श्रीशैल चौगुले
कवितेचा उत्सव
☆ जननी ध्यास… ☆ श्रीशैल चौगुले ☆
☆
श्रीरामाविन व्याकुळ जननी
जानकी पतिव्रता जप मनी //
*
मर्यादा पुरुषोत्तम राम
कुणी आळवी राधिकेय शाम
धन्य अयोध्या, रघुवीरे ऋणी
जानकी पतिव्रता जप मनी //
*
कौश्यलेचा सत्य’सुपूत्र
शबरी ,जांबुवंत,जटायू
हनुमान रक्षका भक्त गुणी
जानकी पतिव्रता जप मनी //
*
श्रीगणेश उद्धारित प्रारब्धे
भुलोकी रामायण पुण्य शब्दे
साकार साक्षात वाल्मिकी मुनी
जानकी पतिव्रता जप मनी //
☆
© श्रीशैल चौगुले
मो. ९६७३०१२०९०.
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – सौ. उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈