सूचनाएँ/Information
(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)
24 मई 2020 को साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था “मन्थन” की अखिल भारतीय काव्य गोष्ठी जो कि कोरोना योद्धाओं के सम्मान में ज़ूम एप्प पर सायं 3 बजे से श्री विजय नेमा अनुज की अध्यक्षता श्री सूरज राय सूरज जी के मुख्य आथित्य में सोल्लास सम्प्पन हुई। गोष्ठी में डॉ सलमा जमाल, बंगलोर से श्रीमती मधु सक्सेना, इंदौर से स्मिता माथुर, बरेली से अदीबा रहमान, मनोज शुक्ल, श्री राजेन्द्र जैन रतन, सतीष जैन नवल, सिवनी से कविता नेमा, श्री सलिल तिवारी और श्री संतोष नेमा “संतोष”ने एक से बढ़कर एक रचनाएँ सुनाई कार्यक्रम का प्रारम्भ श्रीमती स्मिता माथुर द्वारा सरस्वती वंदना से हुआ. गोष्ठी का बखूबी संचालन श्री सतीष जैन नवल एवं आभार प्रदर्शन सन्तोष नेमा “संतोष द्वारा किया गया.
ये पंक्तियां खूब सराही गई
भूख पेट में दबा कर,चलता नँगे पांव
राजनीति की तपन में,कहाँ मिलेगी छाँव
श्री मनोज शुक्ल जी की
प्रियवर मुझे न दो आमंत्रण।
कोरोना का हुआ आक्रमण।
तेरा हो या मेरा जीवन
हो विषाणु पर पूर्ण नियंत्रण
श्री सतीष नवल जी
हार बांहों का जैसे कैद खाना हो गया
चोरनी सा दिल जैसे थाना हो गया
प्रस्तुति – श्री संतोष नेमा “संतोष, अध्यक्ष , मंथन, जबालपुर म प्र
सराहनीय प्रयास,बावनकर जी बधाई