☆ सूचनाएँ/Information ☆
(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)
साहित्यिक गतिविधियाँ ☆ भोपाल से – सुश्री मनोरमा पंत
(विभिन्न नगरों / महानगरों की विशिष्ट साहित्यिक गतिविधियों को आप तक पहुँचाने के लिए ई-अभिव्यक्ति कटिबद्ध है।)
युवा अपनी ऊर्जा देश को नई दिशा, नई गति देने में लगाए
नेहरू युवा केन्द्र द्वारा युवा संसद आयोजित की गई। युवाओं ने समसामयिक विषयों के साथ G-20 तथा Y-20 पर भी विचार व्यक्त किये। मुख्य अतिथि थे समाजसेवी तथा भोपाल विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लिली अग्रवाल। प्रतिभागी पुरू शर्मा, देवेश शर्मा, अंकित सिंह ने अपने विचार व्यक्त किये। राज्य निदेशक डॉ. सुरेन्द्र शुक्ला ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारतीय युवाओ की ओर उम्मीद से देख रही है।
कर्मयोगी यशस्वी पत्रकार पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर का जन अभिनंदन
कर्मयोगी यशस्वी पत्रकार पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर का जन अभिनंदन हिन्दी भवन में किया गया। माधवराव सप्रे संग्रहालय के संस्थापक पद्मश्री विजयदत्त के सम्मान समारोह में उद्गार संबोधन श्री विजय मोहन तिवारी ने किया। उन्होंने कहा – भोपाल गैस त्रासदी जैसी भीषण त्रासदी का दस्तावेज केवल सप्रे संग्रहालय में ही है और कहीं नहीं। प्रतिनिधि वक्तव्य सुखदेव प्रसाद दुबे, अध्यक्ष हिन्दी भवन न्यास ने दिया। श्रीधर जी का सम्मान हिन्दी भवन, मानस भवन, गांधी भवन, लेखक संघ, लेखिका संघ, अखिल भारतीय साहित्य परिषद, मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश उर्दु अकादमी द्वारा किया गया।
दो दिवसीय वनमाला कथा का वार्षिक समारोह सम्पन्न
रविन्द्र भवन में वनमाली सृजन पीठ, आईसेक्ट पब्लिकेशन और रविन्द्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय वनमाला कथा का वार्षिक समारोह सम्पन्न हुआ। प्रथम दिवस पर अमित मलिक एवं नितिन मंगरोले द्वारा सांगीतिक प्रस्तुति के पश्चात वनमाली कथा के नवीन अंक तथा नवलेखन अंक के दूसरे संस्करण का लोकार्पण हुआ। प्रथम सत्र में अनुराग अनन्त, मुदित श्रीवास्तव, कैफी हाशमी सबाहत आफरीन ने कहानी पाठ किया।
समारोह के दूसरे दिन पुस्तक एवं चित्र प्रदर्शनी के पश्चात शिवमूर्ति, मुकेश वर्मा, अल्पना मिश्र द्वारा कहानी पाठ हुआ। शाम को रवीन्द्र भवन में हिंमाशु जोशी द्वारा दास्तान गोई का आयोजन हुआ।
समारोह में ममता कालिया, दिव्यप्रकाश, अल्पना मिश्र, मुकेश वर्मा एवं सिद्धार्थ चतुर्वेदी की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
दो दिवसीय राजभाषा कार्यशाला संपन्न
राजभाषा हिन्दी विषय पर एयर पोर्ट एथारिटी आफ इंडिया द्वारा दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें वरिष्ठ अधीक्षक महिमा सोनी ने राजभाषा नीति नियम विषय पर प्रकाश डाला।
बरकतउल्लाह विश्व विद्यालय के कुलपति एस के जैन ने अपनी वेशभूषा, खानपान के साथ अपनी मातृभाषा केंद्रीकरण पर जोर दिया।
गुजराती समाज ने नई पीढ़ी की मातृभाषा के प्रयोग के प्रति रूचि कम होने से चिंतित होकर निःशुल्क गुजराती भाषा सिखाने का निर्णय लिया।
प्रो. राजाराम की स्मृति में समारोह आयोजित
सुप्रसिद्ध साहित्यकार विनय राजाराम के पति कलाकार गुरू और कला आलोचक प्रो. राजाराम की स्मृति में आयोजित समारोह में कुलाधिपति प्रकाश बरतुनिया अम्बेडकर विश्वविद्यालय ने कहा – कला और साहित्य अभिव्यक्ति के माध्यम हैं, इनके भाव एक हैं।
साभार – सुश्री मनोरमा पंत, भोपाल (मध्यप्रदेश)
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈