श्री जय प्रकाश पाण्डेय
(श्री जयप्रकाश पाण्डेय जी की पहचान भारतीय स्टेट बैंक से सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी के अतिरिक्त एक वरिष्ठ साहित्यकार की है। वे साहित्य की विभिन्न विधाओं के सशक्त हस्ताक्षर हैं। उनके व्यंग्य रचनाओं पर स्व. हरीशंकर परसाईं जी के साहित्य का असर देखने को मिलता है। परसाईं जी का सानिध्य उनके जीवन के अविस्मरणीय अनमोल क्षणों में से हैं, जिन्हें उन्होने अपने हृदय एवं साहित्य में सँजो रखा है।आज प्रस्तुत है आपका एक मजेदार लघुकथा – “सास-बहू”।)
☆ लघुकथा # 148 ☆ “सास-बहू” ☆ श्री जय प्रकाश पाण्डेय ☆
सास – – बहू देखो तो… वाटस्अप पर आया ये वीडियो…..
जिसमें बहू अपनी सास को घसीट घसीट कर मार रही है।
बहू – – चिंता मत करो सासू जी, मेरी सहेली है और ट्रेनिंग मैंने ही दी है।
© जय प्रकाश पाण्डेय
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