श्री एस के कपूर “श्री हंस”
☆ “श्री हंस” साहित्य # 144 ☆
☆ मुक्तक – ।।घर में प्रेम,रौनक का रंग ,भरती हैं बेटियाँ।। ☆ श्री एस के कपूर “श्री हंस” ☆
☆
=1=
बेटियाँ और आगे भी बढ़ेंगी बेटियाँ।
बराबर हक के लिए भी लड़ेंगी बेटियाँ।।
बेटों से कमतर नहीं हैं बेटियाँ भी हमारी।
हर ऊँची सीढ़ी पर भी चढ़ेंगी बेटियाँ।।
=2=
विश्व पटल पर आज बेटियों का ऊंचा नाम है।
आज कर रही दुनिया में वह हर काम है।।
बेटी को जो देते बेटों जैसा प्यारऔर सम्मान।
अब वही माता पिता कहलाते महान हैं।।
=3=
हर दुःख सुख साथ में संजोतीं हैं बेटियाँ।
हर घर प्रेम और रौनक के फूल बोती हैं बेटियाँ।।
बड़ी होकर करती सृष्टि की रचना बनके नारी।
प्रभु कृपा बरसती वहीं जहाँ होती हैं बेटियाँ।।
☆
© एस के कपूर “श्री हंस”
बरेलीईमेल – Skkapoor5067@ gmail.com, मोब – 9897071046, 8218685464