श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’
(हम प्रतिष्ठित साहित्यकार श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’जी के आभारी हैं जो साप्ताहिक स्तम्भ – “विवेक की पुस्तक चर्चा” शीर्षक के माध्यम से हमें अविराम पुस्तक चर्चा प्रकाशनार्थ साझा कर रहे हैं । श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र जी, मुख्यअभियंता सिविल (म प्र पूर्व क्षेत्र विद्युत् वितरण कंपनी, जबलपुर ) पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। तकनीकी पृष्ठभूमि के साथ ही उन्हें साहित्यिक अभिरुचि विरासत में मिली है। उनका दैनंदिन जीवन एवं साहित्य में अद्भुत सामंजस्य अनुकरणीय है। इस स्तम्भ के अंतर्गत हम उनके द्वारा की गई पुस्तक समीक्षाएं/पुस्तक चर्चा आप तक पहुंचाने का प्रयास करते हैं।
आज प्रस्तुत है स्टार्ट-अप प्रारम्भ करने के लिए कुछ विशेष पुस्तकों पर चर्चा।
☆ साप्ताहिक स्तम्भ – विवेक की पुस्तक चर्चा# 152 ☆
☆ स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो… ☆ विवेक रंजन श्रीवास्तव ☆
स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो ये पुस्तकें प्रारंभिक जानकारी देंगी
1. स्टार्टअप प्लेबुक – इस किताब में सबसे तेज़ी के साथ बढ़ने वाले स्टार्टअप्स के फ़ाउंडर्स ने अपने राज़ साझा किए हैं, जिसे पुस्तक में संजोया है डेविड किडर ने।
2. द फ़ोर आवर वर्कवीक, तिमोती फ़ेरिस की यह किताब बताती है कि किस तरह से आप आय के स्रोत तैयार कर सकते हैं और उन्हें ऑटोमेट कर सकते हैं ताकि आप पूरी तरह से अपने पैशन को अंजाम देने पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
इस किताब के लेखक तिमोती मानते हैं कि ऑन्त्रप्रन्योरशिप के ज़रिए आप अपने जीवन पर नियंत्रण हासिल कर सकते हैं और एक हफ़्ते में 40 घंटे से भी कम समय तक काम करके आप अपने जीवन का पूरा आनंद उठा सकते हैं। यह किताब आपको बताती है कि किस तरह से आप परंपरागत 9 से 5 बजे तक की नौकरी से मुक्ति पाकर, अन्य रोचक काम कर सकते हैं ।
3. जेसन फ़्रायड और डेविड हेनीमियर हैनसन की पुस्तक ‘रीवर्क’ आपको अपने बिज़नेस में सफलता पाने का बेहतर, तेज़ और आसान रास्ता सुझाती है।
स्टार्ट अप फाउंडर्स को इस किताब को पढ़कर जानना चाहिए कि किस तरह की योजनाएं, उनके लिए नुकसानदायक हो सकती हैं; क्यों हमें बाहरी निवेशकों की ज़रूरत नहीं; और क्यों आपको किसी भी क्षेत्र में काम करने से पहले उसमें मौजूद प्रतियोगियों के बारे में बहुत ज़्यादा नहीं सोचना चाहिए।
4. एरिक राइज़ की द लीन स्टार्टअप किताब में एरिक राइज़ ने इनोवेशन ईको सिस्टम से जुड़े एक महत्वपूर्ण तथ्य का ज़िक्र किया है कि ज़्यादातर स्टार्टअप्स असफल क्यों हो जाते हैं। किताब के लेखक का मानना है कि असफल होने वाले इन स्टार्टअप्स में से ज़्यादातर सफल हो सकते थे और किताब में उन्होंने इसके तरीक़े बताए हैं।
5. जिम कॉनिल्स की “गुड टू ग्रेटः वाय सम कंपनीज़ मेक द लीप ऐंड अदर्स डोन्ट” 2001 में इस किताब को लॉन्च किया गया था। इस किताब में अर्श से फ़र्श तक पहुंचने वाली कंपनियों की ख़ासियतों के बारे में चर्चा की गई है। किताब में बताया गया है कि आप किस तरह से, सफलता के एक स्तर पर मिलने वाली तारीफ़ों के दौरान अपने आप को शांत रखें और अपने बड़े लक्ष्य से ध्यान को भटकने न दें और अपना काम जारी रखें।
6. नाथन फ़र और पॉल ऐहल्सट्रॉम की “नेल इन देन स्केल इटः द ऑन्त्रप्रन्योर्स गाइड टू क्रिएटिंग ऐंड मैनेजिंग ब्रेक आईओएथ्रू इनोवेशन”
यह किताब संघर्ष के दौर से गुज़र रहे स्टार्टअप्स को सफलता से जुड़े कई अहम राज़ बताती है। इस किताब में लेखक ‘नेल इट देन स्केल इट’ की ख़ास विधि के बारे में बताता है, जिसमें आपको बतौर ऑन्त्रप्रन्योर सफल व्यवसाइयों के काम करने के तरीक़े और सिद्धान्त पहचानने और समझने होते हैं।
7. क्रिस गुलीबियू की “द 100 डॉलर स्टार्टअपः रीइनवेन्ट द वे यू मेक अ लिविंग, डू वॉट यू लव ऐंड क्रिएट अ न्यू फ़्यूचर “
इस किताब में क्रिस गुलीबियू ने 1500 से ज़्यादा उन लोगों के साथ अपनी बातचीत को प्रस्तुत किया है, जिन्होंने 100 डॉलर या इससे भी कम पैसों के साथ अपने बिज़नेस की शुरुआत की थी और फिर सफलता हासिल की और जिनका मानना है कि सफल होने के लिए आपके पास करोड़ों रुपए की फ़ंडिंग हो ऐसा ज़रूरी नहीं है।
8. बिज़ स्टोन की “थिंग्स अ लिटिल बर्ड टोल्ड मीः कन्फ़ेशन्स ऑफ़ द क्रिएटिव माइन्ड”
ट्विटर के को-फ़ाउंडर बिज़ स्टोन ने इस किताब में बताया कि क्रिएटिविटी की क्या ताक़त होती है और इसे कैसे भुनाया जा सकता है। इसके लिए उन्होंने अपनी ज़िंदगी और करियर से जुड़ीं कई रोचक समझने वाली बातों का ज़िक्र किया है।
9. ऐलिस स्रोडर की “द स्नोबॉलः वॉरेन बफ़े ऐंड द बिज़नेस ऑफ़ लाइफ़ “
यह किताब दुनिया के बहुचर्चित अरबपति उद्योपतियों में से एक वॉरेन बफ़े के काम करने और सोचने के तरीक़ों के बारे में जानकारी देती है। वॉरेन बफ़े ने लिखित रूप से या मीडिया के सामने मौखिक रूप से कभी अपने अनुभवों को बहुत अधिक साझा नहीं किया, इसलिए आप इस किताब से उनके बारे में जान सकते हैं।
10. जेसिका लिविंग्स्टन की “फ़ाउंडर्स ऐट वर्कः स्टोरीज़ ऑफ़ स्टार्टअप्स अर्ली डेज़”
यह किताब टेक कंपनियों के फ़ाउंडर्स जैसे कि स्टीव वोज़नियक (ऐपल), कैटरीना फ़ेक (फ़्लिकर), मिच कैपर (लोटस), मैक्स लेवचिन (पे पाल) और सबीर भाटिया (हॉटमेल) आदि के प्रोफ़ाइल्स का संकलन है।
इस किताब की लेखिका जेसिका लिविंग्स्टन वाय कॉम्बिनेटर में फ़ाउंडिंग पार्टनर हैं। यह किताब आपको बताएगी किस तरह से इन बुद्धिजीवियों ने अपने विनिंग आइडिया पर काम किया और इसे सफल बनाने के लिए किस तरह की रणनीति अपनाई।
चर्चाकार… विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’
समीक्षक, लेखक, व्यंगयकार
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≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈