श्री आशिष बिवलकर
चित्रकाव्य
– त्रिगुणात्मक हो… – ☆ श्री आशिष बिवलकर ☆
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त्रिगुणात्मक हो | गुरुदेव दत्त |
प्रसन्न हे चित्त | दर्शनाने ||१||
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अनुसया अत्री | लाभे माता पिता |
ध्यान सर्वज्ञाता | दत्तात्रेय ||२||
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ब्रम्हा विष्णू शिव | एकत्र साकार |
दत्त अवतार | सृष्टीतत्व ||३||
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कामधेनू उभी | चार वेद श्वान |
अवधूत ध्यान | गुरुदेव ||४|
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दत्त संप्रदाय | कठीण साधना |
आनंद जीवना | भक्तीमार्ग ||५||
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दत्त महाराज | व्हावी मज कृपा |
भवसिंधू सोपा | तारायासी ||६||
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श्री दत्त जयंती | उत्सव सोहळा |
भक्तीमय मेळा | साधकांचा ||७||
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© श्री आशिष बिवलकर
बदलापूर
मो 9518942105
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – सौ. उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈