सुश्री प्रणिता खंडकर

 ☆ कविता  – “नववर्ष पर” 🕯️ ☆ सुश्री प्रणिता खंडकर ☆

बीते हुए कल की तरफ,

मुडकर जरा देखना |

🕯️

खुशियोंवाले लम्हों को,

एक बार फिर जी लेना |

🕯️

दुखभरी यादों का मगर,

गम अभी न करना,

🕯️

तब भी थे साथ, उनका,

शुक्रिया अदा करना |

🕯️

जिंदगी की चुनौतियों को,

हिम्मत से गले लगाना,

🕯️

कामयाबी का स्वागत,

बडी विनम्रता से करना |

🕯️

कार्य के तनाव में,

इन्सानियत न खोना,

प्रेम से विश्वास का,

दीपक जलाये रखना |

🕯️        

© सुश्री प्रणिता खंडकर

ईमेल – [email protected] वाॅटसप संपर्क – 98334 79845.

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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