श्री श्याम खापर्डे
(श्री श्याम खापर्डे जी भारतीय स्टेट बैंक से सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी हैं। आप प्रत्येक सोमवार पढ़ सकते हैं साप्ताहिक स्तम्भ – क्या बात है श्याम जी । आज प्रस्तुत है महामारी कोरोना से ग्रसित होने के पश्चात मनोभावों पर आधारित एक अविस्मरणीय भावप्रवण कविता “# खुशी जीवन में लाईये #”।)
☆ साप्ताहिक स्तम्भ ☆ क्या बात है श्याम जी # 38 ☆
☆ # खुशी जीवन में लाईये # ☆
रंज-ओ-गम छोड़कर
खुशी जीवन में लाईये
जो बित गया उसे भूलकर
जरा मुस्कुराइए
कौन साथ देता है
मंजिल के आखिरी छोर तक
जो दो कदम भी साथ चला
उसे अपना बनाईये
जीवन की गलियों में
स्याह अंधेरा बहुत है
दीये की लौ बनकर
खूब जगमगाईये
इस लहर में जो छूट गए
मुँह मोड़कर जो रूठ गए
अब वो नहीं आयेंगे
चाहे आप कितना भी बुलाइए
अच्छा हो या बुरा
कल हो या आज
समय है बलवान
आप मान भी जाइए
आंखों में आंखें डालकर
कहाँ डूबे हुए हो “श्याम”
सागर है बहुत गहरा
कहीं डूब ना जाइए
© श्याम खापर्डे
27/5/2021
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