास भी

हो ममता और माया

घरपर तेरी छाया ॥

*

गाती हूँ तेरी आरती

मधुरा – पिकबयनी

माता तुम सुभाषिणी

*

 रहूँ सदा चरणों में 

बस यही है कामना

नौ दिन की उपासना ॥

© प्रभा सोनवणे

संपर्क – “सोनवणे हाऊस”, ३४८ सोमवार पेठ, पंधरा ऑगस्ट चौक, विश्वेश्वर बँकेसमोर, पुणे 411011

मोबाईल-९२७०७२९५०३,  email- [email protected]

संपादक – हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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