श्री राकेश कुमार पालीवाल
(सुप्रसिद्ध गांधीवादी चिंतक श्री राकेश कुमार पालीवाल जी वर्तमान में प्रधान मुख्या आयकर आयुक्त ( प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर) मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के पद पर पदासीन हैं। गांधीवादी चिंतन के अतिरिक्त कई सुदूरवर्ती आदिवासी ग्रामों को आदर्श गांधीग्राम बनाने में आपका महत्वपूर्ण योगदान है। आपने कई पुस्तकें लिखी हैं जिनमें ‘कस्तूरबा और गाँधी की चार्जशीट’ तथा ‘गांधी : जीवन और विचार’ प्रमुख हैं।
हम आदरणीय श्री राकेश कुमार पालीवाल जी की फेसबुक वाल से गांधीजी के जन्मोत्सव पर एक सार्थक एवं विचारणीय कविता प्रस्तुत कर रहे हैं – गांधी – 150 (गांधी वादी मित्रों का आत्म चिंतन))
☆ गांधीजी के जन्मोत्सव पर विशेष ☆
☆ गांधी – 150 (गांधी वादी मित्रों का आत्म चिंतन) ☆
बीत गया गांधी – एक सौ पचास भी
अब दो अक्तूबर दो हजार बीस में
दी जा रही है उसे अंतिम श्रद्धांजलि
इसकी शुरुआत में
गांधी वादी संस्थाओं ने
की थी बड़ी बड़ी घोषणाएं
मसलन एक सौ पचास गांवों को
बनाएंगे आदर्श गांधी गांव गांधी के सपनों के
और, और भी न जाने बनाई थी
कितनी भारी भरकम महत्वाकांक्षी योजनाएं
ठीक उसी तरह जैसे बनाते हैं बड़े बड़े घोषणापत्र
राजनीतिक दलों के बडबोले नेतागण
पदों की भूल भुलैया में
गांधी की संस्थाओं में जमे लोग
भूल गए हैं सहज सरल गांधी मार्ग
जिसमें कथनी करनी में अंतर नहीं होता
और कहने से पहले किए जाते हैं काम निस्वार्थ
गांधीवादी संस्थाओं के पदाधिकारियों को
अब इंतजार रहेगा गांधी एक सौ पचहत्तर का
तब तक बर्फ सा जमे रहना है गांधीवादी संस्थाओं में
भले ही शरीर साथ नहीं दे उम्र के नवें दशक में पहुंचकर
पद से गोंद सा चिपके रहना है हर हालत में हर मौसम में
गांधी एक सौ पचहत्तर में बनेंगी
और बड़ी योजनाएं गांधीवादी संस्थाओं में
भले ही उनका अंतिम हस्र भी
वैसा ही होगा जैसा हुआ है
गांधी एक सौ पच्चीस और एक सौ पचास में !
© श्री राकेश कुमार पालीवाल
भोपाल
≈ ब्लॉग संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈