डॉ भावना शुक्ल
(डॉ भावना शुक्ल जी (सह संपादक ‘प्राची‘) को जो कुछ साहित्यिक विरासत में मिला है उसे उन्होने मात्र सँजोया ही नहीं अपितु , उस विरासत को गति प्रदान किया है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि माँ सरस्वती का वरद हस्त उन पर ऐसा ही बना रहे। आज प्रस्तुत हैं हाइकू…।)
☆ साप्ताहिक स्तम्भ # 223 – साहित्य निकुंज ☆
☆ हाइकू… ☆ डॉ भावना शुक्ल ☆
☆
जीना दुश्वार
होता रहा उनका
वक्त की मार
बुद्धि से काम
राजनीति के दांव
होगा संग्राम
होता अन्याय
अदालत में मिले
बच्ची को न्याय।
मासूमों पर
बलात्कार है होता
जीना दुश्वार
होती नादानी
दिखता आकर्षण
जान गवानी।
ऐसी संतान
माता पिता लगते
बोझ समान।
☆
© डॉ भावना शुक्ल
सहसंपादक… प्राची
प्रतीक लॉरेल, J-1504, नोएडा सेक्टर – 120, नोएडा (यू.पी )- 201307
मोब. 9278720311 ईमेल : [email protected]
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈