☆ सूचनाएँ/Information ☆
(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)
☆ 76 वें जन्मदिवस के अवसर पर डॉ कुंवर प्रेमिल जी का लघुकथा संग्रह “रोटी” विमोचित – बधाई एवं अभिनंदन ☆
‘गीत पराग’ पत्रिका की सम्पादिका डॉ गीता गीत जी द्वारा वरिष्ठतम साहित्यकार डॉ कुंवर प्रेमिल जी के 76 वें जन्मदिवस पर उनके आवास में एक सादे कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। डॉ राजेश पाठक ‘प्रवीण’ एवं संस्कारधानी के गणमान्य साहित्यकारों की उपस्थिति में डॉ कुंवर प्रेमिल जी के सद्य प्रकाशित लघुकथा संग्रह ‘रोटी’ का विमोचन किया गया।
डॉ कुंवर प्रेमिल जी को विगत 50 वर्षों से लघुकथा, कहानी, व्यंग्य में सतत लेखन का अनुभव हैं। अब तक 450 से अधिक लघुकथाएं रचित एवं बारह पुस्तकें प्रकाशित। 2009 से प्रतिनिधि लघुकथाएं (वार्षिक) का सम्पादन एवं ककुभ पत्रिका का प्रकाशन और सम्पादन। आपने लघु कथा को लेकर कई प्रयोग किये हैं। आपकी लघुकथा ‘पूर्वाभ्यास’ को उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय, जलगांव के द्वितीय वर्ष स्नातक पाठ्यक्रम सत्र 2019-20 में शामिल किया गया है। वरिष्ठतम साहित्यकारों की पीढ़ी ने उम्र के इस पड़ाव पर आने तक जीवन की कई सामाजिक समस्याओं से स्वयं की पीढ़ी एवं आने वाली पीढ़ियों को बचाकर वर्तमान तक का लम्बा सफर तय किया है, जो कदाचित उनकी रचनाओं में झलकता है। हम लोग इस पीढ़ी का आशीर्वाद पाकर कृतज्ञ हैं।
ई-अभिव्यक्ति परिवार की ओर से डॉ कुंवर प्रेमिल जी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈