श्रीमति उमा मिश्रा ‘प्रीति’
(ई-अभिव्यक्ति में श्रीमति उमा मिश्रा ‘प्रीति’ जी का स्वागत। पूर्व शिक्षिका – नेवी चिल्ड्रन स्कूल। वर्तमान में स्वतंत्र लेखन। विधा – गीत,कविता, लघु कथाएं, कहानी, संस्मरण, आलेख, संवाद, नाटक, निबंध आदि। भाषा ज्ञान – हिंदी,अंग्रेजी, संस्कृत। साहित्यिक सेवा हेतु। कई प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय स्तर की साहित्यिक एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा अलंकृत / सम्मानित। ई-पत्रिका/ साझा संकलन/विभिन्न अखबारों /पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित। पुस्तक – (1)उमा की काव्यांजली (काव्य संग्रह) (2) उड़ान (लघुकथा संग्रह), आहुति (ई पत्रिका)। शहर समता अखबार प्रयागराज की महिला विचार मंच की मध्य प्रदेश अध्यक्ष। आज प्रस्तुत है आपकी एक विचारणीय लघुकथा – बदलते रिश्ते।)
☆ लघुकथा – बदलते रिश्ते ☆ श्रीमति उमा मिश्रा ‘प्रीति’ ☆
अरुणा जी को किताबें पढ़ने का बहुत शौक था। उनकी बहू जूही ने उन्हें कहा कि आप किताबें मत पढ़ो मैं आपको मोबाइल पर आज कहानी दिखाती हूँ। आप किसकी सुनेंगी। बहू तुम अपनी पसंद की कहानी सुना दो। मां मैं आपको मालगुडी डेज की कहानियां दिखाती हूं।
सास बहू दोनों कहानी देखते-देखते उसमें खो गई, तभी अचानक उसका मोबाइल का नेट चला गया।
बहू की कहानी बहुत अच्छी लगी। उसने कहा – मां जी आप किताब उठाइए, अब मुझे आगे की यह कहानी पढ़नी है। अरुणा जी मुस्कुराने लग गई और उन्होंने कहां कि कहां गई तुम्हारी टेक्नोलॉजी। कोई बात नहीं, वक्त के साथ सब कुछ बदलता है।
© श्रीमति उमा मिश्रा ‘प्रीति’
जबलपुर, मध्य प्रदेश मो. 7000072079
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈