श्रीमती सिद्धेश्वरी सराफ ‘शीलू’
(संस्कारधानी जबलपुर की श्रीमति सिद्धेश्वरी सराफ ‘शीलू’ जी की लघुकथाओं, कविता /गीत का अपना संसार है। । साप्ताहिक स्तम्भ – श्रीमति सिद्धेश्वरी जी का साहित्य शृंखला में आज प्रस्तुत नववर्ष के शुभागमन पर आपकी एक अतिसुन्दर कृति “2021 का करें अभिनंदन….”। )
☆ श्रीमति सिद्धेश्वरी जी का साहित्य # 73 ☆
? 2021 का करें अभिनंदन …. ?
खोया हमने बहुत अपनों को
गम भी है उनका हमको
भाग्य लिखा टल न सका
दिए सांत्वना हैं सबको
मिलकर नमन करते हैं सब
गुरु गंगा गीता गौ गायत्री को
जिनके संस्कारों टिका हुआ
दुनिया में ऊंचा भारत को
ठिठुरन भरी ठंडक में भी
मनाते हैं संक्रांत यहां
गुड़ तिल जैसे मिले रहे
ऐसा मिलता प्यार कहां
मिला संस्कार बड़ों से यहां
नित्य पूजन की बजती घंटी
2020 के कोरोना में भी
काम आई हमारी तुलसी बट्टी
याद करें सुन्दर लम्हों को
सुखद बनाएं जो जीवन
भूलकर 2020 का गम
2021 का करें अभिनंदन
अलौकिक सुंदर जीवन
शुभ कर्मो से पाया हैं
नूतन वर्ष मंगलमय हो
हम सब ने आस लगाया हैं
© श्रीमति सिद्धेश्वरी सराफ ‘शीलू’
जबलपुर, मध्य प्रदेश
≈ ब्लॉग संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈