☆ सूचनाएँ/Information ☆

(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

🌹 साहित्यिक गतिविधियाँ ☆ भोपाल से – सुश्री मनोरमा पंत 🌹

(विभिन्न नगरों / महानगरों की विशिष्ट साहित्यिक गतिविधियों को आप तक पहुँचाने के लिए ई-अभिव्यक्ति कटिबद्ध है।)  

☆ डॉक्टर मनोज को रमन रिसर्च  फैलोशिप ☆

भोपाल के साइंटिस्ट डाॅ. मनोज कुमार गुप्ता को साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च काउंसिल की ओर से रमन रिसर्च फैलोशिप 2022-23के लिए सिलेक्ट किया गया ।यह फैलोशिप  इंजीनियरिंग साइंस के क्षेत्र  में दी गई  है ।

☆ भारतीय  कला और  एवं संस्कृति पर बुक लिखने में डाॅक्टर रंजन को लगे पाँच वर्ष ☆

2002 बैच के झारखंड कैडर के आइएएस डाॅ.रंजन ने तीन खंडों में कला संस्कृति के हर पक्ष को ध्यान  में रखकर पुस्तक  लिखी ।

“विज्ञान की गल्प  कथाएं लिखना चाहिए, ये  बच्चों का इमेजिनेशन बढ़ाती है  यह बात”टीनू का पुस्तकालय “पुस्तक  पर चर्चा करते हुए बाल कल्याण  एवं बाल साहित्य  शोध केन्द्र  में आदित्य अकादमी के निदेशक   विकास  दवे ने  कही ।मुख्य  अतिथि कुंकुम गुप्ता ने बच्चों को बाल कहानियाँ  पढ़ने पर जोर दिया ।सुमन ओबेराय  ने आज के मनोविज्ञान  के अनुसार  बाल साहित्य  लिखने के लिए  कहा ।इंदिरा त्रिवेदी ने कहा-बाल कहानियाँ सरल सहज और बच्चों की जिज्ञासा के अनुसार होनी चाहिए  ।

 लघुकथाकार  अपूर्व  सेन के नए लघुकथा संग्रह  ‘धुंध छँटते ही ‘ का लोकार्पण  वरिष्ठ  साहित्यकार  उर्मिला शिरीष  की अध्यक्षता में म.प्र.राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के बैनर तले हुआ ।

☆ मनीष  बादल  के गजल संग्रह  का लोकार्पण ☆

मनीष  बादल  के गजल संग्रह  ‘दो मिसरों में’ का लोकार्पण  जनजातीय  संग्रहालय में लोकार्पण  हुआ ।

☆ सरोकार साहित्य संवाद की व्यंग गोष्ठी सम्पन्न ☆

भोपाल | सरोकार साहित्य संवाद की व्यंग्य गोष्ठी वरिष्ठ व्यंग्यकार डॉ.हरि जोशी की अध्यक्षता एवम वरिष्ठ साहित्यकार श्री देवेंद्र जैन के मुख्य आतिथ्य एवम वरिष्ठ कवि प्रो0 चित्रभूषण श्रीवास्तव ‘ विदग्ध’ एवम वरिष्ठ कवि कथाकार श्री बलराम गुमाश्ता के विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुई |

कार्यक्रम के प्रारम्भ में सरोकार साहित्य संवाद की और से संस्था के संस्थापक अध्यक्ष व्यंग्यकार श्री कुमार सुरेश ने स्वागत उदबोधन किया इस अवसर पर उन्होंने पुस्तकें भेंटकर मंचस्थ अतिथियों का स्वागत किया |

साहित्यकार घनश्याम मैथिल “अमृत” के संचालन में व्यंग्य गोष्ठी आरम्भ हुई जिसमें सर्वप्रथम व्यंग्यकार श्री कुमार सुरेश ने ‘सरकारी बैठक ‘ एवं ‘आम आदमी को वॉशरूम का सपना ‘ व्यंग्यों का प्रभावी वाचन किया, व्यंग्यकार श्री विवेकरंजन श्रीवास्तव ने ‘किंकर्तव्यविमूढ़ अर्जुन ‘ और ‘आदमी को मयस्सर नहीं इंसा होना ‘ सुनाकर उपस्थितजनों को भाव विभोर कर दिया |

अगले क्रम में व्यंग्यकार श्री अशोक व्यास ने समसामयिक व्यंग्य ‘होली के रंग बापू के संग ‘प्रस्तुत कर श्रोताओं को ताली बजाने पर विवश कर दिया ,इस व्यंग्य गोष्ठी में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ जवाहर कर्नावट के व्यंग्य ‘गरीब जो देखन चला ‘ को भी उपस्थितजनों का भरपूर आशीर्वाद मिला | इस गोष्ठी में वरिष्ठ कवियत्री कथाकार डॉ नीहारिका रश्मि के व्यंग्य ‘देशभक्ति ज़िंदाबाद ‘ को भी खूब पसंद किया गया |

श्री सुरेश पटवा ने उन्होंने ‘एक हिंदी सेवी की विदेश यात्रा ‘ व्यंग्य का पाठ किया | इसके पश्चात सुपरिचित व्यंग्यकार श्री विजी श्रीवास्तव ने ‘एक गधे को कुत्ते की मौत ‘ व्यंग्य का पाठ कर इस व्यंग्य गोष्ठी को यादगार बनाकर शिखर तक पहुंचा दिया |

इस आयोजन में डॉ हरि जोशी के आत्मकथा सङ्ग्रह ‘ तूफानों से घिरी ज़िन्दगी ” का लोकार्पण किया गया | इस अवसर पर आयोजन के मुख्य अतिथि श्री देवेंद्रकुमार जैन ने अपने उद्बोधन में व्यंग्य की बढ़ती स्वीकार्यता पर प्रकाश डाला और कार्यक्रम के अध्यक्ष वरिष्ठ व्यंग्यकार डॉ हरि जोशी ने समकालीन व्यंग्य के समक्ष उपस्थित चुनोतियों की चर्चा की कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि कवि कथाकार श्री बलराम गुमाश्ता ने व्यंगकार को पक्ष अथवा विपक्ष में नहीं बल्कि प्रतिपक्ष की भूमिका निर्वहन की बात की ,इस आयोजन में वरिष्ठ साहित्यकार प्रो0चित्रभूषण श्रीवास्तव विदग्ध ने भी अपने महत्वपूर्ण विचार साझा किए |

☆ शिखर साहित्य संगम भोपाल द्वारा होली विषय पर काव्य गोष्ठी का आयोजन सम्पन्न ☆

शिखर साहित्य संगम भोपाल का आभासी पटल पर होली महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत होली विषय पर  काव्य गोष्ठी का आयोजन सम्पन्न हुआ।कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ.वंदना मिश्र जी साहित्यकार पूर्व प्रधानाचार्य  हमीदिया स्कूल भोपाल ने की।

मुख्य अतिथि  उषा सक्सेना जी भोपाल लेखिका साहित्यकार थी। विशेष अतिथि डॉ हरिदत्त गौतम ‘अमर’ जी,मोदी नगर गाजियाबाद (उ. प्र.)थे। सरस्वती वंदना का पाठ डॉ प्रो.मंजरी अरविंद गुरु,रायगढ़ (छ. ग.)किया । सभी साहित्यकारों का स्वागतम अभिनन्दन एवम संचालन शिखर पटल के अध्यक्ष कवि अशोक गौतम ने किया। अंत में  सभी का आभार व्यक्त  कवि चन्द्रभान सिंह चन्दर  जी ने किया।

आज की विशेष  होली काव्य गोष्ठी में जिन कवि कवयित्रियों ने काव्य के रंग बिखेरे उनमें मनोरमा पंत जी,भोपाल, रेखा कापसे,  कुमुद जी, बिहारी लाल सोनी अनुज कवयित्री अनीता शरद झा,आशा सिंह कपूर ,अंजली कुमार, पद्मा तिवारी, उषा सक्सेना जी,सुनीता मुकर्जी  जी, मधुलिका सक्सेना ,डॉ प्रो. मंजंरी,डॉ हरिदत्त गौतम ,रामलाल द्विवेदी ,चन्द्रभान सिंह चन्दर, डॉ वंदना मिश्र  डॉ औरिना अदा जी,रागिनी मित्तलडॉ प्रियंका भट्ट जी, पुष्पा गुप्ता ,तथाकविअशोक गौतम भोपाल नेकाव्य पाठ किया।

☆ अ. भा .कला मँदिर भोपाल द्वारा होली पर काव्य गोष्टी संपन्न ☆

अ. भा .कला मँदिर भोपाल द्वारा दिनाँक 11.  3. 2023 को ‘रंगोत्सव’ संस्था प्रमुख डाॅ. गौरी शंकर गौरीश  की अध्यक्षता में मनाया गया। समारोह  के मुख्य  अतिथि थे डाँ के जी सुरेश कुलपति माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता वि. वि,  विशिष्ट अतिथि श्री आलोक सँजर पूर्व साँसद म.प्र शासन ,और सारस्वत अतिथि थे डाँ सुरेन्द्र विहारी गोस्वामी पूर्व निर्देशक ग्रँथ अकादमी कार्यक्रम  का प्रारम्भ  अतुल शर्मा की सुदंर सगीतमयी सरस्वती वंदना से हुआ ।

सबसे पहले सँगीतमय फूलमार होली खेली गई। जिसे सरस्वती संगीत विद्यालय ने एक मनोहारी होली गीत  द्वारा जीवंत किया।फिर  बुँदेली होली, बृज की होली ,पारँपरिक होली एवं लोकगीतों  से पूरा सभागार  होली मय  हो गया ।कलाकार थेआशा श्रीवास्तव,सुधा दुबे,श्रीमती  रजनी वर्मा सुषमा   श्रीवास्तव ‘सजल’ राधारानी चौहान,और सभी के साथी ।राजेन्द्र  गट्टानी ,गोकुल सोनी,राकेश कुमार हैरत,    लोकगायक रामनरेश, तथावंदना खरे ने भी अपनी रचनाओं से सबको मंत्र मुग्ध  कर दिया ।

सभाध्यक्ष  गौरीशंकर  गौरीश  ने होली के महत्व को बताया ।मुख्य अतिथि श्रीके.जी .सुरेश ने अपने उद्बोधन  भाषण में कहा कि रंगोत्सव  जैसे कार्यक्रम  हमारी संस्कृति की पुष्टि करते हैं ।विशिष्ट  अतिथि आलोक संजर जी ने आज विद्वान  नहीं विद्यावान बनने की आवश्यकता है ।सारस्वत  अतिथि के रूप में गोस्वामी जी ने प्रमुख चार रंगों के माध्यम सप्रेम को परिभाषित  किया कि ईश्वर  के रंग में रंग जाना ही वास्तविक  प्रेम है ।

कार्यक्रम  का संचालन  हरिवल्लभ  जी शर्मा  एवं मधु शुक्ला ने किया तथा आभार प्रदर्शन मनोरमा पंत द्वारा किया गया ।

साभार – सुश्री मनोरमा पंत, भोपाल (मध्यप्रदेश) 

 ≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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