कविराज विजय यशवंत सातपुते
कवितेचा उत्सव # 168 – विजय साहित्य
☆ राम नाम मंत्र घोष… ☆ कविराज विजय यशवंत सातपुते ☆
☆
विष्णू अंश रामरूप,रघु कुलाचारी
राम नाम मंत्र घोष,संकटे निवारी..||धृ.||
☆
अस्त्रशास्त्र कला विद्या,वेद पारंगत
गुरूगृही रामचंद्र,निती सुसंगत
युद्ध शास्त्र आत्मसात,पुत्र सदाचारी..||१.||
☆
दाशरथी राम सवे,लक्षुमण भ्राता
यज्ञरक्षणार्थ राम, ऋषीमुनी त्राता
विश्वामित्र मागतसे,राम साह्यकारी..||२.||
☆
क्रूरतेचे मूर्त रूप,त्राटिका भयाण
त्राटिकेस देई सजा,सिद्ध रामबाण,
मारीच नी सुबाहुचा,अंत मोक्षकारी..||३.||
☆
वनवासी रामचंद्र,बंधुभाव गाथा
एक एक राम शौर्य,लीन होई माथा
रामलीला देई न्याय,भवभय हारी..||४.||
☆
राम रावणाचे युद्ध,अंत दानवांचा
सुग्रीवादी हनुमान,मैत्र राघवांचा
सीता पती रामराय,जगता उद्धारी..|| ५.||
☆
© कविराज विजय यशवंत सातपुते
सहकारनगर नंबर दोन, दशभुजा गणपती रोड, पुणे. 411 009.
मोबाईल 8530234892/ 9371319798.
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – सौ. उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈