सुश्री निरूपमा सिंह
(सुप्रसिद्ध एवं प्रतिष्ठित लेखिका एवं कवयित्री सुश्री निरूपमा सिंह जी का ई-अभिव्यक्ति में स्वागत। आज प्रस्तुत है आपकी एक भावप्रवण कविता “काली चिड़िया”। इस कविता का अँग्रेजी भावानुवाद प्रतिष्ठित लेखक कैप्टन प्रवीण रघुवंशी जी द्वारा “Black bird…” शीर्षक से किया गया है।
कैप्टन प्रवीण रघुवंशी जी द्वारा भावानुवाद पढ़ने के लिए कृपया इस लिंक पर क्लिक करें 👉 English Literature – Poetry ☆ ‘Black bird…’ ☆ Captain Pravin Raghuvanshi, NM ☆.
कविता – काली चिड़िया… ☆ सुश्री निरूपमा सिंह
एक काली चिड़िया पंख फड़फड़ाती
दरो- दीवारों से सर पटकती
आशियानें को तलाशती मारी-मारी फिरती
मैं अपनी खटिया से उसे अपलक निहारती
यही सोचती क्या तलाश रही है
ये कोई ठिकाना,
बेचारी बेआसरा चिड़िया अब दिखाई नहीं देती
शायद दूर देश चली गई
चिड़िया प्रवासी हो गई
सुन ओ काली चिड़िया
जाते -जाते क्षमा दान देती जाना
हो सके तो फिर लौट कर आना
तेरे लिए कुछ नए वृक्ष रोपूंगी।।
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© सुश्री निरूपमा सिंह
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈