यात्रा संस्मरण ☆ न्यू जर्सी से डायरी… 7 ☆ श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’
ताकतवर ₹ है या $
इकानामिक्स भी पूरा राकेट साइंस है । जाने किन किन कारणों से करेंसी की क़ीमत कम ज्यादा हो जाती हैं, बजट आते ही शेयर का केंचुआ नीचे ऊपर होने लगता है ।
किसी शक्ति शाली देश की सरकार बदले तब तो दुनियां भर में अर्थशास्त्री अनुमान के गणितों की हेडलाइंस बनाते ही हैं। ब्रिटेन में उसी पार्टी की सरकार है, केवल प्रधान मंत्री बदले हैं, वहां की करेंसी पौंड्स £ के अंतर्राष्ट्रीय मूल्य ही बदल गए । कभी लगभग 100 भारतीय रु का पाउंड पिछले दो चार दिनों से 87 रु का हो गया है। मतलब लगभग डालर की कीमत पर ।
बहरहाल मैं आम आदमी की दृष्टि से रुपए और डालर की ताकत समझना चाहता हूं। कल शाम मैं पत्नी के साथ कुछ सामान लाने जर्सी के एक एशियन मार्केट गया था। दो चार दिनों के लिए, तीन व्यक्तियों के उपयोग लायक फल सब्जियां और किचन के कुछ अन्य सामान खरीदे , तीन कैरी बैग में सामान आ गया । बिल बना लगभग 100 डालर । अर्थात कोई आठ हजार रुपए । इतने रुपयों के बिल से भारत में मैं ट्राली भरकर महीने भर का राशन ले आता हूं ।
हंसते हुए मैंने यह बात बेटे से कही , तो उसने कहा की आप करेंसी कनवर्ट करके सोचना बंद कर दीजिए अन्यथा जब दस डालर में एक प्लेट समोसे और कोक लेंगे या तीस चालीस डालर में सामान्य सा भोजन करेंगे तो आप परेशान हो जायेंगे ।
जेएफके एयरपोर्ट से जर्सी सिटी तक का टैक्सी का किराया 150 $ होता है अर्थात कोई बारह हजार रुपए , यात्रा कोई एक डेढ़ घंटे में पूरी होती है , वह भी तब जब यहां पेट्रोल सस्ता है , गैलन में मिलता है , महज लगभग 80 रु लीटर ।
अब आप ही तय करिए की आम आदमी के लिए रुपया ताकतवर हुआ या डालर ?
विवेक रंजन श्रीवास्तव, न्यूजर्सी
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈