(हम प्रतिष्ठित साहित्यकार श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’ जी के आभारी हैं जिन्होने साप्ताहिक स्तम्भ – “विवेक की पुस्तक चर्चा” शीर्षक से यह स्तम्भ लिखने का आग्रह स्वीकारा। इस स्तम्भ के अंतर्गत हम उनके द्वारा की गई पुस्तक समीक्षाएं/पुस्तक चर्चा आप तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे। अब आप प्रत्येक मंगलवार को श्री विवेक जी के द्वारा लिखी गई पुस्तक समीक्षाएं पढ़ सकेंगे। आज प्रस्तुत है पुस्तक “इस समय तक ” पर श्री विवेक जी की पुस्तक चर्चा।)
☆ साप्ताहिक स्तम्भ – विवेक की पुस्तक चर्चा – # 10 ☆
☆ पुस्तक – इस समय तक ☆
पुस्तक – इस समय तक
लेखक : धर्मपाल महेंद्र जैन, टोरंटो, केनेडा
कविता संग्रह इस समय तक क)
धर्मपाल महेंद्र जैन, टोरंटो, केनेडापृष्ठ १६०, मूल्य २५०, हार्ड बाउंड, टेबल बुक
पृष्ठ १६०, मूल्य २५०, हार्ड बाउंड, टेबल बुक
प्रकाशक.. शिवना प्रकाशन सीहोर
☆ काव्य संग्रह : इस समय तक – चर्चाकार…विवेक रंजन श्रीवास्तव ☆
कवि के समाज सापेक्ष मनोभावो की कलात्मक अभिव्यक्ति ही कविता होती है. धर्मपाल महेंद्र जैन का अनुभव संसार व्यापक रहा है, वे झाबुआ जैसे गांव में जन्म लेकर आज टोरंटो में जा बसे हैं, ३५ वर्षो तक भारतीय बैंको में जिम्ंमेदार पदो पर कार्यरत रहते हुये उन्होने लोगों को बहुत पास से पढ़ा हैं. शिवना प्रकाशन सीहोर ने इंटरनेट के माध्यम से और मुद्रण के स्तरीय पैमानो पर नये लेखको को वैश्विक मंच दिया है. इसी क्रम में इस समय तक कविता संग्रह के रूप में माँ, प्यार, बेटी, शब्द, गांव, प्रकृति, सत्ता, आदमी जैसे शीर्षको के अंतर्गत विभिन्न उप शीर्षको से छोटी बड़ी कवितायें करीने से प्रस्तुत की गई हैं. शिवना प्रकाशन ने किंचित न या प्रयोग करते हुये चौकोर आकार की सुंदर सी पुस्तक के रूप में इन कविताओ को साफ सुथरी प्रिंटिग में सहेजा है.डा कमल किशोर गोयनका नें भूमिका में बहुत अच्छी तरह कवि की रचनात्मक संवेदना को पहचाना है. हर कविता एक सुविचार को रेखांकित करती है, व पाठक को वैचारिक सामग्री देती है, जिसे वह अपनी समझ के अनुसार पोषित कर सकता है.
चर्चाकार.. विवेक रंजन श्रीवास्तव, ए १, शिला कुंज, नयागांव,जबलपुर
मो ७०००३७५७९८