श्रीमति उर्मिला उद्धवराव इंगळे

 

(वरिष्ठ  मराठी साहित्यकार श्रीमति उर्मिला उद्धवराव इंगळे जी का धार्मिक एवं आध्यात्मिक पृष्ठभूमि से संबंध रखने के कारण आपके साहित्य में धार्मिक एवं आध्यात्मिक संस्कारों की झलक देखने को मिलती है.  आज उनकी कविता  धार्मिक एवं सामयिक है.  आज प्रस्तुत है उनकी कविता  – “अष्टादशभुजा देवी महिषासुरमर्दिनी”.)

 

☆ अष्टादशभुजा देवी महिषासुरमर्दिनी ☆

 

महिषमर्दिनी लक्ष्मी

अष्टादशभुजा देवी

सर्व देवांचे तेज ही

हीच महालक्ष्मी देवी !!१!!

 

ही श्रेष्ठ उत्तम गुणी

वध महिषासुराचा

करण्यास अवतार

केलासे धारण हिचा !!२!!

 

वधुनिया महिषाला

देवकार्य तिने केले

महिषासुर मर्दिनी

म्हणुनचि संबोधिले !!३!!

 

©®उर्मिला इंगळे, सातारा

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