श्री आशिष मुळे

☆ साप्ताहिक स्तम्भ ☆ दिन-रात # 50 ☆

☆ कविता ☆ “फकीर…☆ श्री आशिष मुळे ☆

क्या अमीरी क्या गरीबी

क्या दूरी क्या करीबी

आज जिंदा कल मुर्दा

खूबसरत बेफ़िक्र ये फकीरी

 *

क्या तालियां क्या गालियां

रंगीन ये काँटों की गद्दीया

कभी गुल कभी छुरी

हमारे गालों पर लाली गुलाबी

 *

क्या हार क्या कामयाबी

बस खेल ये कायनाती

रश्के कमर नूरे ख़ुदा

इंसान तूही इंसान तूही

© श्री आशिष मुळे

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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