श्री नरेंद्र श्रीवास्तव

हम ई-अभिव्यक्ति पर एक अभियान की तरह प्रतिदिन “संदर्भ: एकता शक्ति” के अंतर्गत एक रचना पाठकों से साझा कर रहे हैं। हमारा आग्रह  है कि इस विषय पर अपनी सकारात्मक एवं सार्थक रचनाएँ प्रेषित करें। हमने सहयोगी  “साहित्यम समूह” में “एकता शक्ति आयोजन” में प्राप्त चुनिंदा रचनाओं से इस अभियान को प्रारम्भ कर दिया  हैं।  आज प्रस्तुत है श्री नरेंद्र श्रीवास्तव जी की एक प्रस्तुति  “गाँधीजी”

☆  सन्दर्भ: एकता शक्ति ☆  गाँधीजी ☆

आजादी का नाम गाँधीजी।

बलिदान का दाम गाँधीजी।।

 

मोहनदास करमचंद गाँधी।

बापू पूरा नाम गाँधीजी।।

 

राष्ट्रपिता वे हम सबके हैं।

बारंबार प्रणाम गाँधीजी।।

 

सत्य,अहिंसा से हासिल की।

आजादी मुकाम गाँधीजी।।

 

जब तक सूरज-चाँद रहेगा।

अमर आपका नाम गाँधीजी।।

 

लाठी ले एक धोती पहने।

श्रद्धा के हैं धाम गाँधीजी।।

 

अंतिम साँसें, पल आखिरी।

कह गए, ‘ हे राम ! ‘ गाँधीजी।।

 

© श्री नरेन्द्र श्रीवास्तव

गाडरवारा, म.प्र

≈ ब्लॉग संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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