हेमन्त बावनकर

☆ ई-अभिव्यक्ति के छह सफल वर्ष – उपलब्धियां और आपका स्नेह-प्रतिसाद ☆ हेमन्त बावनकर ☆

प्रिय मित्रो,

समय पंख लगाकर कितनी तेजी से उड़ जाता है न। गणपति बाप्पा अपने साथ उत्सवों कि सौगात लेकर आए और हमारे जीवन में ज्ञान का दीपक प्रज्ज्वलित कर गए, जिसे हमें अगले वर्ष तक और आगे भी प्रज्वलित रखना है। हमने उनसे प्रार्थना जो की है “गणपती बाप्पा मोरया, पुढच्या वर्षी लवकर या”। दो माह होने जा रहे हैं और अभी भी हमें दीपावली विशेषांकों (हिन्दी और मराठी) से संबन्धित आपके उत्साहजनक और प्रेरणास्पद संदेश मिल रहे हैं। हमें कल्पना भी नहीं थी कि आप सभी का इतना स्नेह और प्रतिसाद मिलेगा। इस सफलता के लिए हम आपके इस आत्मीय स्नेह के लिए हृदय से आभारी हैं, कृतज्ञ हैं।

हिन्दी, मराठी और अंग्रेजी भाषा में प्राप्त साहित्य को संकलित करते समय हमसे हमारे कुछ अतिप्रिय प्रबुद्ध लेखकों की रचनाएँ समय पूर्व प्राप्त होने के पश्चात भी त्रुटिवश प्रकाशित न हो सकीं इसके लिए हमें अत्यंत खेद है। इस मानवीय त्रुटि के लिए हम आपसे क्षमा चाहते हैं।

इस पूरी प्रक्रिया में हमें पता भी नहीं चला कि हमने भारत में 2022, 2023 और 2024 में लगातार फ्लिप बुक फॉर्मेट में दीपावली विशेषांक प्रकाशित करने का इतिहास रच  दिया है। ई-अभिव्यक्ति एकमात्र समूह है जो भारत में फ्लिपबुक फॉर्मेट में 2022 से लगातार हिन्दी और मराठी भाषाओं में दीपावली विशेषांक प्रकाशित कर रहा है।

मुझे आप सभी से कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। गत माह 15 अक्तूबर 2024 को ई-अभिव्यक्ति ने अपने 6 सफल वर्ष पूर्ण किए और 15 अगस्त 2024 को ई-अभिव्यक्ति (मराठी) ने अपने सफल 4 वर्ष पूर्ण किए। इसके साथ ही हमारी वेबसाइट पर विजिटर्स की संख्या 6,13,700+ हो गई है। इन पंक्तियों के लिखे जाते तक ई-अभिव्यक्ति में हिन्दी, मराठी और अंग्रेजी भाषाओं में 25,250+ रचनाएँ प्रकाशित हो चुकी हैं।

इसके अतिरिक्त हमने भारत की निम्नलिखित ब्लॉग डायरेक्ट्री में सम्माननीय स्थान पाया है:-

IndiaTopBlogs 2024, INIBLOGHUB और   मराठी ब्लॉग लिस्ट

सर्वोत्कृष्ट स्तरीय सकारात्मक साहित्य, उपरोक्त उपलब्धियां,आपका स्नेह और प्रतिसाद हमें सदैव नए साहित्यिक एवं तकनीकी प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं। हमारे संपादक मण्डल के सभी सदस्य अपनी-अपनी सेवाओं से सेवानिवृत्त होकर माँ सरस्वती की सेवा में निःस्वार्थ और स्वांतः सुखाय सेवाभाव से सेवारत हैं। आपका आत्मीय स्नेह ही हमारा संबल है। 

इन सभी उपलब्धियों से ई-अभिव्यक्ति परिवार गौरवान्वित अनुभव करता है। हम आशा करते हैं कि- आप सभी का यह अपूर्व आत्मीय स्नेह एवं प्रतिसाद इसी प्रकार हमें मिलता रहेगा। 

आपसे सस्नेह विनम्र अनुरोध है कि आप ई-अभिव्यक्ति में प्रकाशित साहित्य को आत्मसात करें एवं अपने स्वजनों / मित्रों से सोशल मीडिया पर साझा करें। 

एक बार पुनः आप सभी का हृदय से आभार।

सस्नेह

हेमन्त बावनकर

24 नवंबर 2024  

टीप – दिसंबर माह से ई-अभिव्यक्ति पाक्षिक अवकाश लेना चाहता है। अतः दिसंबर माह से प्रत्येक 14 एवं 28 तारीख को प्रकाशन को विराम देना चाहेंगे। कुछ अपरिहार्य कारणों से  28 नवंबर से 1 दिसंबर 2024 तक चार दिनों के लिए ई-अभिव्यक्ति के प्रकाशन में विराम दे रहे हैं। 2 दिसंबर से पुनः प्रकाशन प्रारम्भ होगा। आशा है आप सभी का सहयोग और स्नेह मिलेगा।  

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