ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय
स्व परिचय
मैं एक बहुत साधारण व्यक्ति हूं । मेरा जन्म 1/5 /1958 को बलिया जिले के भीम पट्टी गांव में हुआ था । प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा राजकीय इंटर कॉलेज गोंडा में हुई । बाद में मोतीलाल नेहरू रिजिनल इंजीनियरिंग कॉलेज से विद्युत यांत्रिकी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके उपरांत मैं मध्य प्रदेश विद्युत मंडल में सहायक अभियंता के पद पर पदस्थ हुआ तथा 40 वर्ष की सेवा उपरांत 30 अप्रैल 2020 को मुख्य अभियंता के पद से सेवानिवृत्त हुआ ।
सर्वप्रथम बाल्यावस्था में ही गोंडा में पंडित बृहस्पति पाठक जी से ज्योतिष का ज्ञान प्राप्त करना प्रारंभ किया । उसके उपरांत सागर आने पर पंडित शिव शंकर पालीवाल जी से ज्योतिष का ज्ञान प्राप्त किया । वर्तमान में यूट्यूब के चैनल आसरा ज्योतिष को संचालित करता हूं । इस चैनल में मेरे द्वारा 43 भविष्यवाणी की गई हैं, जिसमें से एक को छोड़कर बाकी सभी सही निकली। यहां तक की बताई गई तारीख को ही घटना घटित हुई।
(ई-अभिव्यक्ति में ज्योतिषाचार्य पं अनिल पाण्डेय जी का हार्दिक स्वागत है। विज्ञान की अन्य विधाओं में भारतीय ज्योतिष शास्त्र की अपना स्थान है। हम अक्सर शुभ कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त, शुभ विवाह के लिए सर्वोत्तम कुंडली मिलान आदि करते हैं। हमें प्रसन्नता है कि ज्योतिषाचार्य पं अनिल पाण्डेय जी ने ई-अभिव्यक्ति के प्रबुद्ध पाठकों के लिए समय-समय पर अपने ज्योतिष विज्ञान की जानकारी साझा करना स्वीकार किया है। इसके लिए हम सभी आपके हृदयतल से आभारी हैं।
आज प्रस्तुत है एक समसामयिक विषय पर आपका ज्ञानवर्धकआलेख ‘वर्ष 2022 में रक्षाबंधन कब मनाएं’।)
☆ आलेख ☆ ज्योतिष साहित्य ☆ वर्ष 2022 में रक्षाबंधन कब मनाएं ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆
ऐसा देखा जा रहा है कि पिछले कुछ वर्षों से हिंदू धर्म के प्रत्येक त्योहार पर त्योहार की तारीख को लेकर बिना बात का बतंगड़ बना कर विभिन्न चैनल और विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में फैलाया जाता है । इसका असर हमारे समाज पर तीज त्योहारों के लिए श्रद्धा का भाव में कमी को लेकर दिखाई पड़ता है। कई लोगों को भ्रम है किइस बार भी रक्षाबंधन 11 को है या 12 को, इस संबंध में हम आपको पंचांग के आधार पर सटीक जानकारी देने का प्रयास कर रहे हैं।
आप किसी भी पंचांग में देखें इस बार रक्षाबंधन का त्यौहार 11 तारीख को बताया गया है तथा 12 तारीख को दान देने हेतु कहा गया है । ऐसा हमारे सभी त्योहारों में होता है कि जिस दिन त्यौहार है अगर उस दिन आप दान नहीं दे पाए तो उसके अगले भी आप दान दे सके ।
रक्षाबंधन का त्यौहार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णमासी को श्रवण नक्षत्र में मनाया जाता है । भुवन विजय पंचांग के अनुसार इस वर्ष 11 अगस्त को पूर्णमासी प्रातः काल 9:18 से प्रारंभ हो रही है और 12 तारीख को प्रातः काल 6:59 तक रहेगी । श्रवण नक्षत्र 11 अगस्त को प्रातः काल 6:22 से अगले दिन अर्थात 12 अगस्त को प्रातः काल 4:52 तक है । अतः हम इस बात के लिए विवश है के 11 अगस्त को प्रातः काल 9:18 से अगले दिन 12 तारीख को प्रातः काल काल 4:52 के बीच में रक्षाबंधन का पर्व मनावें ।
कलयुग के कुछ महान विद्वानों ने इसमें यह बताया है कि 11 तारीख को 9:23 से प्रारंभ होगी जो कि रात्रि के 8:09 तक रहेगी । भद्राकाल होने के कारण हम इस दिन रक्षाबंधन का त्यौहार नहीं मना सकते हैं। इन विद्वानों से मेरा कहना है कि उनके अनुसार 8:09 के बाद तो भद्रा काल बिल्कुल ही नहीं रहेगा अतः 8:09 के उपरांत रक्षाबंधन का त्यौहार बिल्कुल मनाया जा सकता है ।
दूसरी बात यह भी है की 11 अगस्त 2022 की संपूर्ण दिन चंद्रमा मकर राशि में रहेगा, एवं चंद्रमा के मकर राशि में होने से भद्रा का वास इस दिन पाताल लोक में रहेगा। पाताल लोक में भद्रा के रहने से यह अशुभ नहीं है ।। इसलिए पूरे दिन सभी लोग अपनी सुविधा के अनुसार राखी बांधकर त्यौहार मना सकते हैं।।
मुहुर्त्त चिन्तामणि के अनुसार जब चंद्रमा कर्क, सिंह, कुंभ या मीन राशि में होता है तब भद्रा का वास पृथ्वी पर होता है. चंद्रमा जब मेष, वृष, मिथुन या वृश्चिक में रहता है तब भद्रा का वास स्वर्गलोक में रहता है. कन्या, तुला, धनु या मकर राशि में चंद्रमा के स्थित होने पर भद्रा पाताल लोक में होती है.
भद्रा जिस लोक में रहती है वही प्रभावी रहती है. इस प्रकार जब चंद्रमा कर्क, सिंह, कुंभ या मीन राशि में होगा तभी वह पृथ्वी पर असर करेगी अन्यथा नही. जब भद्रा स्वर्ग या पाताल लोक में होगी तब वह शुभ फलदायी कहलाएगी.
इसी कारण बस भारतवर्ष के सभी पंचांग में रक्षाबंधन 11 अगस्त को मनाने के लिए कहा गया है तथा 11 अगस्त या 12 अगस्त को आप दान इत्यादि दे सकते हैं ।
मेरा आप सभी से अनुरोध है पंचांग में दी गई जिसके ऊपर त्यौहार मनाए और किसी तरह के भ्रम में ना रहे।
– ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय
सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता, मध्यप्रदेश विद्युत् मंडल
ईमेल – [email protected]
यूट्यूब चैनल >> आसरा ज्योतिष
सही तथ्य के साथ सटीक जानकारी उपलब्ध कराने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद आभार बधाई ई अभिव्यक्ति के पटल पर आने के लिए।
द्वारा ——सूबेदार पाण्डेय कवि आत्मानंद जमसार सिंधोरा बाजार वाराणसी