श्रीमद् भगवत गीता
हिंदी पद्यानुवाद – प्रो चित्र भूषण श्रीवास्तव ‘विदग्ध’
अध्याय 18
(सन्यास योग)
(कर्मों के होने में सांख्यसिद्धांत का कथन)
पञ्चैतानि महाबाहो कारणानि निबोध मे ।
साङ्ख्ये कृतान्ते प्रोक्तानि सिद्धये सर्वकर्मणाम् ।।13।।
कर्म दोष या सिद्धि हित कारण पाँच प्रधान
सांख्य शास्त्र आधार पर अर्जुन तू यह जान ।।13।।
भावार्थ : हे महाबाहो! सम्पूर्ण कर्मों की सिद्धि के ये पाँच हेतु कर्मों का अंत करने के लिए उपाय बतलाने वाले सांख्य-शास्त्र में कहे गए हैं, उनको तू मुझसे भलीभाँति जान।।13।।
Learn from Me, O mighty-armed Arjuna, these five causes, as declared in the Sankhya system for the accomplishment of all actions!।।13।।
प्रो चित्र भूषण श्रीवास्तव ‘विदग्ध’
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