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(साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समाचार)

? सुश्री इन्दिरा किसलय को “महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी” का “सुब्रमण्यम भारती हिन्दी सेतु विशिष्ट सेवा पुरस्कार”– अभिनंदन ?  

“जय जय महाराष्ट्र माझा–गर्जा महाराष्ट्र माझा”– इस राज्यगीत की प्रचंड उर्जा एवं महाराष्ट्र के सांस्कृतिक वैभव तथा साहित्यिक गौरव की ध्वजवाहक “महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी” द्वारा वरिष्ठ साहित्यकार “सुश्री इन्दिरा किसलय” को “राज्य स्तरीय सम्मान -जीवन गौरव पुरस्कार” के अन्तर्गत, “सुब्रमण्यम भारती हिन्दी सेतु विशिष्ट सेवा पुरस्कार”, प्रख्यात अभिनेता लेखक “आशुतोष राणा “के हस्ते प्रदान किया गया। इसमें इक्यावन हजार की राशि,स्मृति चिह्न तथा प्रशस्ति पत्र का समावेश है।

मुंबई (बांद्रा) के “रंगशारदा ऑडिटोरियम” में संपन्न इस गौरवशाली आयोजन में संपूर्ण महाराष्ट्र के विजेता शामिल रहे।

कोरोनाकाल में अकादमी की गतिविधियां स्थगित रहीं।अतः तीन वर्षों के पुरस्कार 23 मार्च 2023 के आयोजन में प्रदान किये गये।

स्वनामधन्य साहित्यकार “चित्रा मुद्गल,”सुख्यात अभिनेता आशुतोष राणा को (रामराज्य) को अखिल भारतीय जीवन गौरव पुरस्कार (एक लाख की राशि) से अलंकृत किया गया। फिल्मी गीतकार मनोज मुन्तशिर, गायक अनूप जलोटा एवं अभिनेता मनोज जोशी भी गौरवशाली पुरस्कारों से नवाज़े गये।

समग्रतः एक सौ चौबीस, पुरस्कारों में अखिल भारतीय ,राज्य स्तरीय तथा विधा पुरस्कारों ने स्थान पाया।

इस साहित्यिक अभिजात्य के साक्षी बने अनेक गणमान्य जन। खचाखच भरे हुये सभागार में अकादमी सचिव “सचिन निंबालकर” के शानदार संचालन ने सुन्दर वातावरण की रचना की। संयोजन में अकादमी के कार्याध्यक्ष “शीतलाप्रसाद दुबे जी” का संरचनात्मक सौरभ व्याप्त रहा।

अपनी शुद्ध हिन्दी के लिये चर्चित अभिनेता आशुतोष राणा ने अपनी ओजस्वी वाणी में राष्ट्रकवि दिनकर की रश्मिरथी सुनाकर महफिल लूट ली। सदन में अभूतपूर्व शौर्य का संचार कर दिया।

मध्यप्रदेश राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष- विकास दवे ने बाल साहित्य सृजन की ओर साहित्यकारों का ध्यान आकृष्ट किया। ऐसी लागी लगन गाकर भजन सम्राट अनूप जलोटा ने भक्ति साहित्य के कुछ पृष्ठ अनावृत्त किये। माननीय श्री शेलार ने साहित्य की महत्ता पर प्रकाश डाला। आयोजन में पधारे देशभर के लघुकथाकारों का लघुकथा पाठ हुआ। कार्यक्रम के अंत में शशि बंसल ने आभार प्रकट किया।

एक गुरुतापूर्ण सरस आयोजन ने हमेशा के लिये स्मृति में जगह बना ली।

धन्यवाद महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी।

? ई-अभिव्यक्ति की ओर से इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए सुश्री इंदिरा किसलय जी एवं सभी सम्मानित साहित्यकारों का अभिनंदन एवं हार्दिक बधाई ?

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈

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