श्री अरुण कुमार दुबे
(वरिष्ठ साहित्यकार श्री अरुण कुमार दुबे जी, उप पुलिस अधीक्षक पद से मध्य प्रदेश पुलिस विभाग से सेवा निवृत्त हुए हैं । संक्षिप्त परिचय ->> शिक्षा – एम. एस .सी. प्राणी शास्त्र। साहित्य – काव्य विधा गीत, ग़ज़ल, छंद लेखन में विशेष अभिरुचि। आज प्रस्तुत है, आपकी एक भाव प्रवण रचना “तख़्त का तज मोह सच को देखिए…“)
☆ साहित्यिक स्तम्भ ☆ कविता # 73 ☆
तख़्त का तज मोह सच को देखिए… ☆ श्री अरुण कुमार दुबे ☆
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सीट कम हों भय हुआ सच बात है
मौन संसद रह रहा सच बात है
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सौ से ऊपर मर गए सत्संग में
हाथरस मक़तल बना सच बात है
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ढोंग से पर्दा हटेगा कब तलक
हादसों का सिलसिला सच बात है
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फुलरई मथुरा या सिरसा जोधपुर
दर्द अपना कह दिया सच बात है
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मुख्य आरोपी न मुलजिम नामजद
आसरा है धर्म का सच बात है
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हो रही तफ्तीश कैसी कुछ बता
झूठ हावी हो गया सच बात है
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सिरफिरों की फौज आई सामने
राज्य शासन तक झुका सच बात है
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सत्य हैं आरोप झूठे सन्त पर
क्यों तू झुठलाने लगा सच बात है
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तख़्त का तज मोह सच को देखिए
जाति गत ये दबदबा सच बात है
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अय अरुण बाबा बनो तो है मजा
छंद का छोड़ो नशा सच बात है
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© श्री अरुण कुमार दुबे
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