☆ “विश्व हिंदी संस्थान” और टोरंटो, में आजादी-अमृत महोत्सव पर्व” – श्री मनोज कुमार शुक्ल ‘मनोज’ ☆
कनाडा,टोरंटो में पन्द्रह अगस्त आजादी का अमृत महोत्सव पर्व धूमधाम से 21 अगस्त 2022 को नाथन फिलिप स्कवायर, डाउन टाउन से एक विशाल झाकियों का जलूस निकाला गया। जलूस में भारत के विभिन्न प्रांतों की मन मोहक झलक उनके वेशभूषा और ढोल नगाड़ों के साथ देखने का अवसर मिला। उनके संग 35 से 40 फीट तक के ट्राले पर झाकियों की मन मोहक छटा चल रही थी, जिसे देख कर आनंद की अनुभूति हुई।
चल समारोह में “विश्व हिन्दी संस्थान” की भी झाँकी श्री सरन घई जी के संयोजन में कवियों के काव्य पाठ के साथ प्रदर्शित की गई थी। जिसका सुअवसर मुझे भी मिला। विश्व हिंदी संस्थान के द्वारा मिष्ठान्न का वितरण सारे मार्ग में किया जाता रहा, यह उनके देश प्रेम एवं हिन्दी के प्रति अनुराग निष्ठावान का परिचायक था। राह चलते सभी लोग उसका लुत्फ उठा रहे थे। मंच पर श्री सरन घई जी के साथ मनोजकुमार शुक्ल, समीर लाल, संदीप त्यागी, भल्ला, मीना,और अनेक कनाडा के कवियों ने देश भक्ति की रचनाओं का काव्य पाठ किया।
प्रवासी भारतीयों का उत्साह आनंद सचमुच देखने लायक था। जिसे देख कर अन्य देशों के लोग भी जोशोखरोस के साथ नारे लगाने का प्रयास कर रहे थे। सड़कों के दोनों ओर भारत माता की जय, वंदेमातरम् , जय हिंद के उद्घोष बराबर सुनाई पड़ रहे थे। कनाडा की धरती में उनकी हिस्सेदारी एवं सहभागिता का परिचायक है।
झाँकियाँ में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, केरल, कर्नाटक आदि अनेक प्रांतों का नेतृत्व महाराष्ट्र की परंपरागत झंडे, वेशभूषा एवं ढोल के साथ जिसमें दो फिल्मी कलाकार राहुल देव और एक अभिनेत्री दिख रही थी। यह कोई सरकारी आयोजन नहीं था। प्रवासी भारतीयों के मेहनत का परिणाम था जिसमें उनका आर्थिक सहयोग उत्साह के साथ ही देश प्रेम के प्रति समर्पण भाव छिपा स्पष्ट दिखाई दे रहा था।
भारतीयों की यही विशेषता उन्हें अन्य लोगों से हटकर अपना स्थान बनाने के लिए सहायक सिद्ध होती है। यह सब देख कर मेरा मन रोमांचित हो उठा, गौरव से भर उठा।
चित्र एवं रिपोर्ट साभार – श्री मनोज कुमार शुक्ल ‘मनोज’, टोरंटो, कनाडा
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈