मराठी दिवस व कुसुमाग्रजांच्या जन्मदिवसा निमित्त
हायकू : सुश्री स्वप्ना अमृतकर
जन्मदिवस
वर्षाव सदिच्छांचा
क्षण मोलाचा           १,
कुसुमाग्रज
दिव्य मराठी कवी
तेजाळ रवी             २,
थोर तो दिवा
अंधारात विझला
वाटतो हेवा            ३,
माय मराठी
उमेद लेखणीला
देऊनी गेला            ४,
मराठी दिनी
देव्हांर्‍र्रा शारदेचा
शब्दपंक्तिचा            ५….
© स्वप्ना अमृतकर (पुणे)
image_print
0 0 votes
Article Rating

Please share your Post !

Shares
Subscribe
Notify of
guest

8 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments

खुब छान सुन्दर

Swapna

मन:पूर्वक धन्यवाद ..

उमेश जोशी

सुंदर

Pradnya Santosh Garibe

Ati sunder ?

Swapna

मन:पूर्वक धन्यवाद ..

Swapna

धन्यवाद ..

राधिका

खुप सुंदर रचना !

Swapna

मन:पूर्वक धन्यवाद ..