हेमन्त बावनकर
☆ शब्द मेरे अर्थ तुम्हारे – 5 ☆ हेमन्त बावनकर☆
☆ नाम गुम जाएगा …… ☆
वह खड़ा है
किंकर्तव्यविमूढ़
ईश्वर के आगे हाथ फैलाये
उस नुक्कड़ पर
उस चौराहे पर
उस सड़क पर
उस शहर में
जिसका नाम बदल दिया गया है
इतिहास बदलने की कोशिश में
किन्तु, भविष्य ????
अचानक
एक समय की कार आई
जिसमें गाना बज रहा था
“नाम गुम जाएगा
चेहरा ये बदल जाएगा
मेरी आवाज ही पहचान है
गर याद रहे …….”
© हेमन्त बावनकर,
पुणे
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
बहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति बधाई