डॉ राजकुमार तिवारी ‘सुमित्र’
संस्कारधानी जबलपुर के हमारी वरिष्ठतम पीढ़ी के साहित्यकार गुरुवर डॉ राजकुमार “सुमित्र” जी को सादर चरण स्पर्श । वे आज भी हमारी उंगलियां थामकर अपने अनुभव की विरासत हमसे समय-समय पर साझा करते रहते हैं। इस पीढ़ी ने अपना सारा जीवन साहित्य सेवा में अर्पित कर दिया। वे निश्चित ही हमारे आदर्श हैं और प्रेरणा स्त्रोत हैं।
? सर्वप्रथम गुरुवर डॉ राजकुमार तिवारी ‘सुमित्र’ जी को आज उनके जन्मदिवस पर हार्दिक बधाई ?
☆ जन्मदिवस विशेष ☆ सन्दर्भ – अभिव्यक्ति
(आज से 2 वर्ष पूर्व आपके आशीष स्वरूप इस कविता से ई-अभिव्यक्ति का शुभारम्भ किया था। यह मेरे लिए गुरमन्त्र है एवं समय-समय पर मुझे मेरा दायित्व बोध कराती रहती है। )
संकेतों के सेतु पर
साधे काम तुरंत |
दीर्घवयी हो जयी हो
कर्मठ प्रिय हेमंत
०
काम तुम्हारा कठिन है
बहुत कठिन अभिव्यक्ति
बंद तिजोरी सा यहां
दिखता है हर व्यक्ति
०
मनोवृति हो निर्मला
प्रकटें निर्मल भाव
यदि शब्दों का असंयम
हो विपरीत प्रभाव ||
०
सजग नागरिक की तरह
जाहिर हो अभिव्यक्ति
सर्वोपरि है देशहित
बड़ा न कोई व्यक्ति||
© डॉ राजकुमार “सुमित्र”
112 सर्राफा वार्ड, सिटी कोतवाली के पीछे चुन्नीलाल का बाड़ा, जबलपुर, मध्य प्रदेश
≈ ब्लॉग संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
बेहतरीन अभिव्यक्ति