☆ सूचनाएँ/Information ☆
(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)
साहित्य की दुनिया – श्री कमलेश भारतीय
(साहित्य की अपनी दुनिया है जिसका अपना ही जादू है। देश भर में अब कितने ही लिटरेरी फेस्टिवल / पुस्तक मेले / साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाने लगे हैं । यह बहुत ही स्वागत् योग्य है । हर सप्ताह आपको इन गतिविधियों की जानकारी देने की कोशिश ही है – साहित्य की दुनिया)
☆ नयी पुस्तकों के विमोचन समारोह ☆
हर लेखक की इच्छा होती है कि उसको पुस्तक प्रकाशित हो और भव्य विमोचन समारोह भी हो पाये ! इस मामले में मुझे हरियाणा की सेवानिवृत आईएएस अधिकारी धीरा खंडेलवाल की पुस्तकों के भव्य विमोचन याद हैं। हरियाणा निवास में उनकी पुस्तकों के भव्य विमोचन हुए। इसी प्रकार एक अन्य आईएएस अधिकारी सुमिता मिश्रा के यूटी गेस्ट हाउस में शानदार आयोजन हुआ जिसमें अशोक वाजपेयी आये थे। योजना रावत के कथा संग्रह पर राजी सेठ व निर्मला जैन आई थीं। दिल्ली में प्रसिद्ध रचनाकार रेणु हुसैन के कथा संग्रह गुण्टी के विमोचन पर नासिरा शर्मा, पुष्पा मैत्रेयी, लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, सुमन केशरी आदि आये थे। इसी तरह इनके काव्य संग्रह का भव्य विमोचन साहित्य अकादमी के रवींद्र सभागार में हुआ। पुस्तकों के विमोचन के ये कुछ भव्य आयोजन स्मृति में तैर रहे हैं !
जब शायर हिम्मत करेगा तब अच्छा लिखेगा : इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में साहित्यकार और सामाजिक कार्यकर्ता आसिफ आज़मी की पुस्तक ‘उर्दू शायरी का मुआसिर मंज़रनामा’ का लोकार्पण आईजीएनसीए के अध्यक्ष रामबहादुर राय और मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सैयद ऐनुल हसन ने किया। इस अवसर पर जामिया मिल्लिया इस्लामिया के प्रो. खालिद महमूद व प्रो. अख्तरुल वासे, दूरदर्शन की प्रसिद्ध न्यूज रीडर सलमा सुल्तान, लेखिका रमा पांडेय, माटी संस्था के संयोजक व लेखक आसिफ आज़मी तथा आईडीईए संस्था के धर्मेंद्र प्रकाश भी मौजूद थे। इस पुस्तक में पिछले चार दशकों की उर्दू शायरी की समालोचना प्रस्तुत की गई है। पुस्तक में चार दशकों की शायरी के चार दौर की चर्चा की गई है। साथ ही, शायरों और संस्थानों की सूची भी दी गई है।
मुख्य अतिथि मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सैयद ऐनुल हसन ने कहा कि साहिर लुधियानवी ने ‘किसी पत्थर की मूरत से मुहब्बत का इरादा है, परस्तिश की तमन्ना है इबादत का इरादा है’ जैसा गीत आज लिखा होता, तो फिल्म प्रतिबंधित हो जाती, गाना प्रतिबंधित हो जाता। उन्होंने कहा कि जब शायर हिम्मत करेगा, तभी बड़ा बनेगा। शायर सामने आएगा, तभी शेर सामने आएगा। उन्होंने कई अशआरों के जरिये उर्दू शायरी की खूबसूरती पर शानदार तरीके से बात की। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आईजीएनसीए के अध्यक्ष रामबहादुर राय ने कहा कि ये किताब हिन्दी में भी आएगी, तो हिन्दी और उर्दू के बीच संवाद बढ़ेगा।
गजलांजलि का विमोचन : हिसार के शायर प्रो तिलक सेठी के गजल संग्रह गजलांजलि के विमोचन की खूबसूरत महफिल जमी। डाॅ वंदना बिश्नोई व डाॅ सत्या सावंत रहीं मुख्यातिथि। प्रो तिलक सेठी, नीरज मनचंदा, रश्मि, पूनम मनचंदा, कमलेश भारतीय, डिम्पल सैनी, सविता रतिवाल, सौरभ ठकराल, नीलम सुंडा, अर्चना ठकराल, कल्पना रहेजा, दीपिका, ऋतु नैन सबके सबने कुछ न कुछ सुनाया और प्रो तिलक सेठी ने अपनी चुनिंदा गजलें सुनाईं। प्रेरणा अंशु के लघुकथा विशेषांक का विमोचन भी। अमरनाथ प्रसाद, सुरेंद्र दलाल और प्रवीण सोनी भी रहे मौजूद।
नृत्यम् की पेशकश -साॅरी डैड : नशे की लत आज सिर्फ पंजाब में ही नहीं बल्कि हरियाणा में भी बढ़ती जा रही है। पंजाब की नशाखोरी पर तो उड़ता पंजाब फिल्म भी बनाई गयी थी। युवाओं में बढ़ती नशे की लत मां बाप के लिये बहुत चिंता का विषय है। पुलिस और समाज इसके विरूद्ध अभियान चलाये हुए है और इस अभियान में अब सुर मिलाया है हिसार के रंगकर्मी संजय सेठी की संस्था नृत्यम् ने ! इसके माध्यम से एक प्रकार से बच्चों का समर कैंप लगाकर पिछले दस दिन के अंदर एक संगीतमयी नाटक तैयार किया है -साॅरी डैड ! इन बच्चों ने नशे के विरूद्ध सचेत करते हुए, बहुत खूबसूरत अभिनय कर नशे के विरूद्ध संदेश देने में सफलता पाई है।
साभार – श्री कमलेश भारतीय, पूर्व उपाध्यक्ष हरियाणा ग्रंथ अकादमी
संपर्क – 1034-बी, अर्बन एस्टेट-।।, हिसार-125005 (हरियाणा) मो. 94160-47075
(आदरणीय श्री कमलेश भारतीय जी द्वारा साहित्य की दुनिया के कुछ समाचार एवं गतिविधियां आप सभी प्रबुद्ध पाठकों तक पहुँचाने का सामयिक एवं सकारात्मक प्रयास। विभिन्न नगरों / महानगरों की विशिष्ट साहित्यिक गतिविधियों को आप तक पहुँचाने के लिए ई-अभिव्यक्ति कटिबद्ध है।)
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈