☆ सूचनाएँ/Information ☆
(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)
साहित्यिक गतिविधियाँ ☆ भोपाल से – सुश्री मनोरमा पंत
(विभिन्न नगरों / महानगरों की विशिष्ट साहित्यिक गतिविधियों को आप तक पहुँचाने के लिए ई-अभिव्यक्ति कटिबद्ध है।)
लालजी राम मीना ने सहरिया जाति पर दिया व्याख्यान
भोपाल के जनजाति एवं अनुसंधान विशेषज्ञ लालजीराम मीणा ने शिवपुरी जिले के पिछोर में सहरिया जाति की उत्पत्ति,निवास क्षेत्र,देवी देवताओं एवं देवलोक से संबंधित धार्मिक मान्यताओं पर विशद व्याख्यान दिया। विश्व बैंक परियोजना एवं आइएएस के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में जीवाजी विश्व विद्यालय के कुलपति श्री अविनाश तिवारी सहित कई विद्वान उपस्थित रहे।
हिन्दी भवन में राष्ट्रीय दिव्यांग साहित्य समागम
हिन्दी भवन में आठ फरवरी को राष्ट्रीय दिव्यांग साहित्य समागम हुआ जिसमें देश भर के दिव्या आदित्यनाथ और कवि शामिल हुए।यह समागम समारोह एलएलबी कालेज के सहायक अध्यापक डॉ राधेश्याम पानवरिया की ओर से किया गया।इसकी अध्यक्षता कथाकार उर्मिला शिरीष ने की और मुख्य अतिथि गीतकार ऋषि शृंगारी तथा विशिष्ट अतिथि गीतकार और आलोचक डा.सुधीर शर्मा थे।
साहित्य और भाषा पर अंतर महाविद्यालयीन प्रतियोगिताएं आयोजित
संत हिरदाराम कन्या महाविद्यालय की लिटरेचर कमेटी ने साप्ताहिक फेस्ट लिटरेरियों का आयोजन किया इसका मुख्य उद्देश्य छात्राओं में साहित्य और भाषा के प्रति रूचि जागृत करना था।इस आयोजन में अंतर महाविद्यालयीन स्तर पर तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता,,काव्यपाठ,वाद विवाद,सोलो एक्ट,स्टेटस अप कामेडी, एवं निबन्ध प्रतियोगिता की गई। इस आयोजन में योगीराज योगेश वरिष्ठ पत्रकार, डा.राना लोधी, प्राचार्य नारायण ई टेक्नो स्कूल,अमिता दुबे परमार समाचार वाचिका दूरदर्शन, संस्था के निदेशक हीरो ज्ञान चंदानी, प्राचार्य डालिमा पारवानी सहित अनेक शिक्षाविद उपस्थित रहे।
प्रो.के जी श्रीवास्तव को मिला काशी सम्मान
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय विश्व विद्यालय के प्राचार्य प्रो. के जी श्रीवास्तव को काशी -वाराणसी साहित्य महोत्सव में ‘काशी सम्मान’ से विभूषित किया गया।गौरतलब है कि प्रो. त्रिवेदी द्वारा विश्वविद्यालय में शिक्षा के क्षेत्र में अनूठे प्रयोग थ्योरी के साथ प्रेक्टीकल पर अधिक ध्यान देकर किये।
भोजपाल साहित्यिक संस्थान की साहित्य गोष्ठी सम्पन्न
भोजपाल साहित्यिक संस्थान के अध्यक्ष श्री प्रियदर्शन खैरा, कार्यकारी अध्यक्ष श्री सुदर्शन सोनी और श्री संजय सरस के मुख्य आतिथ्य में एक अत्यंत गरिमामय वातावरण में वर्ष 2023 की प्रथम साहित्यिक गोष्ठी आयोजित सम्पन्न हुई। जिसका सफल सरस संचालन संस्था के सचिव श्री चंद्रभान राही ने किया।
इस गोष्ठी की विशेषता यह रही कि उपस्थित रचनाकारों ने गद्य और पद्य की अनूठी रचनाओं का पाठ उत्साहपूर्वक रचना पाठ किया। गोष्ठी का शुभारंभ श्री अशोक व्यास और चरणजीत सिंह कुकरेजा के व्यंग्य पाठ से हुआ। जिसे श्री अनिल कोचर ने पिताजी पर केंद्रित उत्तम रचना का पाठ किया। फिर तो सरसता का निर्मल झरना बह चला। बीच में गरम भजियों की परस आ गई। स्वादिष्ट पकौड़ों की ख़ुश्बू और स्वाद में रचनाकार विचलित होने लगे तो कार्यकारी अध्यक्ष महोदय को टी-टी-ब्रेक की घोषणा करनी पड़ी। भजियों की छोटी प्लेट की जगह एक बड़ी तश्तरी में भजिये रचनाकार भाइयों में घूमने लगे। उनके लबों को चूमने लगे। गरम भजियों के साथ गाढ़े लिकर की लज़्ज़तदार चाय के क्या कहने। उसके बाद गोष्ठी का दूसरा दौर खुला तो तरन्नुम में ग़ज़ल और सुमधुर गीतों ने भावविभोर कर दिया।
भोपाल में साहित्यकार बिरादरी में निर्मल भाव से भरे श्री अशोक निर्मल द्वारा “अपने घर न बुलाया करो बात खुल जायेगी लोग इतराया करेंगे।”
गजलकार फरमान जियाई द्वारा “कैसे दिन गुजरता है कैसे रात कटती है किसने तोडा़ है दिल क्यों बतायें तुम्हे” बेहतरीन तरन्नुम में डूब कर इस तरह सुनाई कि श्रोताओं ने कुछ शेरों का साँस रोककर आनंद लिया।
श्रीसंजय कुमार द्वारा “तुम्हे कभी पाया नही था परंतु तुम्हारे खोने का मुझे डर था।”
श्री अनिल कोचर द्वारा “कांकरीट के जंगल में पीपल तलाशते पापा जी।”
श्री बिहारी लाल सोनी ‘अनुज’ जी ने भोपाली लहजे में “एक बेवड़े की कुत्ते से मुलाक़ात” सुनाकर समा बांध दिया।
तो श्री चन्द्रभान राही द्वारा मेरी तस्वीर को आंखों में बसाकर देखो का पाठ किया गया। सुदर्शन सोनी द्वारा सटीक व सामयिक व्यंग्य “सारे पते अस्पताल होकर जाते हैं ” व “सबका एक कमाऊ मस्टर रोल है” का पाठन किया। गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे श्री प्रियदर्शी खैरा द्वारा “तेजाबी बादलों की छा गयी घटायें धुआँ धुआँ हो गयी यहां की हवाए” का पाठन किया।
श्री रमेश नंद, सुश्री प्रतिभा द्विवेदी व मंजूषा सीमा हरि शर्मा के मधुर गीतों ने भावविभोर किया। हरि वल्लभ शर्मा, सत्य प्रकाश चिराग द्वारा भी सशक्त रचनाओं का पाठ किया गया।
भोजपाल साहित्य के एक फाऊंडर मेम्बर श्री जगदीष किंज्लक, अनिल कोचर के पिता जी और अशोक व्यग्र जी की माता जी के देहावसान पर दो मिनट का मौन रखा गया।
हास्य कवि शम्भू शिखर ने पेश की हास्य व्यंग्य रचनाएं
तुम तोड़ो और वादा हम निभाते रहेगे,
नाराजगी हम ऐसे भी जताते रहेंगे
राजभाषा विभाग निर्माण कारखाना के द्वारा आयोजित सम्मान समारोह और एकल काव्य पाठ में हास्य कवि शम्भू ने अनेक हास्य व्यंग्य रचनाएं पेश की।
इस कार्यक्रम का संचालन श्री घनश्याम मैथिल जी ने किया।उन्होंने कवि शंभू को अपना लघुकथा संग्रह ‘एक लोहार की‘ भी भेंट किया। इस अवसर पर अखिलेश लोधी, नीतिराज चौरे, गिरिजाशंकर नीर और डा.आशीश ने भी काव्यात्मक अभिव्यक्ति की।
सोज एक सुखन के आयोजन में काव्य पाठ संपन्न
द आर्ट हाउस में सोज ए सुखन की ओर से कविता गोष्ठी में धर्मेन्द्र सिंह सोलंकी, प्रमोद पवैया, वर्षा श्रीवास्तव, महेन्द्र सिंह पवार, प्रतीक सिंह चौहान, सुभाष जाटव, शिवाजी राव, ऋषि विश्वकर्मा और शिवेन्द्र आकाश ने भाग लिया।
साहित्यकार चन्द्रभान राही को कबीर कोहिनूर सम्मान
साहित्यकार चन्द्रभान राही को लेखन के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धि एवं समाज और राष्ट्र हितकारी लोकमंगल सेवाओं को दृष्टिगत रखते हुए कबीर कोहिनूर सम्मान से अलंकृत किया गया।
हिंदी भवन में अ भा कला मंदिर भोपाल की आम सभा संपन्न
श्री राजेंद्र शर्मा ‘अक्षर’
अ भा कला मंदिर भोपाल की आम सभा हिंदी भवन के नरेश मेहता कक्ष में आमसभा हुई तथा उसके पश्चात विषय मुक्त गोष्ठी का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय कला मंदिर के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ गौरी शंकर शर्मा गौरीश, मुख्य अतिथि श्री राजेंद्र शर्मा ‘अक्षर’ तथा विशिष्ट अतिथि श्रीमती साधना बलबटे थी।आम सभा में 2023 24 का बजट व कार्यक्रम की रूपरेखा पर विचार किया गया। काव्यपाठ में भारी संख्या में कवि/कवयित्रियों ने भाग लिया।
साभार – सुश्री मनोरमा पंत, भोपाल (मध्यप्रदेश)
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈