डॉ मिली भाटिया
डॉक्टर मिली के प्रेरणास्रोत उनके पापा श्री दिलीप भाटिया हैं ! डॉक्टर मिली कहती हैं, उनकी मम्मी श्यामा भाटिया ईश्वर के घर से उनको आशीर्वाद देकर उनकी उपलब्धि से ख़ुश होंगी। आज प्रस्तुत है श्री दिलीप भाटिया जी, सेवानिवृत्त परमाणु वैज्ञानिक के 73 वे जन्मदिवस पर उनकी पुत्री डॉ मिली भाटिया जी द्वारा रचित भावप्रवण कविता। कृपया शब्दशिल्प नहीं भावनाओं को आत्मसात करें।
☆ कविता ☆ पापा… ☆ डॉ श्रीमती मिली भाटिया ☆
पापा…
पापा शब्द में दुनिया बसती है मेरी
पापा से ही पीहर मेरा,
पापा से ही मायका
पापा ही भाई का रूप
पापा ही मेरे बचपन से दोस्त
पापा मेरे गुरु
पापा मेरे सरल
पापा मेरे अटल
पापा मेरी छाँव
पापा मेरी शान
पापा मेरे ईश्वर “राम” जैसे
पापा हैं श्रवणकुमार
पापा को हमेशा चुप रहते देखा
आँसू छुपाकर जीते देखा
बच्चों में ख़ुशियाँ तलाशते देखा
दादी की जी-जान से सेवा करते देखा
मम्मी का हमेशा साथ देते देखा
सरल सादा जीवन जीते देखा
सबकी सेवा तन-मन-धन से करते देखा
उनकी मुस्कुराहट के पीछे दर्द को
शायद किसी ने नहीं देखा
मेरे लिए “माँ” बनकर जीते
मेरी ज़िद्द पूरी करते
मेरी बेटी को बेस्टफ़्रेंड कहते
अब्दुल कलाम जी से सम्मानित
रक्तदान का रिकार्ड बनाते
सबसे अच्छे मेरे पापा
जन्मदिन मुबारक पापा!!
डॉक्टर मिली भाटिया
रावतभाटा – राजस्थान
मोबाइल न०-9414940513
≈ ब्लॉग संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈