☆ कोरोना योद्धा – मैं भी सिपाही बन जाता हूँ ☆
( ई- अभिव्यक्ति सभी कोरोना योद्धाओं के जज्बे को सलाम करता है जो अपने जीवन को मानवता के लिए दांव पर लगा कर मानव सेवा में तत्पर हैं । हम उनके परिवार के जज्बे को भी सलाम करते हैं जो उन्हें भरपूर मानसिक और संवेदनात्मक सहयोग दे रहे हैं। हम डॉ मौसमी परिहार जी के हार्दिक आभारी हैं, जिन्होंने अपनी मित्र श्रीमती संदीपा वर्मा , जबलपुर की उनके पति के लिए रचित यह काव्यात्मक अभिव्यक्ति प्रेषित की है। )
– श्रीमती संदीपा वर्मा , जबलपुर
डॉ मौसमी परिहार जी के शब्दों में –
“मेरी एक फ्रेंड है उसके हसबेंड लगातार कोरोना वॉरियर के रूप में सेवाएं दे रहे है। वे एक लेब में कार्यरत है ,,जहां टेस्टिंग हो रही है । उन्हें सेल्यूट करते हुए मेरी सहेली ने अपने पति के लिये एक कविता लिखी है।,,, आप सभी ऐसे योद्धाओं के लिये भी प्रार्थना कीजिये,,, ”
प्रस्तुति – डॉ मौसमी परिहार
रवीन्द्रनाथ टैगोर महाविद्यालय, भोपाल मध्य प्रदेश में सहायक प्राध्यापक।
सशक्त और प्रेरणा दायक रचना