श्री आशिष बिवलकर
चित्रकाव्य
– अराजक… – ☆श्री आशिष बिवलकर ☆
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बांग्लादेश जळे | माजे अराजक |
हसीना बेशक | || आश्रयास ||१||
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लाडकी बहीण | भारतात आली |
उरला ना वाली | तिच्या देशी ||२||
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लोकशाही लागे | उतरती कळा |
लष्कराच्या बळा | बांग्लादेश ||३||
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कट्टर पंथीय | करी नंगा नाच |
पलायन हाच | एक मार्ग ||४||
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आरक्षण पेटे | आंदोलन मुद्दा |
ठोकशाही गुद्दा | पाठी तिच्या ||५||
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सत्तावन देशी | सत्ता एक धर्म |
सहिष्णूता मर्म | हिंदुस्थान ||६||
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भारतात ज्यांना | वाटे खोटी भीती |
विपरीत मती | जाणा त्यांची ||७||
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© श्री आशिष बिवलकर
दि. 07 ऑगस्ट 2024
बदलापूर
मो 9518942105
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – सौ. उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈