श्री संजय भारद्वाज
(श्री संजय भारद्वाज जी – एक गंभीर व्यक्तित्व । जितना गहन अध्ययन उतना ही गंभीर लेखन। शब्दशिल्प इतना अद्भुत कि उनका पठन ही शब्दों – वाक्यों का आत्मसात हो जाना है।साहित्य उतना ही गंभीर है जितना उनका चिंतन और उतना ही उनका स्वभाव। संभवतः ये सभी शब्द आपस में संयोग रखते हैं और जीवन के अनुभव हमारे व्यक्तित्व पर अमिट छाप छोड़ जाते हैं। हम आपको प्रति रविवार उनके साप्ताहिक स्तम्भ – संजय उवाच शीर्षक के अंतर्गत उनकी चुनिन्दा रचनाएँ आप तक पहुँचा रहे हैं। सप्ताह के अन्य दिवसों पर आप उनके मनन चिंतन को संजय दृष्टि के अंतर्गत पढ़ सकते हैं। )
☆ मकर संक्रांति/ उत्तरायण/ भोगाली बिहू / माघी/ पोंगल/ खिचड़ी की अनंत शुभकामनाएँ ☆
सूर्यदेव अर्थात सृष्टि में अद्भुत, अनन्य का आँखों से दिखता प्रमाणित सत्य। सूर्यदेव का मकर राशि में प्रवेश अथवा मकर संक्रमण खगोलशास्त्र, भूगोल, अध्यात्म, दर्शन सभी दृष्टियों से महत्वपूर्ण है।
इस दिव्य प्रकाश पुंज का उत्तरी गोलार्ध के निकट आना उत्तरायण है। उत्तरायण अंधकार के आकुंचन और प्रकाश के प्रसरण का कालखंड है। स्वाभाविक है कि इस कालखंड में दिन बड़े और रातें छोटी होंगी।
दिन बड़े होने का अर्थ है प्रकाश के अधिक अवसर, अधिक चैतन्य, अधिक कर्मशीलता।
अधिक कर्मशीलता के संकल्प का प्रतिनिधि है तिल और गुड़ से बने पदार्थों का सेवन।
निहितार्थ है कि तिल की ऊर्जा और गुड़ की मिठास हमारे मनन, वचन और आचरण तीनों में देदीप्यमान रहे।
तमसो मा ज्योतिर्गमय!
– संजय भारद्वाज
☆ संजय दृष्टि ☆ हरित ☆
काट दिये गए हैं
पेड़ों के मुंड
निकाल दी गई है
पूरी की पूरी छाल,
धरती को
पच्चीस-पचास मीटर तक
घनी छाँव से ढकनेवाले
अब स्वयं खड़े हैं
निर्वस्त्र और विवश,
इनकी असहाय देह पर
घातक रंगों से
पोती जा रही हैं
रंग- बिरंगी पत्तियाँ,
उकेरे जा रहे हैं
कई तरह के फूल,
एल.ई.डी.की रोशनी में
प्रदर्शन के लिए रखी
अनावृत लाज पर
चस्पां हो रहे हैं
कई स्लोगन
और इसके इर्द-गिर्द
फल-फूल रही है
बेखौफ ब्यूरोक्रेटिक घास,
सारा माज़रा
आशंका मिश्रित भय से
निहार रहे हैं
जवानी की दहलीज पर खड़े
आसपास के कच्चे पेड़,
मैं लिखता हूँ ख़त
आयोजकों को-
माफ कीजियेगा
हरित शहर अभियान के
उद्घाटन के लिए
नहीं आ पाऊँगा!
© संजय भारद्वाज
☆ अध्यक्ष– हिंदी आंदोलन परिवार ☆ सदस्य– हिंदी अध्ययन मंडल, पुणे विश्वविद्यालय ☆ संपादक– हम लोग ☆ पूर्व सदस्य– महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी ☆ ट्रस्टी- जाणीव, ए होम फॉर सीनियर सिटिजन्स ☆
मोबाइल– 9890122603