सुश्री सरिता त्रिपाठी
☆ कैलेंडर बदल गया है ☆
कैलेंडर बदल गया है
कैलेंडर बदल रहा है अब
कल था तीन सौ पैंसठवा दिन
दो हजार बीस का
आज से आ गया दो हजार इक्कीस
आज होगा पहला दिन इक्कीस का
पर नया क्या है कुछ दिखाई नहीं देता
जीवन है चलता रहेगा निरन्तर
यह सतत् चलने वाली क्रिया है
दिन गुजरेगा माह फिर साल
पर हर दिन जिओ खुशहाल
मनाओ नया साल
न हो कोई धरा पे बेहाल
मानव रूपी चेतना को जाग्रत कर
उस ईश्वर पर भरोसा कर
बढ़ो निरन्तर परस्पर इस जीवन में
इस अनमोल योनि को समझो
और इसका सदुपयोग करो
जब ग्रहों का बदलाव हो
जब अन्नों का उत्पाद हो
जब उर्जा का प्रसार हो
जब भानु उदयमान हो
करो नमस्कार ईष्ट को
समर्पण सर्वप्रथम सृष्टि को
जिससे जीवन गतिमान हो
ऐसा नववर्ष हो ऐसा नया साल हो
दुनिया में फैली खुशिया अपार हो
© सरिता त्रिपाठी
जानकीपुरम, लखनऊ, उत्तर प्रदेश
≈ ब्लॉग संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈