श्री जय प्रकाश पाण्डेय

(श्री जयप्रकाश पाण्डेय जी   की पहचान भारतीय स्टेट बैंक से सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी के अतिरिक्त एक वरिष्ठ साहित्यकार की है। वे साहित्य की विभिन्न विधाओं के सशक्त हस्ताक्षर हैं। उनके  व्यंग्य रचनाओं पर स्व. हरीशंकर परसाईं जी के साहित्य का असर देखने को मिलता है। परसाईं जी का सानिध्य उनके जीवन के अविस्मरणीय अनमोल क्षणों में से हैं, जिन्हें उन्होने अपने हृदय एवं साहित्य में  सँजो रखा है।आज प्रस्तुत है बैंकर्स के जीवन पर आधारित एक अतिसुन्दर समसामयिक व्यंग्य वेलेंटाइन डे पर पत्र”।)  

☆ व्यंग्य # 124 ☆ “वेलेंटाइन डे पर पत्र” ☆ श्री जय प्रकाश पाण्डेय

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प्राण प्यारी प्रिये,

     जुग जुग जियो।

यहां कुशल सब भांति सुहाई,

      वहां कुशल राखें रघुराई,

रघुराई का सहारा इसलिए लेना पड़ रहा है कि वेलेंटाइन डे सामने खड़ा हो गया है, और हमें चिंता है कि इस साल तुम सुरक्षित रहो, पिछले साल वेलेंटाइन डे मनाते समय तुम्हारी उन लोगों ने पिटाई कर दी थी, हालांकि उस पिटाई में हम भी शामिल थे, अपन दोनों वेलेंटाइन डे के स्वागत के लिए गार्डन में एक दूसरे से चिपके बैठे थे तो पीछे से कुछ लोगों ने लठ्ठ पटक दिया था। इस बार का वेलेंटाइन डे तुम किसी और के साथ कहीं और मना लेना क्योंकि इन दिनों अपना उपयोग गधे की भांति किया जा रहा है। टारगेटों से लदे हुए हम कराह रहे हैं। इधर सरकारी योजनाओं का टारगेट पूंछ उठा कर खड़ा है, डिपाजिट और एडवांस का टारगेट  ओमीक्रान बन गया है। पत्नी ने जो टारगेट दिया था वो हवा में उड़ गया है। ससुराल वालों का साहब बने रहो के टारगेट से टांग टूट गई है। बच्चे पैदा करने का टारगेट  हवा हवाई हो गया है। इस बार गरीबी रेखा के साथ मजबूरी में वेलेंटाइन डे मनाने का टारगेट हाथ लगा है, तुम चिंता नहीं करना, एंज्वॉय में कमी न करना, भरपूर एंज्वॉय के साथ वेलेंटाइन डे मनाना, चाहे जिसके साथ मनाओ पर बीच-बीच में हमें भी याद कर लेना। इस बार यदि वसूली का टारगेट पूरा हो जाएगा तो तुम्हारे लिए बरेली के बाजार से सोने का झुमका लेकर आयेंगे, तुम चिंता नहीं करना क्योंकि अभी हम मीटिंग में बैठे हैं और तरह तरह के टारगेट पर टारगेटेड हैं। थोड़ी देर में बाॅस गाली देने का टारगेट पूरा करेंगे, इस बार बाॅस की चमचागिरी का टारगेट नयी आयी सुंदर सी स्टेनो को दिया गया है, इस बार बाॅस अपने केबिन में नयी स्टेनो के साथ वेलेंटाइन डे मनाने वाले हैं, और हमें एनपीए महारानी के साथ वेलेंटाइन डे मनाने का टारगेट दिया गया है। अपनी इज्जत अपने हाथ बचाने का टारगेट हमने फिक्स कर लिया है इससे लठ्ठ पड़ने का डर खतम हो गया है। तुम अपना बहुत ख्याल रखना, इस बार लठ्ठ चलाने वाले बहुतायत से घूम रहे हैं, इन्हें बड़े बड़े टारगेट दिये गये हैं। ये टारगेट पूरा करने बहुरुपिए बनकर आयेंगे, इसलिए सेफ वेलेंटाइन डे मनाने के तरीकों का सहारा लेना। बहुत बहुत शुभकामनाएं तुम इस वेलेंटाइन डे को खूब ऐश करो और तुम्हें खूब सुख मिले।

शेष कुशल है।

 

तुम्हारा टारगेटेड प्रेमी

© जय प्रकाश पाण्डेय

416 – एच, जय नगर, आई बी एम आफिस के पास जबलपुर – 482002  मोबाइल 9977318765

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈
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