हिन्दी साहित्य – कविता ☆ नव वर्ष विशेष – नव वर्ष का नव सोपान है ☆ श्री अरुण कुमार डनायक
श्री अरुण कुमार डनायक
(श्री अरुण कुमार डनायक जी की नव वर्ष 2020 पर एक कविता नव वर्ष का नव सोपान है .)
☆ नव वर्ष का नव सोपान है ☆
नव प्रात लिए, नव आस लिए
नव वर्ष का नव सोपान है
नव प्रीत लिए, नव भाव लिए
पुरातन का अवसान है ।
है बीता जो भी अशुभ उसे
रखना नहीं है स्मरण में
नव ऊर्जा धारण करना है और
नव उत्ताप भी नव जागरण में ।
हो मन में स्नेह का नव अंकुर
नव उच्छ्वास का मलय बहे
क्रोध, अहं, द्वेष, विराग छोड़
नर-नार जगत में सदय रहे ।
ज्ञान, चेतना, मति की धारा
नव श्रृंखला में प्रवाहित हो
नव उद्दोग से नव वर्ष में
जन-जन उन्नत, पुलकित हो ।
© श्री अरुण कुमार डनायक
42, रायल पाम, ग्रीन हाइट्स, त्रिलंगा, भोपाल- 39
(श्री अरुण कुमार डनायक, भारतीय स्टेट बैंक से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं एवं गांधीवादी विचारधारा से प्रेरित हैं। )