श्री संजय सरोज
(सुप्रसिद्ध लेखक श्री संजय सरोज जी का ई-अभिव्यक्ति में हार्दिक स्वागत। आप वर्तमान में असिस्टेंट कमिश्नर, (स्टेट-जी एस टी ) के पद पर कार्यरत हैं। आज प्रस्तुत है आपकी भावप्रवण कविता – “नागफनी के फूल…”)
☆ कविता ☆ “नागफनी के फूल…”
रेगिस्तानी बंजर भूमि पर बिखरी चांदनी ,
हरे नागफनियो के झुरमुटों को सहलाती चांदनी,
जो कल फिर झेलेंगे उस दहकते ताप को,
जो निगल गया है ब्लैक होल की तरह सब कुछ,
जो चाहता है इनको भी निगलना,
पर जिस पर खिलेंगे,
कल छोटे-छोटे फूल कई,
कुछ जामुनी,कुछ चंपई,
और कुछ सुर्ख रंगों में ……
© श्री संजय सरोज
नोयडा
मो 72350 01753
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈