☆ सूचनाएँ/Information ☆
(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)
☆ डॉ कुंदन सिंह परिहार भोपाल में भवभूति अलंकरण से सम्मानित – अभिनंदन ☆ प्रस्तुति – श्री जयप्रकाश पाण्डेय ☆
मध्यप्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन के नीलम जयंती समारोह का भव्य आयोजन मायाराम सुरजन भवन, भोपाल में प्रदेश अध्यक्ष श्री पलाश सुरजन जी के रचनात्मक नेतृत्व में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर साहित्य सम्मेलन का प्रतिष्ठित भवभूति अलंकरण वर्ष 2024 के लिए सुविख्यात व्यंग्यकार/कथाकार डॉ कुंदन सिंह परिहार, जबलपुर को हिंदी साहित्य सम्मेलन भोपाल के ‘नीलम शब्द उत्सव’ के गरिमामय समारोह में प्रदान किया गया।
कवि, कथाकार, कलाविद श्री प्रयाग शुक्ल, ‘लमही’ के संपादक श्री विजय राय व हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष श्री पलाश सुरजन ने डॉ परिहार का सम्मान करते हुए शाल श्रीफल एवं चैक प्रदान किये। उल्लेखनीय है कि इस प्रतिष्ठापूर्ण अलंकार के निर्णायक मंडल में श्री राजेश जोशी, डॉ उर्मिला शिरीष तथा डॉ निरंजन श्रोत्रिय शामिल थे।
देश भर से आए रचनाकारों के बीच ख्यातिलब्ध कवि चिंतक श्री प्रयाग शुक्ल ने अपने उद्बोधन में कहा कि – ‘साहित्य,संस्कृति का यह विराट अनुष्ठान है जिससे जुड़कर हम सब खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।नाम में ही बहुत कुछ रखा है।सम्मेलन के पुरस्कारों के नाम हमारी विरासत के प्रतीक हैं।’
डॉ परिहार को भवभूति अलंकरण मिलने की खुशी में माध्यम साहित्यिक संस्था जबलपुर ईकाई के सचिव श्री जय प्रकाश पाण्डेय, कहानी मंच के श्री रमाकांत ताम्रकार, विवेचना के श्री हिमांशु राय, प्रलेस के श्री तरुण गुहा नियोगी के अलावा ‘जबालि व्यंग्यम परिवार‘ एवं संस्कारधानी की अनेक संस्थाओं की ओर से बधाई और शुभकामनाएं।
प्रस्तुति – श्री जय प्रकाश पाण्डेय, जबलपुर
ई- अभिव्यक्ति परिवार की ओर से डॉ कुंदन सिंह परिहारजी को इस विशिष्ट सम्मान के लिए हार्दिक बधाई
≈ श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈