ज्योतिष साहित्य ☆ साप्ताहिक राशिफल (23 दिसंबर से 29 दिसंबर 2024) ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

विज्ञान की अन्य विधाओं में भारतीय ज्योतिष शास्त्र का अपना विशेष स्थान है। हम अक्सर शुभ कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त, शुभ विवाह के लिए सर्वोत्तम कुंडली मिलान आदि करते हैं। साथ ही हम इसकी स्वीकार्यता सुहृदय पाठकों के विवेक पर छोड़ते हैं। हमें प्रसन्नता है कि ज्योतिषाचार्य पं अनिल पाण्डेय जी ने ई-अभिव्यक्ति के प्रबुद्ध पाठकों के विशेष अनुरोध पर साप्ताहिक राशिफल प्रत्येक शनिवार को साझा करना स्वीकार किया है। इसके लिए हम सभी आपके हृदयतल से आभारी हैं। साथ ही हम अपने पाठकों से भी जानना चाहेंगे कि इस स्तम्भ के बारे में उनकी क्या राय है ? 

☆ ज्योतिष साहित्य ☆ साप्ताहिक राशिफल (23 दिसंबर से 29 दिसंबर 2024) ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

एक दिन हमने वर्ष 2024 में प्रवेश किया था और और अब यह साप्ताहिक राशिफल वर्ष 2024 का अंतिम राशिफल है। काल निरंतर गतिमान है और हमें उसकी गति से ही चलना पड़ता है। अगर हम उसकी गति और सही दिशा में चलते रहते हैं तो सफल होते हैं। सही समय की सही दिशा बताने के लिए मैं पंडित अनिल पाण्डेय आपके पास हर सप्ताह साप्ताहिक राशिफल लेकर प्रस्तुत होता हूं। आज मैं आपको 23 दिसंबर से 29 दिसंबर 2024 तक के सप्ताह के साप्ताहिक राशिफल के बारे में बताऊंगा। मगर सबसे पहले इस सप्ताह जन्म लिए बच्चों के भविष्य के बारे में चर्चा की जाएगी।

सप्ताह के प्रारंभ से लेकर 25 तारीख को 1:55 am रात तक जन्म लिए बच्चों की राशि कन्या रहेगी। यह बच्चे शत्रुहन्ता भाग्यशाली और प्रतिष्ठावांन होंगे। 25 तारीख के 1:55 a.m रात से लेकर 27 तारीख के 1:30 पीएम दिन तक जन्म लिए बच्चों की राशि तुला होगी। यह बच्चे भाई बहनों के प्रिय और समाज में उनकी बड़ी प्रतिष्ठा रहेगी। 27 तारीख के 1:30 पीएम दिन से लेकर 29 तारीख को 11:30 पीएम रात तक जन्म लेने वाले बालकों की राशि वृश्चिक रहेगी। यह बच्चे उत्तम व्यापारी धनी और समाज में बड़ी प्रतिष्ठा वाले होंगे।

आइये अब हम राशिवार राशिफल की चर्चा करते हैं।

मेष राशि

इस सप्ताह कार्यालय में आपकी स्थिति अच्छी रहेगी। भाग्य आपका साथ देगा। धन आने की उम्मीद है। माताजी और पिताजी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आपका और आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। आपको इस सप्ताह अपने संतान से सहयोग नहीं मिल पाएगा। इस सप्ताह आपके लिए 25, 26 और 27 की दोपहर तक का समय उत्तम है। सप्ताह के बाकी दिनों में आपको कोई भी कार्य सावधानी पूर्वक करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन काले कुत्ते को रोटी खिलाएं। सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है।

वृष राशि

 इस सप्ताह आप कार्यालय के कार्यों में सफल रहेंगे। भाग्य से आपको मदद मिल सकती है। गलत रास्ते से धन आने का योग है। आपको अपनी संतान से सहयोग प्राप्त होगा। छात्रों के पढ़ाई ठीक-ठाक चलेगी। व्यापार ठीक चलेगा। माता जी को कष्ट हो सकता है। भाई बहनों के साथ संबंध ठीक रहेंगे। इस सप्ताह आपको 25, 26 और 27 को सतर्क रहकर काम करना चाहिए। 27, 28 और 29 दिसंबर को आपके जीवनसाथी को कष्ट हो सकता है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।

मिथुन राशि

इस सप्ताह भाग्य आपका साथ देगा। जीवनसाथी का और आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। माता-पिता जी को तकलीफ हो सकती है। धन आने का सामान्य योग है। कचहरी के कार्यों में रिस्क ना लें। आपको अपने संतान से कोई खास मदद नहीं मिल पाएगी। इस सप्ताह आपके लिए 23 और 24 दिसंबर किसी भी कार्य को करने के लिए शुभ है। 27 के दोपहर के बाद से लेकर 28 और 29 तारीख को अगर आप बीमार हैं तो आप स्वस्थ होने लगेंगे। शत्रुओं पर आप विजय प्राप्त कर सकते हैं। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

कर्क राशि

अगर आप अविवाहित हैं तो विवाह के अच्छे प्रस्ताव आएंगे। प्रेम संबंधों में वृद्धि होगी। भाग्य से आपको कोई मदद नहीं मिल पाएगी। अगर आप प्रयास करेंगे तो आप शत्रुओं को पराजित कर सकते हैं। इस सप्ताह आपके लिए 25, 26 और 27 की दोपहर तक का समय किसी भी कार्य को करने के लिए लाभदायक है। 27 के दोपहर के बाद से 28 और 29 तारीख को आपके संतान को कष्ट हो सकता है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन लाल मसूर की दाल का दान करें तथा मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

सिंह राशि

कार्यालय में आपकी स्थिति सामान्य रहेगी। जीवनसाथी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आपको थोड़ा कष्ट हो सकता है। कचहरी के कार्यों में आपको सफलता मिल सकती है। अगर आपके ऊपर ऋण है तो वह कम हो सकता है। आपको अपने संतान से अच्छा सहयोग प्राप्त होगा। इस सप्ताह आपके लिए सप्ताह के सभी दिन सामान्य हैं। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन भगवान शिव का दूध और जल के साथ अभिषेक करें। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

कन्या राशि

इस सप्ताह अगर आप प्रयास करेंगे तो आप अपने शत्रुओं को परास्त कर सकते हैं। आपको अपने संतान से अच्छा सहयोग प्राप्त होगा। भाग्य ठीक-ठाक है। इस सप्ताह आपके प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है। लंबी यात्रा का योग भी बन सकता है। इस सप्ताह आपके लिए 23, और 24 दिसंबर किसी भी कार्य को करने के लिए लाभ वर्धक हैं। सप्ताह के बाकी दिन सामान्य हैं। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप गरीबों के बीच में कंबल का दान दें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

तुला राशि

इस सप्ताह आपके प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है। आपको अपने संतान से सहयोग प्राप्त होगा। भाई बहनों से भी आपके सहयोग प्राप्त हो सकता है। आपका आपके जीवनसाथी का और माता-पिता जी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। इस सप्ताह आपके लिए 25, 26 और 27 की दोपहर तक का समय ठीक है। इस सप्ताह आपको धन की प्राप्ति हो सकती है। 23 और 24 तारीख को आपको सावधान रहकर कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन उड़द की दाल का गरीबों के बीच में दान करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

वृश्चिक राशि

इस सप्ताह आपके व्यापार में प्रगति हो सकती है। अविवाहित जातकों के विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं। आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। भाग्य से आपको मदद मिल सकती है। धन प्राप्त होने की आशा है। इस सप्ताह आपके लिए 25, 26 और 27 की दोपहर तक का समय सावधान रहने का है। इस सप्ताह आपके स्वास्थ्य में थोड़ी गिरावट आ सकती है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि गरीबों के बीच में शक्कर का दान दें तथा मंदिर के पुजारी जी को सफेद वस्तुओं का दान दें। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

धनु राशि

इस सप्ताह आपका और आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। माता-पिता जी को परेशानी हो सकती है। भाई बहनों के साथ संबंध ठीक रहेंगे। धन आने की उम्मीद है। कार्यालय में आपकी स्थिति ठीक रहेगी। इस सप्ताह आपके लिए 23 और 24 दिसंबर किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त हैं। 27, 28 और 29 दिसंबर को आपको कचहरी के कार्यों में सफलता प्राप्त हो सकती है। परंतु यह सफलता तभी प्राप्त होगी तब आप पूरी सावधानी से कार्य करेंगे। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप काली उड़द का दान दें और शनिवार को शनि मंदिर में जाकर पूजा पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

मकर राशि

इस सप्ताह आपका और आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। कचहरी के कार्यों में सफलता मिल सकती है। धन आ सकता है। भाई बहनों के साथ तनाव होगा। लंबी यात्रा का योग है। भाग्य साथ देगा। इस सप्ताह आपके लिए 25, 26 और 27 की दोपहर तक का समय किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त है। 27 तारीख के दोपहर के बाद से 28 और 29 तारीख को धन संबंधी कोई भी कार्य करने में सावधानी बरतें। सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।

कुंभ राशि

सप्ताह आपके पास धन आने का अच्छा योग है। कचहरी के कार्यों में सफलता मिलेगी। भाग्य थोड़ा कम साथ देगा। पिताजी माता जी का स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। जीवनसाथी को कष्ट हो सकता है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप 23 और 24 तारीख को सावधानी पूर्वक कार्य करें। 27, 28 और 29 तारीख को राज्य या कार्यालय संबंधी कोई कार्य करने में बहुत सावधानी बरतें। पिताजी का ख्याल रखें। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन रुद्राष्टक का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

मीन राशि

इस सप्ताह कार्यालय में आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। धन आने की उम्मीद की जा सकती है। भाग्य आपका सामान्य रूप से साथ देगा। छात्रों की पढ़ाई में कुछ बाधा पड़ सकती है। कचहरी के कार्यों में सावधानी बरतें। इस सप्ताह आपके लिए 23 और 24 दिसंबर किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त है। इसके अलावा सप्ताह के बाकी सभी दिन आपको सावधान रहकर कार्य करने की आवश्यकता है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन शिव पंचाक्षरी मंत्र का जाप करें। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

ध्यान दें कि यह सामान्य भविष्यवाणी है। अगर आप व्यक्तिगत और सटीक भविष्वाणी जानना चाहते हैं तो आपको मुझसे दूरभाष पर या व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाना चाहिए। मां शारदा से प्रार्थना है या आप सदैव स्वस्थ सुखी और संपन्न रहें। जय मां शारदा।

 राशि चिन्ह साभार – List Of Zodiac Signs In Marathi | बारा राशी नावे व चिन्हे (lovequotesking.com)

निवेदक:-

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

(प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ और वास्तु शास्त्री)

सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता, मध्यप्रदेश विद्युत् मंडल 

संपर्क – साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया, सागर- 470004 मध्यप्रदेश 

मो – 8959594400

ईमेल – 

यूट्यूब चैनल >> आसरा ज्योतिष 

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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ज्योतिष साहित्य ☆ साप्ताहिक राशिफल (16 दिसंबर से 22 दिसंबर 2024) ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

विज्ञान की अन्य विधाओं में भारतीय ज्योतिष शास्त्र का अपना विशेष स्थान है। हम अक्सर शुभ कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त, शुभ विवाह के लिए सर्वोत्तम कुंडली मिलान आदि करते हैं। साथ ही हम इसकी स्वीकार्यता सुहृदय पाठकों के विवेक पर छोड़ते हैं। हमें प्रसन्नता है कि ज्योतिषाचार्य पं अनिल पाण्डेय जी ने ई-अभिव्यक्ति के प्रबुद्ध पाठकों के विशेष अनुरोध पर साप्ताहिक राशिफल प्रत्येक शनिवार को साझा करना स्वीकार किया है। इसके लिए हम सभी आपके हृदयतल से आभारी हैं। साथ ही हम अपने पाठकों से भी जानना चाहेंगे कि इस स्तम्भ के बारे में उनकी क्या राय है ? 

☆ ज्योतिष साहित्य ☆ साप्ताहिक राशिफल (16 दिसंबर से 22 दिसंबर 2024) ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

हमारे जीवन में आने वाली कई शिक्षाएं एक दूसरे के से भिन्न होती हैं। जैसे एक शिक्षा है सठे-साठ्यम् समाचरेत। अर्थात दुष्ट के साथ दुष्ट का व्यवहार करो। दूसरी शिक्षा है जो तू को कांटा बुये ताहि बोई तूं फूल। यह दोनों शिक्षाएं एक दूसरे के विरुद्ध है परंतु हमें समय-समय पर दोनों को मानना पड़ता है। इसी तरह से किस समय आपको सफलता प्राप्त करने के लिए क्या करना चाहिए यह बताने के लिए आज मैं पंडित अनिल पाण्डेय 16 दिसंबर से 22 दिसंबर 2024 के राशिफल के साथ उपस्थित हूं।

राशिफल बताने के पहले मैं आपको इस सप्ताह जन्म लिए बच्चों के भविष्य के बारे में बताऊंगा।

सप्ताह के प्रारंभ से 17 तारीख को 8:48 रात तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि मिथुन होगी। भाग्य इनका साथ देगा। एकाएक इनके काम बन जायेंगे। 17 तारीख को 8:48 रात से 20 तारीख को प्रातः काल 4:18 a. m. तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि कर्क होगी। इन बच्चों को अपने जीवनसाथी और अपनी संतान से बहुत अच्छा सहयोग प्राप्त होगा। 20 दिसंबर के प्रातः काल 4:18 a. m. से लेकर 22 तारीख को 2:30 दिन तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि सिंह होगी। इन बच्चों को अपने जीवनसाथी से बहुत अच्छा सहयोग प्राप्त होगा। उनकी संतान बहुत ऊंचे पद तक पहुंचेगी। इनको भी बहुत अच्छी शिक्षा प्राप्त होगी। 22 तारीख को 2:30 दिन से सप्ताह के अंत तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि कन्या होगी।

आइए अब हम राशिवार राशिफल की चर्चा करते हैं।

मेष राशि

इस सप्ताह आपको अपने कार्यालय के कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। भाग्य आपका साथ देगा। माता जी और पिताजी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। जनता में आपकी प्रतिष्ठा अच्छी रहेगी। इस सप्ताह आपके लिए 18 और 19 दिसंबर अच्छे हैं। 22 दिसंबर को 2:00 बजे दोपहर के बाद से आपको सतर्क होकर कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

वृष राशि

आपका व्यापार ठीक चलेगा। भाई बहनों के साथ थोड़ा बहुत तनाव हो सकता है। भाग्य आपका साथ देगा। कार्यालय में आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। दुर्घटनाओं से आप बचेंगे। आपको अपने संतान का सहयोग थोड़ा कम मिलेगा। इस सप्ताह आपके लिए 20-21 और 22 दिसंबर लाभदायक है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें तथा बृहस्पतिवार को विष्णु भगवान या उनके किसी अवतार के मंदिर में जाकर पूजा पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।

मिथुन राशि

इस सप्ताह भाग्य आपका साथ देगा। एकाएक आपके काम बन सकते हैं। कार्यालय में आप फालतू के बहस में ना पड़े। आपको अपने शत्रुओं से सावधान रहना चाहिए। थोड़ा बहुत धन आने का योग है। इस सप्ताह आपके लिए 16 और 17 तारीख किसी भी कार्य के लिए उपयुक्त है। सप्ताह के बाकी दिन भी ठीक हैं। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन शिव पंचाक्षरी मंत्र का जाप करें। सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।

कर्क राशि

अगर आप अविवाहित हैं तो इस सप्ताह आपके पास विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं। प्रेम संबंधों में वृद्धि होगी। आपको अपने जीवनसाथी का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। संतान भी आपके साथ सहयोग करेगी। भाग्य से आपको कोई विशेष लाभ नहीं होगा। अगर आप प्रयास करेंगे तो शत्रुओं को आप परास्त कर सकते हैं। इस सप्ताह आपके लिए 18 और 19 दिसंबर परिणाम दायक हैं। 16 और 17 दिसंबर को आपको सावधान होकर कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन कम से कम तीन माला गायत्री मंत्र का जाप करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

सिंह राशि

अगर आपके ऊपर किसी प्रकार का ऋण है तो उसमें कमी होगी। आपको कमर या गर्दन में दर्द हो सकता है। जीवनसाथी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आपको अपने संतान से सहयोग प्राप्त होगा। छात्रों की पढ़ाई उत्तम चलेगी। आपको इस सप्ताह अपने शत्रुओं से भी सहयोग प्राप्त हो सकता है। इस सप्ताह आपके लिए 20-21 और 22 तारीख लाभ वर्धक है। 18 और 19 तारीख को आपको सावधान रहकर कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।

कन्या राशि

इस सप्ताह भाग्य से आपको सामान्य मदद मिलेगी। आपको अपने संतान से अच्छा सहयोग प्राप्त होगा। भाई बहनों के साथ अच्छा संबंध रहेगा। माताजी और पिताजी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। धन आने की उम्मीद है। इस सप्ताह आपके लिए 16 और 17 दिसंबर मंगलप्रद हैं। 20-21 और 22 तारीख को आपको सचेत रहना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

तुला राशि

इस सप्ताह आपका व्यापार उत्तम चलेगा। संतान से आपके सहयोग प्राप्त होगा। आपके पराक्रम में वृद्धि होगी। आपके क्रोध में भी वृद्धि हो सकती है। जनता में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। धन आने की उम्मीद है। इस सप्ताह आपके लिए 18 और 19 दिसंबर मंगल दायक हैं। 22 दिसंबर को आपको सचेत रहना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन काली उड़द की दाल का दान दें। शनिवार को शनि मंदिर में जाकर शनि देव की पूजा करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

वृश्चिक राशि

इस सप्ताह आपके माता जी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। पिताजी को थोड़ी परेशानी हो सकती है। आपके व्यापार में वृद्धि होगी। भाग्य आपका साथ दे सकता है। धन आने की पूरी उम्मीद है। आपको अपने संतान से इस सप्ताह कोई सहयोग नहीं मिल पाएगा। छात्रों की पढ़ाई में बाधा पड़ेगी। इस सप्ताह आपके लिए 20-21 और 22 दिसंबर अनुकूल हैं। इस सप्ताह आप 16 और 17 दिसंबर को सावधान रहकर कोई भी कार्य करें। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें तथा शनिवार को दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम तीन बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।

धनु राशि

इस सप्ताह आपके पास धन आने की उम्मीद है। कचहरी के कार्यों में सावधानी से कार्य करें। छात्रों की पढ़ाई में बाधा पड़ सकती है। आपका और आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। दुर्घटनाओं से आप बच जाएंगे। इस सप्ताह आपके लिए 16 और 17 दिसंबर किसी भी कार्य को करने के लिए लाभदायक है। 18 और 19 दिसंबर को आपको कोई भी कार्य बड़े सावधानी पूर्वक करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन रुद्राष्टक का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

मकर राशि

इस सप्ताह भाग्य आपका साथ दे सकता है। लंबी यात्रा का भी योग बन सकता है। कार्यालय में आपको थोड़ी परेशानी हो सकती है। धन आने का योग है। कचहरी के कार्यों में प्रयास करने पर सफलता मिल सकती है। आपको अपने संतान से सहयोग प्राप्त होगा। इस सप्ताह आपके लिए 18 और 19 दिसंबर लाभदायक है। सप्ताह के बाकी दिनों में आपको सावधान रहकर कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप गाय को हरा चारा खिलाएं। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

कुंभ राशि

इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। कचहरी के कार्यों में आपको सफलता मिलेगी। धन आने की उम्मीद है। अगर आप प्रयास करेंगे तो आप अपने शत्रुओं को पराजित कर सकते हैं। कार्यालय में आपका समय ठीक रहेगा। इस सप्ताह आपके लिए 20, 21 और 22 की दोपहर तक का समय किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त है। 18, 19 और 22 तारीख के दोपहर के बाद का समय सावधानी से कार्य करने का है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप घर की बनी पहली रोटी गौ माता को दें। सप्ताह का शुभ दिन शनिवार है।

मीन राशि

इस सप्ताह कार्यालय में आपके प्रतिष्ठा मैं वृद्धि होगी। भाग्य आपका साथ देगा। धन आने का योग है। शत्रुओं से आपको थोड़ी परेशानी हो सकती है। संतान से आपके सहयोग प्राप्त होगा। भाई बहनों के साथ संबंध सामान्य रहेंगे। माता-पिता जी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। इस सप्ताह आपके लिए 16 और 17 दिसंबर लाभदायक हैं। 20-21 और 22 दिसंबर को आपको सावधान रहकर कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप काले कुत्ते को रोटी खिलाएं। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

ध्यान दें कि यह सामान्य भविष्यवाणी है। अगर आप व्यक्तिगत और सटीक भविष्वाणी जानना चाहते हैं तो आपको मुझसे दूरभाष पर या व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाना चाहिए। मां शारदा से प्रार्थना है या आप सदैव स्वस्थ सुखी और संपन्न रहें। जय मां शारदा।

राशि चिन्ह साभार – List Of Zodiac Signs In Marathi | बारा राशी नावे व चिन्हे (lovequotesking.com)

निवेदक:-

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

(प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ और वास्तु शास्त्री)

सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता, मध्यप्रदेश विद्युत् मंडल 

संपर्क – साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया, सागर- 470004 मध्यप्रदेश 

मो – 8959594400

ईमेल – 

यूट्यूब चैनल >> आसरा ज्योतिष 

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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ज्योतिष साहित्य ☆ साप्ताहिक राशिफल (9 दिसंबर से 15 दिसंबर 2024) ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

विज्ञान की अन्य विधाओं में भारतीय ज्योतिष शास्त्र का अपना विशेष स्थान है। हम अक्सर शुभ कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त, शुभ विवाह के लिए सर्वोत्तम कुंडली मिलान आदि करते हैं। साथ ही हम इसकी स्वीकार्यता सुहृदय पाठकों के विवेक पर छोड़ते हैं। हमें प्रसन्नता है कि ज्योतिषाचार्य पं अनिल पाण्डेय जी ने ई-अभिव्यक्ति के प्रबुद्ध पाठकों के विशेष अनुरोध पर साप्ताहिक राशिफल प्रत्येक शनिवार को साझा करना स्वीकार किया है। इसके लिए हम सभी आपके हृदयतल से आभारी हैं। साथ ही हम अपने पाठकों से भी जानना चाहेंगे कि इस स्तम्भ के बारे में उनकी क्या राय है ? 

☆ ज्योतिष साहित्य ☆ साप्ताहिक राशिफल (9 दिसंबर से 15 दिसंबर 2024) ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

एक बार स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था जब तक जीना है तब तक सीखना है। मैं पंडित अनिल पांडे अपने आप को आज भी ज्योतिष का एक विद्यार्थी ही मानता हूं और यही मान करके मैं निरंतर विभिन्न प्रकार की फलादेश करता हूं। ईश्वर की कृपा से वे सत्य सिद्ध होते हैं जैसा कि अभी महाराष्ट्र के इलेक्शन में केवल मेरी ही भविष्यवाणी सही सिद्ध हुई है।

इसी प्रकार साप्ताहिक राशिफल की श्रृंखला में भी मेरा यही प्रयास रहता है की आपको सही मार्गदर्शन प्राप्त हो जिससे आप सफलताएं प्राप्त कर सकें।

आज मैं आपको 9 दिसंबर से 15 दिसंबर 2024 तक के सप्ताह के साप्ताहिक राशिफल के बारे में बताऊंगा। राशिफल बताने के पहले मैं आपको इस सप्ताह जन्म हुए बच्चों के भविष्य के बारे में बताऊंगा।

इस सप्ताह के प्रारंभ से 9 तारीख की प्रातः 7:19 a.m तक जन्म लिए बच्चों की राशि कुंभ होगी। । यह बच्चे अपने कार्य में अत्यंत सफल रहेंगे और शत्रुओं को पराजित कर सकेंगे। 9 तारीख के प्रातः 7:19 am से 11 तारीख को 9:45 a.m तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि मीन होगी। यह बच्चे अत्यंत भाग्यशाली होंगे। 11 तारीख को 9:45 am से 13 तारीख को 12:09 दिन तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि मेष होगी। यह बच्चे सफलता के नए पायदान प्राप्त करेंगे अर्थात अत्यंत सफल रहेंगे। इसके उपरांत 13 तारीख के 12:09 दिन से 15 तारीख के 3:36 दिन तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि वृषभ होगी। यह बच्चे अपने माता-पिता की अत्यंत सेवा करेंगे और इनको बहुत सारी सफलताएं मिल सकेंगी। 15 तारीख के 3:36 दिन से लेकर सप्ताह के अंत तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि मिथुन रहेगी। यह बच्चे भाग्यशाली होंगे।

आइये अब हम राशिवार राशिफल की चर्चा करते हैं।

मेष राशि

इस सप्ताह आपका और आपके जीवनसाथी का तथा आपके पिताजी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। कार्यालय में आपको सफलताएं मिलेंगी। धन प्राप्त होने की उम्मीद है। समाज में आपकी प्रतिष्ठा में थोड़ी कमी हो सकती है। इस सप्ताह आपके लिए 11, 12 और 13 तारीख के दोपहर तक का समय किसी भी कार्य को करने के लिए अनुकूल है। 9 और 10 तारीख को आपको सावधान रहकर कोई भी कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है।

वृष राशि

इस सप्ताह आपके जीवनसाथी का और पिताजी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। आपको स्वास्थ्य की कुछ तकलीफ हो सकती है। आपके पराक्रम में कमी आएगी। भाग्य आपका साथ देगा। इस सप्ताह आपके लिए 13 तारीख के दोपहर से 14 और 15 तारीख किसी भी कार्य को करने के लिए अत्यंत शुभ है। 11, 12 और 13 तारीख की दोपहर तक आपको कोई भी कार्य बड़े सावधानी पूर्वक करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें और बृहस्पतिवार के दिन विष्णु भगवान के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करें। सप्ताह का शुभ दिन शनिवार है।

मिथुन राशि

इस सप्ताह आपके पास धन प्राप्ति का योग है भाग्य भी इस सप्ताह आपका साथ दे सकता है शत्रुओं को आप प्रयास करने पर पराजित कर सकते हैं कार्यालय में आपका विवाद हो सकता है इस सप्ताह आपके लिए 9 और 10 दिसंबर किसी भी कार्य को करने के लिए अनुकूल है। 13 की दोपहर से लेखक 14 और 15 तारीख तक आपको कोई भी कार्य सावधानी पूर्वक करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन शिव पंचाक्षरी मंत्र का जाप करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

कर्क राशि

इस सप्ताह आपके व्यापार में वृद्धि होगी। आपके जीवनसाथी माता और पिताजी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। भाग्य से आपको कम मदद मिलेगी। आपको अपने पुत्र से सहयोग प्राप्त होगा। भाई बहनों के साथ सामान्य संबंध रहेंगे। इस सप्ताह आपके लिए 11, 12 और 13 के दोपहर तक का समय किसी भी कार्य को करने के लिए उचित है। सप्ताह के बाकी दिन सामान्य है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

सिंह राशि

इस सप्ताह आपका व्यापार ठीक चलेगा। कचहरी के कार्यों में सफलता मिल सकती है। धन आने की उम्मीद की जा सकती है। कार्यालय में आपकी स्थिति सामान्य रहेगी। जनता में आपके प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। शत्रुओं को आप पराजित कर सकेंगे। इस सप्ताह आपके लिए 13 तारीख की दोपहर से 14 और 15 दिसंबर किसी भी कार्य को करने के लिए मंगल दायक है। आपके जो भी पेंडिंग कार्य हों कृपया इन तारीखों में कर लें। सफलता मिलेगी। 9 और 10 दिसंबर को आपको कोई भी कार्य बड़े सावधानी पूर्वक करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप शिव चालीसा का प्रतिदिन कम से कम तीन बार पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।

कन्या राशि

इस सप्ताह आपका अपने भाई बहनों के साथ ठीक-ठाक संबंध रहेगा। आपको अपने संतान से बहुत अच्छा सहयोग प्राप्त होगा। सामान्य धन आने का योग है। आपके पराक्रम में वृद्धि होगी। इस सप्ताह आपके लिए 9 और 10 दिसंबर किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त हैं। 11, 12 और 13 दिसंबर को आपको कोई भी कार्य सावधान रहकर करना चाहिए। 14 और 15 दिसंबर को भाग्य की आपको विशेष रूप से मदद मिल सकती है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

तुला राशि

इस सप्ताह जनता में आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। माताजी और पिताजी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। धन आने का योग है। आपको अपने संतान से अच्छा सहयोग प्राप्त हो सकता है। इस सप्ताह आपके लिए 11, 12 और 13 दिसंबर की दोपहर तक का समय किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त है। सप्ताह के बाकी दिन आपको सावधान रहकर कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन हनुमान चालीसा का कम से कम तीन बार पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

वृश्चिक राशि

इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। जीवनसाथी को थोड़ी परेशानी हो सकती है। भाई बहनों के साथ अच्छे संबंध रहेंगे। माता जी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। जनता में आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार ठीक चलेगा। इस सप्ताह आपके लिए 13 के दोपहर के बाद से 14 और 15 दिसंबर किसी भी कार्य को करने के लिए लाभ वर्धक हैं। 11, 12 और 13 की दोपहर तक आपको कोई भी कार्य बड़े सावधानी पूर्वक करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन घर की बनी पहली रोटी गौ माता को दें। सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।

धनु राशि

इस सप्ताह आपको कचहरी के कार्यों में सफलता मिल सकती है। आपके पराक्रम में वृद्धि हो सकती है। आपका और आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। माताजी और पिताजी को कष्ट हो सकता है। इस सप्ताह आपके लिए 9 और 10 दिसंबर मंगल दायक हैं। 13, 14 और 15 दिसंबर को आपको सचेत रहना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन काले कुत्ते को रोटी खिलाएं। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

मकर राशि

अगर आप अविवाहित हैं तो इस सप्ताह विवाह के उत्तम प्रस्ताव आएंगे। इस सप्ताह आपके पास धन आने का भी अच्छा योग है। भाग्य आपका साथ देगा। लंबी दूरी की यात्रा हो सकती है। आपको अपने संतान से सहयोग प्राप्त होगा। इस सप्ताह आपके लिए 11, 12 और 13 की दोपहर तक का समय किसी भी कार्य को करने के लिए शुभ है। सप्ताह के बाकी दिन सामान्य है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन स्नान करने के उपरांत तांबे के पात्र में जल अक्षत और लाल पुष्प लेकर भगवान सूर्य को अर्पण करें। सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।

कुंभ राशि

इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। पिताजी और माताजी का स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में कुछ समस्या हो सकती है। कचहरी के कार्यों में सफलता का योग है। कार्यालय में आपकी प्रतिभा को सम्मान प्राप्त होगा। शत्रुओं को आप पराजित कर सकेंगे। इस सप्ताह आपके लिए 13 की दोपहर से 14 और 15 दिसंबर लाभदायक है। सप्ताह के बाकी दिन सामान्य है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाएं। सप्ताह का शुभ दिन शनिवार है।

मीन राशि

इस सप्ताह भाग्य आपका साथ देगा। भाग्य के कारण आपके कई कार्य हो सकते हैं। धन आने का योग है। आपको अपने संतान से सहयोग प्राप्त होगा। कचहरी के कार्य अगर आप सावधानी पूर्वक करेंगे तो सफलता प्राप्त होने का पूर्ण अवसर है। इस सप्ताह आपके लिए 9 और 10 दिसंबर परिणाम दायक हैं। सप्ताह के बाकी दिन भी ठीक हैं। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन काली उड़द का दान दें। शनिवार को दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम तीन बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

 ध्यान दें कि यह सामान्य भविष्यवाणी है। अगर आप व्यक्तिगत और सटीक भविष्वाणी जानना चाहते हैं तो आपको मुझसे दूरभाष पर या व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाना चाहिए। मां शारदा से प्रार्थना है या आप सदैव स्वस्थ सुखी और संपन्न रहें। जय मां शारदा।

 राशि चिन्ह साभार – List Of Zodiac Signs In Marathi | बारा राशी नावे व चिन्हे (lovequotesking.com)

निवेदक:-

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

(प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ और वास्तु शास्त्री)

सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता, मध्यप्रदेश विद्युत् मंडल 

संपर्क – साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया, सागर- 470004 मध्यप्रदेश 

मो – 8959594400

ईमेल – 

यूट्यूब चैनल >> आसरा ज्योतिष 

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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ज्योतिष साहित्य ☆ साप्ताहिक राशिफल (25 नवंबर से 1 दिसंबर 2024) ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

विज्ञान की अन्य विधाओं में भारतीय ज्योतिष शास्त्र का अपना विशेष स्थान है। हम अक्सर शुभ कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त, शुभ विवाह के लिए सर्वोत्तम कुंडली मिलान आदि करते हैं। साथ ही हम इसकी स्वीकार्यता सुहृदय पाठकों के विवेक पर छोड़ते हैं। हमें प्रसन्नता है कि ज्योतिषाचार्य पं अनिल पाण्डेय जी ने ई-अभिव्यक्ति के प्रबुद्ध पाठकों के विशेष अनुरोध पर साप्ताहिक राशिफल प्रत्येक शनिवार को साझा करना स्वीकार किया है। इसके लिए हम सभी आपके हृदयतल से आभारी हैं। साथ ही हम अपने पाठकों से भी जानना चाहेंगे कि इस स्तम्भ के बारे में उनकी क्या राय है ? 

☆ ज्योतिष साहित्य ☆ साप्ताहिक राशिफल (25 नवंबर से 1 दिसंबर 2024) ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

जय श्री राम। सही समय पर उठाया गया एक कदम आपको जिंदगी में बहुत आगे ले जा सकता है। इसी प्रकार एक गलत कदम भी आपको जिंदगी में बहुत पीछे छोड़ सकता है। इससे यह स्पष्ट है की आपको समय के बारे में जानकारी होना चाहिए। मैं पंडित अनिल पाण्डेय आज आपको 25 नवंबर से 1 दिसंबर 2024 तक के सप्ताह के अच्छे और बुरे समय के बारे में आपको बताऊंगा। परंतु यह बताने के पहले मैं आपको इस सप्ताह जन्म लेने वाले बच्चों के भविष्य के बारे में बताना चाहता हूं।

इस सप्ताह के प्रारंभ से 25 तारीख के 6:51 ए एम तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि सिंह होगी और यह बच्चे भविष्य में उच्च अधिकारी बन सकते हैं।

25 नवंबर के 6:51 a.m से 27 नवंबर को 6:31 पीएम तक के बच्चों का राशि कन्या होगी। यह बच्चे बड़े पराक्रमी होंगे।

27 को 6:31 म से 30 नवंबर को 6:00 a.m तक जन्म लेने वाले बच्चे तुला राशि के होंगे इन बच्चों के पास धन अच्छी मात्रा में आएगा।

30 नवंबर के 6:00 a.m से लेकर 1 दिसंबर के पूरे समय तक जन्म लेने वाले बालक वृश्चिक राशि के होंगे और उनके पास भारी मात्रा में वाहन जमीन आदि वस्तुएं होगी।

आइए अब हम आपसे राशिवार राशिफल की चर्चा करते हैं।

मेष राशि

इस सप्ताह आपका आपके पिताजी का और आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। माता जी के स्वास्थ्य में मामूली परेशानी आ सकती है। इस सप्ताह आपको अपने बच्चों से सहयोग प्राप्त नहीं हो पाएगा। कार्यालय में आपकी स्थिति सामान्य रहेगी। इस सप्ताह आपके लिए 28 और 29 नवंबर किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त हैं। इसके अलावा सप्ताह के सभी दिनों में आपको सावधानी से कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन लाल मसूर की दाल का दान करें और मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम तीन बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है।

वृष राशि

इस सप्ताह आपका आपके जीवनसाथी का और पिताजी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। माता जी को गरदन या कमर में दर्द हो सकता है। आपको थोड़ा सा मानसिक क्लेश हो सकता है। भाई बहनों के साथ आपके संबंध खराब रहेंगे। आपकी संतान आपका सहयोग करेगी। इस बार आपको पूरे सप्ताह सावधान रहकर कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप पूरे सप्ताह भगवान शिव का दूध और जल से अभिषेक करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

मिथुन राशि

इस सप्ताह आपका और आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। भाग्य से आपको लाभ हो सकता है। धन लाभ की उम्मीद कम है। भाई बहनों के साथ संबंध खराब हो सकते हैं। इस सप्ताह शत्रुओं से आपको डरने की आवश्यकता नहीं है। व्यापार में वृद्धि होगी। इस सप्ताह आपके लिए 25, 26 और 27 तारीख किसी भी कार्य को करने के लिए मंगल दायक है। 30 और 1 तारीख को आपको छोटे-मोटे रोगों से मुक्ति मिल सकती है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाएं। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

कर्क राशि

इस सप्ताह आपको अपने संतान से अच्छा सुख प्राप्त होगा। संतान की उन्नति हो सकती है। धन आने की उम्मीद की जा सकती है। भाग्य से मदद नहीं मिल पाएगी। आपको रक्त संबंधी रोगों से सावधान रहना चाहिए। इस सप्ताह आपके लिए 28 और 29 तारीख किसी भी कार्य को करने के लिए अनुकूल है। सप्ताह के बाकी दिन ठीक-ठाक हैं। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप शिव पंचाक्षरी मंत्र का प्रतिदिन जाप करें। सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है।

सिंह राशि

इस सप्ताह आपके जीवनसाथी का, माताजी का और पिताजी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। पिताजी को पेट की समस्या में लाभ होगा। आपको अपने संतान से सहयोग कम मिलेगा। कार्यालय में आपकी स्थिति अच्छी रहेगी। व्यापार में उन्नति होगी। इस सप्ताह आपके लिए सप्ताह के सभी दिन सामान्य है। 30 नवंबर तथा 1 दिसंबर को आपको अपनी प्रतिष्ठा के प्रति सतर्क रहना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन शिव पंचाक्षरी मंत्र का जाप करें। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

कन्या राशि

इस सप्ताह भाग्य आपका साथ देगा। भाई बहनों के साथ संबंध ठीक हो सकता है। धन आने के मार्ग में कई बाधाएं आएंगी। आपको अपने संतान से सहयोग प्राप्त हो सकता है। इस सप्ताह आपके लिए 25, 26 और 27 किसी भी कार्य को करने के लिए लाभदायक हैं। सप्ताह के बाकी दिन भी ठीक-ठाक हैं। 30 नवंबर तथा 1 दिसंबर को आपको अपने भाई बहनों से कुछ लाभ हो सकता है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

तुला राशि

इस सप्ताह आपका, आपके माता जी का और आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। धन अच्छी मात्रा में आ सकता है। व्यापार में वृद्धि होगी। कार्यालय में आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है। इस सप्ताह आपके लिए 28 और 29 तारीख किसी भी कार्य को करने के लिए हितप्रद है। 25, 26 और 27 तारीख को आपको सावधान रहना चाहिए। 30 नवंबर तथा 1 दिसंबर को आपके पास धन आएगा। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।

वृश्चिक राशि

इस सप्ताह आपके व्यापार में वृद्धि होगी। आपका और आपके माता जी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। भाग्य से आपको पूर्ण मदद प्राप्त होगी। भाई बहनों के साथ संबंध सामान्य रहेंगे। संतान को कष्ट हो सकता है। इस पूरे सप्ताह आपको सावधान रहकर कार्य करना चाहिए। 25, 26 और 27 तारीख को आपको थोड़ी बहुत सफलता मिल सकती है। इस सप्ताह आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन भगवान शिव का दूध और जल से अभिषेक करें। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

धनु राशि

इस सप्ताह आपको कचहरी के कार्यों में सफलता मिल सकती है। अगर आप पेट के रोगी हैं तो आपको स्वास्थ्य लाभ मिल सकता है। आपका, आपके जीवनसाथी का और आपके पिताजी का स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। कार्यालय में आपकी स्थिति सामान्य रहेगी। दुर्घटनाओं से आपको सावधान रहना चाहिए। इस सप्ताह आपके लिए 25, 26 और 27 तारीख किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त है। 30 नवंबर और 1 दिसंबर को आपको कचहरी के कार्यों में सफलता प्राप्त हो सकती है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन रुद्राष्टक का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

मकर राशि

इस सप्ताह आपका, आपके माता जी और पिताजी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य में रक्त संबंधी दोष की समस्या हो सकती है। अगर आप अथक प्रयास करेंगे तो इस सप्ताह आपके पास धन अच्छी मात्रा में आ सकता है। इस सप्ताह आपके लिए 28 और 29 नवंबर किसी भी कार्य को करने के लिए शुभ है। 30 नवंबर और 1 दिसंबर को आपके पास धन लाभ की उम्मीद है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन शिव महिमा स्त्रोत का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।

कुंभ राशि

इस सप्ताह आपका आपके जीवन साथी का, माता और पिता जी का स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। आपके जीवन साथी को कमर या गरदन में दर्द हो सकता है। अगर आप अथक प्रयास करेंगे तो आपके पास इस सप्ताह धन आ सकता है। कार्यालय में आपकी स्थिति मजबूत होगी। इस पूरे सप्ताह आपको सावधान रहकर कार्य करने की आवश्यकता है। 30 नवंबर तथा 1 दिसंबर को आपको कार्यालय के कार्यों में सतर्क रहना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन कम से कम तीन बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पति शुक्रवार है।

मीन राशि

इस सप्ताह भाग्य आपका पूर्ण रूपेण साथ देगा। व्यापार में वृद्धि होगी। कचहरी के कार्यों में सफलता मिल सकती है। संतान से आपको अच्छा सहयोग मिल सकता है। इस सप्ताह आपके लिए 25, 26 और 27 नवंबर लाभदायक है। 28 और 29 नवंबर को आपको सावधान रहना चाहिए। 30 नवंबर तथा 1 दिसंबर को आपको भाग्य से विशेष मदद मिल सकती है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप गायत्री मंत्र का प्रतिदिन जाप करें। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

ध्यान दें कि यह सामान्य भविष्यवाणी है। अगर आप व्यक्तिगत और सटीक भविष्वाणी जानना चाहते हैं तो आपको किसी अच्छे ज्योतिषी से संपर्क कर अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाना चाहिए। मां शारदा से प्रार्थना है या आप सदैव स्वस्थ सुखी और संपन्न रहें। जय मां शारदा।

 राशि चिन्ह साभार – List Of Zodiac Signs In Marathi | बारा राशी नावे व चिन्हे (lovequotesking.com)

निवेदक:-

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

(प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ और वास्तु शास्त्री)

सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता, मध्यप्रदेश विद्युत् मंडल 

संपर्क – साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया, सागर- 470004 मध्यप्रदेश 

मो – 8959594400

ईमेल – 

यूट्यूब चैनल >> आसरा ज्योतिष 

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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ज्योतिष साहित्य ☆ साप्ताहिक राशिफल (18 नवंबर से 24 नवंबर 2024) ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

विज्ञान की अन्य विधाओं में भारतीय ज्योतिष शास्त्र का अपना विशेष स्थान है। हम अक्सर शुभ कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त, शुभ विवाह के लिए सर्वोत्तम कुंडली मिलान आदि करते हैं। साथ ही हम इसकी स्वीकार्यता सुहृदय पाठकों के विवेक पर छोड़ते हैं। हमें प्रसन्नता है कि ज्योतिषाचार्य पं अनिल पाण्डेय जी ने ई-अभिव्यक्ति के प्रबुद्ध पाठकों के विशेष अनुरोध पर साप्ताहिक राशिफल प्रत्येक शनिवार को साझा करना स्वीकार किया है। इसके लिए हम सभी आपके हृदयतल से आभारी हैं। साथ ही हम अपने पाठकों से भी जानना चाहेंगे कि इस स्तम्भ के बारे में उनकी क्या राय है ? 

☆ ज्योतिष साहित्य ☆ साप्ताहिक राशिफल (18 नवंबर से 24 नवंबर 2024) ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

आज मैं आपको सबसे पहले इस सप्ताह अर्थात 18 नवंबर से 24 नवंबर 2024 में जन्म लेने वाले बच्चों के भविष्य के बारे में बताऊंगा। उसके उपरांत इस सप्ताह के राशिवार राशिफल की चर्चा की जाएगी।

इस सप्ताह के प्रारंभ में 18 तारीख को रात के 00 बजे से प्रातः काल 7:28 a.m. तक जन्म लेने वाले बालक की राशि वृषभ होगी। यह बालक अपनी पूरी आयु में सुख सुविधाओं का अच्छा उपभोग करेंगे।

18 नवंबर को 7:28 a.m. से लेकर 20 तारीख को 12:52 p.m. तक के बच्चों की राशि मिथुन होगी। ये बालक भाग्यशाली होंगे।

 20 तारीख के 12:52 p.m. से लेकर 22 तारीख को 8:28 p.m.तक जन्म लेने वाले बच्चों कर्क राशि के होंगे। इन बालकों को अपनी संतान से बहुत सुख मिलेगा।

 इसके उपरांत इस सप्ताह के अंत तक जन्म होने वाले बच्चों की जन्म राशि सिंह रहेगी। यह बालक उच्च अधिकारी हो सकते हैं।

 आइए अब हम राशिवार राशिफल की चर्चा करते हैं।

मेष राशि

 इस सप्ताह आपके पास धन आने का योग है। भाग्य भी थोड़ा बहुत आपका साथ दे सकता है। सुख सुविधाओं में कमी आएगी। समाज में प्रतिष्ठा में भी कमी आएगी। इस सप्ताह आपके लिए 20 तारीख के दोपहर के बाद से लेकर 21 और 22 तारीख किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त हैं। सप्ताह के बाकी दिन ठीक-ठाक है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन लाल मसूर की दाल का दान करें। मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम तीन बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है।

वृष राशि

इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। आपको थोड़ी सी मानसिक परेशानी हो सकती है। आपके जीवनसाथी और पिताजी का स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा। माता जी को थोड़ा सा कष्ट हो सकता है। कार्यालय में आपकी स्थिति अच्छी रहेगी। इस सप्ताह आपके लिए 23 और 24 नवंबर हितवर्धक हैं। सप्ताह के बाकी दिन भी ठीक-ठाक हैं। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन शिव पंचाक्षरी मंत्र का जाप करें। सप्ताह का शुभ दिन शनिवार है।

मिथुन राशि

अगर आप अविवाहित हैं तो इस सप्ताह आपके पास विवाह के उत्तम प्रस्ताव आ सकते हैं। प्रेम संबंधों में प्रगति होगी। भाग्य आपका एकाएक साथ दे सकता है। आपका व्यापार ठीक चलेगा। इस सप्ताह आपके लिए 18, 19 और 20 नवंबर के दोपहर तक का समय अनुकूल है। सप्ताह के बाकी दिन भी ठीक-ठाक हैं। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप गाय को हरा चारा खिलाएं। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

कर्क राशि

इस सप्ताह आपको अपने संतान से सहयोग प्राप्त होगा। आपके शत्रु आपको परेशान करने का प्रयास कर सकते हैं। इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य थोड़ा खराब हो सकता है। इस सप्ताह आपके लिए 20 तारीख की दोपहर से 21 और 22 तारीख किसी भी कार्यों को करने के लिए अनुकूल है। 18, 19 और 20 तारीख की दोपहर तक आपको कोई भी कार्य पूर्ण सावधानी के साथ करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप भगवान शिव का जल और दूध से अभिषेक करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

सिंह राशि

इस सप्ताह आपके जीवनसाथी, आपके माताजी और पिताजी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। कार्यालय में आपकी स्थिति ठीक रहेगी। आपके सुख में वृद्धि होगी। शत्रुओं को आप आसानी से परास्त कर सकते हैं। इस सप्ताह आपके लिए 23 और 24 नवंबर किसी भी कार्य को करने के लिए लाभदायक है। 20, 21 और 22 नवंबर को आपको कोई भी कार्य सावधानी पूर्वक करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन काले कुत्ते को रोटी खिलाएं। सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।

कन्या राशि

इस सप्ताह आपका अपने भाई बहनों के साथ संबंध थोड़ा ठीक हो सकता है। आपके शत्रु इस सप्ताह शांत रहेंगे। भाग्य से आपको मदद मिलेगी। आपके पराक्रम में वृद्धि होगी। इस सप्ताह आपके लिए 18, 19 और 20 तारीख किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त है। 23 और 24 तारीख को आपको कोई भी कार्य सावधानी पूर्वक करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

तुला राशि

इस सप्ताह आपको धन की अच्छी प्राप्ति हो सकती है। भाई बहनों के साथ संबंध सामान्य रहेंगे। आपको अपनी संतान से सहायता प्राप्त होगी। इस सप्ताह आपके लिए 20 तारीख के दोपहर के बाद से 21 और 22 तारीख किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त है। सप्ताह के बाकी दिन सामान्य हैं। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।

वृश्चिक राशि

इस सप्ताह आपका आपकी माता जी का और आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। आपके सुख में वृद्धि होगी। आपको अपने संतान से सहयोग प्राप्त नहीं हो पाएगा। इस सप्ताह आपके लिए 23 और 24 तारीख किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त है। 20, 21 और 22 तारीख को भाग्य आपका साथ दे सकता है। इस सप्ताह आपको 18, 19 और 20 तारीख को सतर्क रहकर कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।

धनु राशि

अगर आप अविवाहित हैं तो इस सप्ताह आपके पास विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं। प्रेम संबंधों में वृद्धि होगी। कचहरी के कार्यों में सफलता मिल सकती है। दुर्घटनाओं से सतर्क रहें। इस सप्ताह आपके लिए 18, 19 और 20 के दोपहर तक का समय किसी भी कार्य को करने के लिए मंगल दायक है। 20 की दोपहर के बाद से 21 और 22 तारीख को आपको सतर्क रहकर कोई भी कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन रुद्राष्टक का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

मकर राशि

इस सप्ताह आपके पास धन आने का अच्छा योग है। व्यापार में वृद्धि होगी। कचहरी के कार्यों में सतर्क रहें। लंबी यात्रा का योग भी बन सकता है। आपके जीवनसाथी को शारीरिक कष्ट हो सकता है। इस सप्ताह आपके लिए 20 की दोपहर के बाद से 21 और 22 तारीख किसी भी कार्य को करने के लिए परिणाम दायक है। सप्ताह के बाकी दिनों में आपको सतर्क रहकर कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।

कुंभ राशि

इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। कार्यालय में आपके प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। सुख संबंधी सामग्रियों को आप खरीद सकते हैं। शत्रुओं से आपको सतर्क रहना चाहिए। इस सप्ताह आपके लिए 23 और 24 तारीख किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त है। 20, 21 और 22 तारीख को आपको सावधानी पूर्वक कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन कम से कम तीन बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन शनिवार है।

मीन राशि

इस सप्ताह भाग्य आपका साथ देगा। व्यापार में वृद्धि होगी। कचहरी के कार्य सावधानी पूर्वक करें। आपके संतान को कष्ट हो सकता है। इस सप्ताह आपके लिए 18, 19 और 20 की दोपहर तक का समय किसी भी कार्य को करने के लिए लाभ वर्धक है। 23 और 24 तारीख को आपको सावधानी पूर्वक कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करें। सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।

ध्यान दें कि यह सामान्य भविष्यवाणी है। अगर आप व्यक्तिगत और सटीक भविष्वाणी जानना चाहते हैं तो आपको किसी अच्छे ज्योतिषी से संपर्क कर अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाना चाहिए। मां शारदा से प्रार्थना है या आप सदैव स्वस्थ सुखी और संपन्न रहें। जय मां शारदा।

 राशि चिन्ह साभार – List Of Zodiac Signs In Marathi | बारा राशी नावे व चिन्हे (lovequotesking.com)

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ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

(प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ और वास्तु शास्त्री)

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≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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ज्योतिष साहित्य ☆ साप्ताहिक राशिफल (11 नवंबर से 17 नवंबर 2024) ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

विज्ञान की अन्य विधाओं में भारतीय ज्योतिष शास्त्र का अपना विशेष स्थान है। हम अक्सर शुभ कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त, शुभ विवाह के लिए सर्वोत्तम कुंडली मिलान आदि करते हैं। साथ ही हम इसकी स्वीकार्यता सुहृदय पाठकों के विवेक पर छोड़ते हैं। हमें प्रसन्नता है कि ज्योतिषाचार्य पं अनिल पाण्डेय जी ने ई-अभिव्यक्ति के प्रबुद्ध पाठकों के विशेष अनुरोध पर साप्ताहिक राशिफल प्रत्येक शनिवार को साझा करना स्वीकार किया है। इसके लिए हम सभी आपके हृदयतल से आभारी हैं। साथ ही हम अपने पाठकों से भी जानना चाहेंगे कि इस स्तम्भ के बारे में उनकी क्या राय है ? 

☆ ज्योतिष साहित्य ☆ साप्ताहिक राशिफल (11 नवंबर से 17 नवंबर 2024) ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

आज मैं आपको आने वाले सप्ताह के राशिफल के बारे में बताऊंगा। 11 नवंबर से 17 नवंबर 2024 अर्थात विक्रम संवत 2081 शक संवत 1946 के अगहन कृष्ण पक्ष की द्वितीया तक के सप्ताह के साप्ताहिक राशिफल को लेकर उपस्थित हुआ हूं।

सबसे पहले इस सप्ताह में जन्म लेने वाले बालक और बालिकाओं के भविष्यफल के बारे में बताता हूं।

इस सप्ताह के प्रारंभ से 11 नवंबर की रात 11:02 PM तक के बच्चों की राशि कुंभ होगी। इनका एक अच्छा जीवनसाथी प्राप्त होगा। 11:02 पीएम के बाद से 14 नवंबर के 1:30AM तक जन्म लेने वाले बच्चों की चंद्र राशि मीन होगी। ये बच्चे भाग्यशाली होंगे। भाग्य उनका साथ देगा। इस समय से लेकर 16 तारीख को 3: 53AM तक जन्म लेने वाले बच्चों की जन्म राशि मेष होगी। इनके पास धन अच्छी मात्रा में आएगा। इस समय के उपरांत 18 नवंबर के 7:28 प्रातः तक जन्म लेने वाले बच्चों की राशि वृष होगी। यह बच्चे अपने जीवन भर अच्छी सुख सुविधाओं का उपयोग करेंगे।

आईए अब हम आपको राशिवार राशिफल बताते हैं।

मेष राशि

इस सप्ताह भाग्य से आपको मदद मिल सकती है। धन आएगा परंतु उसके रुकने की उम्मीद कम है। आपके सुख और प्रतिष्ठा में कमी आएगी, परंतु 14 और 15 नवंबर को आपके सुख और प्रतिष्ठा में थोड़ी वृद्धि हो सकती है। इस सप्ताह आपके लिए 14 और 15 तारीख किसी भी कार्य को करने के लिए उत्तम है। 16 और 17 तारीख को भी आपके पास धन आ सकता है। 12 और 13 तारीख को आपको सतर्क रहकर कार्य करना चाहिए। आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह उड़द का दान करें और शनिवार को शनि मंदिर में जाकर पूजा करें सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है।

वृष राशि

अगर आप पेट के रोग से पीड़ित है तो इस सप्ताह आपको उसमें लाभ हो सकता है। भाई बहनों के साथ तनाव होगा। सुख में वृद्धि होगी। पिताजी को कष्ट हो सकता है। कार्यालय के कार्यों में सचेत रहें। शत्रुओं और मानसिक कष्ट से आपको बचकर रहना चाहिए। इस सप्ताह आपके लिए 11 और 16 तथा 17 नवंबर किसी भी कार्य को करने के लिए अनुकूल है। 14 और 15 नवंबर को आपको सचेत रहकर कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन प्रातः काल स्नान करने के उपरांत तांबे के पत्र में जल अक्षत और लाल पुष्प लेकर भगवान सूर्य को जल अर्पण करें। सप्ताह का शुभ दिन शनिवार है।

मिथुन राशि

इस सप्ताह आपके खर्चों में कमी आएगी। कचहरी के कार्यों में थोड़ी सफलता मिल सकती है। धन आने की मात्रा में कमी होगी। आपके संतान को कष्ट हो सकता है। इस सप्ताह आपके लिए 12 और 13 नवंबर किसी भी कार्य को करने के लिए अनुकूल है। 16 और 17 नवंबर को अगर आप सावधानी पूर्वक कार्य करेंगे तो आपको सफलता मिल सकती है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

कर्क राशि

इस सप्ताह आपको व्यापार में लाभ हो सकता है। आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आपका और आपके माता जी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। भाग्य से आपको कोई विशेष मदद नहीं मिल पाएगी। संतान के स्वास्थ्य के बारे में भी सचेत रहें। इस सप्ताह आपके लिए 14 और 15 नवंबर किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त है। 16 और 17 नवंबर को अगर आप प्रयास करेंगे तो आपको धन लाभ हो सकता है। 11 नवंबर को आपको सावधान रहकर कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप भगवान शिव का प्रतिदिन अभिषेक करें। सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।

सिंह राशि

इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में थोड़ी समस्या आ सकती है। कार्यालय में आपकी स्थिति में बदलाव होगा। भाई बहनों के साथ तनाव कायम रहेगा। इस सप्ताह आपके लिए 11 और 16 तथा 17 नवंबर किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त है। ‍‍12 और 13 नवंबर को आपको सावधान रहकर के ही कोई कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि प्रतिदिन काले कुत्ते को रोटी खिलाएं। सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।

कन्या राशि

इस सप्ताह आप थोड़े से प्रयास में अपने शत्रुओं को पराजित कर सकते हैं। भाग्य आपका साथ देगा। भाई बहनों के साथ संबंध तनावपूर्ण बने रहेंगे। माता और पिताजी का स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। कार्यालय में आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। शत्रु शांत नहीं रहेंगे। धन आने की मात्रा में वृद्धि होगी। इस सप्ताह आपके लिए 12 और 13 नवंबर उत्साहप्रद है। इस सप्ताह के 11, 14 और 15 नवंबर को आपको सतर्क रहकर कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाएं। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

तुला राशि

अगर आप मानसिक रूप से त्रस्त हैं तो इस सप्ताह आपको उसमें लाभ हो सकता है। धन आने की मात्रा में कमी आएगी। सामान्य रूप से आपका आपके जीवनसाथी का और आपके माता जी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा कार्यालय में आपको थोड़ी परेशानी हो सकती है। इस सप्ताह आपके लिए 14 और 15 नवंबर किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त है। सप्ताह के बाकी दिनों में आपको सावधान रहकर कार्य करने की आवश्यकता है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन राम रक्षा स्त्रोत का जाप करें। सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।

वृश्चिक राशि

इस सप्ताह आपका आपके जीवनसाथी का और आपके पिताजी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। आपके सुख में थोड़ी कमी आएगी। भाग्य आपका साथ देगा। संतान से आपको लाभ प्राप्त नहीं होगा। इस सप्ताह आपके लिए 11 तथा 16 और 17 तारीख किसी भी कार्य को करने के लिए लाभदायक है। 16 और 17 तारीख को आप सभी कार्यों में सफल रहेंगे। 14 और 15 तारीख को आपको कोई भी कार्य देखभाल कर करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें और बृहस्पतिवार को रामचंद्र जी या कृष्ण भगवान के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करें। सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।

धनु राशि

अगर आप अविवाहित हैं तो इस सप्ताह आपके पास विवाह के प्रस्ताव आएंगे। कचहरी के कार्यों में आपको सावधान रहना चाहिए। इस सप्ताह आपको धन लाभ होगा। इस सप्ताह आपके लिए 12 और 13 नवंबर उत्साहप्रद हैं। 16 और 17 नवंबर को आपको कोई भी कार्य सावधानी से करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन रुद्राष्टक का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

मकर राशि

इस सप्ताह कार्यालय में आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में थोड़ी समस्या हो सकती है। माताजी और पिताजी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। लंबी यात्रा का योग है। इस सप्ताह आपके लिए 14 और 15 नवंबर कार्यों के लिए लाभदायक हैं। सप्ताह के बाकी दिन भी ठीक-ठाक हैं। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप भगवान शिव का दूध और जल से अभिषेक करें। सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।

कुंभ राशि

इस सप्ताह आपके जीवनसाथी और माता जी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आपके स्वास्थ्य में थोड़ी परेशानी आ सकती है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप भाग्य के सहारे कोई भी कार्य न करें। इस सप्ताह आपके लिए 11, 16 और 17 नवंबर फलदायक है। सप्ताह के बाकी दिन भी ठीक-ठाक है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन रुद्राष्टक का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन शनिवार है।

मीन राशि

इस सप्ताह आपको अपने भाई बहनों से सहयोग प्राप्त हो सकता है। आपके संतान को कष्ट हो सकता है। कार्यालय में आपकी स्थिति सामान्य रहेगी। भाग्य आपका साथ देगा। इस सप्ताह आपके लिए 12 और 13 नवंबर किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त हैं। 11 नवंबर को आपको सावधान रहना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करें। सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

ध्यान दें कि यह सामान्य भविष्यवाणी है। अगर आप व्यक्तिगत और सटीक भविष्वाणी जानना चाहते हैं तो आपको किसी अच्छे ज्योतिषी से संपर्क कर अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाना चाहिए। मां शारदा से प्रार्थना है या आप सदैव स्वस्थ सुखी और संपन्न रहें। जय मां शारदा।

राशि चिन्ह साभार – List Of Zodiac Signs In Marathi | बारा राशी नावे व चिन्हे (lovequotesking.com)

निवेदक:-

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

(प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ और वास्तु शास्त्री)

सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता, मध्यप्रदेश विद्युत् मंडल 

संपर्क – साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया, सागर- 470004 मध्यप्रदेश 

मो – 8959594400

ईमेल – 

यूट्यूब चैनल >> आसरा ज्योतिष 

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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ज्योतिष साहित्य ☆ साप्ताहिक राशिफल (4 नवंबर से 10 नवंबर 2024) ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

विज्ञान की अन्य विधाओं में भारतीय ज्योतिष शास्त्र का अपना विशेष स्थान है। हम अक्सर शुभ कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त, शुभ विवाह के लिए सर्वोत्तम कुंडली मिलान आदि करते हैं। साथ ही हम इसकी स्वीकार्यता सुहृदय पाठकों के विवेक पर छोड़ते हैं। हमें प्रसन्नता है कि ज्योतिषाचार्य पं अनिल पाण्डेय जी ने ई-अभिव्यक्ति के प्रबुद्ध पाठकों के विशेष अनुरोध पर साप्ताहिक राशिफल प्रत्येक शनिवार को साझा करना स्वीकार किया है। इसके लिए हम सभी आपके हृदयतल से आभारी हैं। साथ ही हम अपने पाठकों से भी जानना चाहेंगे कि इस स्तम्भ के बारे में उनकी क्या राय है ? 

☆ ज्योतिष साहित्य ☆ साप्ताहिक राशिफल (4 नवंबर से 10 नवंबर 2024) ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

समय की गति बहुत तीव्र होती है इसलिए गुजरे समय को कोई पकड़ नहीं सकता है। गुजरा हुआ समय और नींद में  देखा गया स्वप्न एक समान होते हैं जो की आपको सिर्फ याद रहते हैं। आने वाला समय जो बाद में गुजरा  समय हो जाएगा उसको अच्छा रखने के लिए मैं पंडित अनिल पाण्डेय आपको 4 नवंबर से 10 नवंबर 2024 अर्थात विक्रम संवत 2081 शक संवत 1946 के कार्तिक शुक्ल पक्ष की तृतीया से कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी तक के  सप्ताह के साप्ताहिक राशिफल को आपको बताने जा रहा हूं। परंतु साप्ताहिक राशिफल से पहले मैं आपको इस सप्ताह जन्म लेने वाले बच्चों के भविष्य के बारे में बताना चाहता हूं।

सोमवार 4 नवंबर से 5 नवंबर के 8:08 दिन तक पैदा होने वाले बच्चे की राशि वृश्चिक होगी। इन बच्चों का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। 5 नवंबर की 8:08 दिन से लेकर 7 नवंबर को 3:07 दिन तक पैदा होने वाले बच्चों की राशि धनु रहेगी। बच्चों के पास भविष्य में बहुत अच्छा धन लाभ होगा। 7 नवंबर को 3:07 दिन से 9 नवंबर के 7:53 रात तक जन्म लिए बच्चों की राशि मकर होगी यह बच्चे उच्च पदस्थ अधिकारी बनेंगे। 7:53 रात से 10 तारीख के किसी भी समय पैदा होने वाले बच्चों की राशि कुंभ होगी।

आइये अब हम आपको इस सप्ताह के साप्ताहिक राशिफल के बारे में बताते हैं।

मेष राशि

इस सप्ताह आपको अपने कार्यालय में अच्छा सम्मान प्राप्त हो सकता है। भाग्य से कोई विशेष मदद नहीं मिलेगी। आपका क्रोध में वृद्धि हो सकती है। धन आने की उम्मीद कर सकते हैं। माता जी का और जीवनसाथी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। इस   सप्ताह आपके लिए 8 और 9 नवंबर किसी भी कार्य को करने के लिए उत्तम है। सप्ताह के बाकी दिन भी ठीक-ठाक हैं इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप भगवान सूर्य को प्रतिदिन जल अर्पण करें सप्ताह का शुभ दिन मंगलवार है।

वृष राशि

अगर आप पेट के रोगी हैं तो इस सप्ताह आपके स्वास्थ्य में सुधार होगा। मानसिक परेशानियों  में कमी आएगी। आपके जीवनसाथी को 4 नवंबर को कष्ट हो सकता है। कार्यालय में आपको परेशानी हो सकती है। भाई बहनों के साथ संबंध तनावपूर्ण हो सकते हैं। इस सप्ताह आपके लिए रविवार का दिन लाभदायक है। आपको चाहिए कि आप 5 , 6 और 7 को नवंबर को कोई भी कार्य सावधानी पूर्वक करें। सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।

मिथुन राशि

अविवाहित जातकों के पास इस सप्ताह विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं। आपको अपने संतान से अच्छा सहयोग प्राप्त हो सकता है। छात्रों की पढ़ाई उत्तम  चलेगी। शत्रुओं से आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। 4 नवंबर को आप अपने शत्रुओं को पराजित कर सकते हैं। 5, 6 और 7 नवंबर आपके लिए लाभदायक है। 8 और 9 नवंबर को आप कोई भी कार्य सावधानी पूर्वक करें। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन मंदिर में जाकर गरीब लोगों के बीच में चावल का दान दें तथा शुक्रवार को पुजारी जी को सफेद वस्त्रो का दान करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

कर्क राशि

इस सप्ताह आपके जीवन साथी का स्वास्थ ठीक रहेगा। आपके सुख में वृद्धि होगी। माता और पिता जी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। आपके स्वास्थ्य में थोड़ी परेशानी आ सकती है। धन आने की मात्रा में वृद्धि होगी। भाग्य से कोई मदद नहीं मिल पाएगी। इस सप्ताह आपके लिए 8 और 9 नवंबर मंगलदायक होंगे। सप्ताह के बाकी दिन आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। कोई भी कार्य सावधानी के साथ करें। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन  उड़द का दान करें। शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर पूजन करें। सप्ताह का शुभ दिन शनिवार है।

सिंह राशि

इस सप्ताह आप अपने शत्रुओं को पराजित कर सकते हैं। कार्यालय में आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है। माता जी के स्वास्थ्य में थोड़ी परेशानी आ सकती है। भाइयों के साथ संबंध ठीक रहेंगे। आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। इस सप्ताह आपके लिए चार और 10 नवंबर शुभ फलदायक है। 4 नवंबर को आपके सुख में वृद्धि हो सकती है। 8 और 9 नवंबर को आपको सावधान रहकर कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन  गाय को हरा चारा खिलाएं। सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।

कन्या राशि

इस सप्ताह आप अपने शत्रुओं को परास्त कर सकते हैं। आपका स्वास्थ्य सामान्य रहेगा। माता जी के स्वास्थ्य में थोड़ी खराबी आ सकती है। धन प्राप्त होने की उम्मीद है। भाग्य से कोई विशेष मदद नहीं मिलेगी। भाई बहनों के साथ तनाव हो सकता है। इस सप्ताह आपके लिए 5,  6 और 7 नवंबर फलदायक हैं। 10 नवंबर को आपको सावधान रहकर  कार्य करना चाहिए। 4 नवंबर को आपको अपने भाई बहनों के साथ  तनाव बचाने का प्रयास करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन काले कुत्ते को रोटी खिलाएं। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

तुला राशि

इस सप्ताह आपका और आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। भाई बहनों के साथ संबंध सामान्य रहेंगे। आपको अपने संतान से सहयोग प्राप्त नहीं हो पाएगा। इस सप्ताह आपके लिए 8 और 9 नवंबर किसी भी कार्य को करने के लिए उपयुक्त है। 4 नवंबर को आपको धन की प्राप्ति हो सकती है। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन लाल मसूर की दाल का दान करें और मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम तीन बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन शुक्रवार है।

वृश्चिक राशि

इस सप्ताह आपको भाग्य से मदद मिल सकती है। आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। कार्यालय में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। माता जी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। कचहरी के कार्यों में सफलता मिल सकती है। संतान से आपको कोई सहायता नहीं मिल पाएगी। इस सप्ताह आपके लिए 10 नवंबर हितवर्धक है। 4 नवंबर को आपको स्वास्थ्य की परेशानी हो सकती है। आपको सावधान रहना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन रुद्राष्टक का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन रविवार है।

धनु राशि

अगर आप अविवाहित हैं तो इस सप्ताह आपके पास विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं इस सप्ताह आपके पास धन आने की उम्मीद है कचहरी के कार्यों में रिस्क ना लें पेट की परेशानी कम होगी दुर्घटनाओं से आप बचेंगे 5 6 और 7 तारीख को आपके कार्य सफल रहेंगे। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जब करें सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है।

मकर राशि

आपके पास इस सप्ताह थोड़ी मात्रा में धन आने का योग है। संभवत यह धन आपको 4 नवंबर को मिल सकता है। आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा परंतु आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य में समस्या आ सकती है। कार्यालय में आपको लाभ प्राप्त होगा। इस सप्ताह आपके लिए 8 और 9 नवंबर मंगल दायक हैं। 5, 6 और 7 नवंबर को आपको सावधानीपूर्वक कार्य करना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन भगवान शिव का दूध और जल से अभिषेक करें। सप्ताह का शुभ दिन शनिवार है।

कुंभ राशि

इस सप्ताह आपके सुख में वृद्धि होगी। व्यय में कमी होगी। धन सामान्य रूप से ही आएगा। उसमें कोई विशेष वृद्धि नहीं होगी। इस सप्ताह आपको भाग्य से बहुत कम मदद प्राप्त होगी। इस सप्ताह आपके लिए 10 नवंबर लाभदायक है। 8 और 9 नवंबर को आपको सावधान रहकर कार्य करना चाहिए। 4 नवंबर को आपको कार्यालय के कार्यों में  सावधानी रखना चाहिए। इस सप्ताह आपको चाहिए कि आप प्रतिदिन गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बुधवार है।

मीन राशि

इस सप्ताह आपको धन प्राप्त हो सकता है। भाई बहनों के साथ संबंध ठीक रहेगा। माता और पिता जी का स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा। कार्यालय में आपकी स्थिति ठीक-ठाक रहेगी। इस सप्ताह आपके लिए 5, 6 और 7 नवंबर किसी भी कार्य को करने के लिए अनुकूल हैं। 10 नवंबर को आपको कोई भी कार्य बहुत सोच समझ कर करना चाहिए। 4 नवंबर को भाग्य आपकी मदद कर सकता है। आपको चाहिए कि आप इस सप्ताह प्रतिदिन आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें। सप्ताह का शुभ दिन बृहस्पतिवार है।

ध्यान दें कि यह सामान्य भविष्यवाणी है। अगर आप व्यक्तिगत और सटीक भविष्वाणी जानना चाहते हैं तो आपको किसी अच्छे ज्योतिषी से संपर्क कर अपनी कुंडली का विश्लेषण करवाना चाहिए। मां शारदा से प्रार्थना है या आप सदैव स्वस्थ सुखी और संपन्न रहें। जय मां शारदा।

 राशि चिन्ह साभार – List Of Zodiac Signs In Marathi | बारा राशी नावे व चिन्हे (lovequotesking.com)

निवेदक:-

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

(प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ और वास्तु शास्त्री)

सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता, मध्यप्रदेश विद्युत् मंडल 

संपर्क – साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया, सागर- 470004 मध्यप्रदेश 

मो – 8959594400

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≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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ज्योतिष साहित्य ☆ श्राद्ध पक्ष विवरण ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

विज्ञान की अन्य विधाओं में भारतीय ज्योतिष शास्त्र का अपना विशेष स्थान है। हम अक्सर शुभ कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त, शुभ विवाह के लिए सर्वोत्तम कुंडली मिलान आदि करते हैं। साथ ही हम इसकी स्वीकार्यता सुहृदय पाठकों के विवेक पर छोड़ते हैं। आज प्रस्तुत है आज से प्रारम्भ होने वाले श्राद्ध पक्ष संबंधी आवश्यक जानकारी ) 

☆ ज्योतिष साहित्य ☆ 🙏 श्राद्ध पक्ष विवरण🙏 ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

सन्—2023 (पिंगल नाम संवत् -2080)

दिनाँक-29 सितम्बर-2023 ( शुक्रवार ) – पूर्णिमा एंव प्रतिपदा तिथि का श्राद्ध प्रोष्टपदी-महालय श्राद्ध प्रारम्भ

दिनाँक-30 सितम्बर-2023 ( शनिवार ) – द्वितीया तिथि का श्राद्ध

दिनाँक-01 अक्टूबर-2023 ( रविवार ) – तृतीया तिथि  का श्राद्ध

दिनाँक-02 अक्टूबर-2023 ( सोमवार ) – चतुर्थी तिथि का श्राद्ध  { भरणी श्राद्ध }

दिनाँक-03 अक्टूबर-2023 ( मंगलवार ) – पंचमी तिथि का श्राद्ध

दिनाँक-04 अक्टूबर-2023 ( बुधवार ) – षष्ठी तिथि  का श्राद्ध

दिनॉंक-05 अक्टूबर-2023 ( गुरूवार ) – सप्तमी तिथि का श्राद्ध

दिनाँक-06 अक्टूबर-2023 ( शुक्रवार ) – अष्टमी का श्राद्ध

दिनाँक-07 अक्टूबर-2023 ( शनिवार ) – नवमी तिथि का श्राद्ध-सौभाग्यवतीनां श्राद्ध,{ सौभाग्यवती स्त्री का श्राद्ध सर्वदा नवमी में किया जाता है,भले ही उसकी मृत्युतिथि कोई भी हो }

दिनाँक-08 अक्टूबर-2023 ( रविवार ) – दशमी तिथि का श्राद्ध

दिनाँक-09 अक्टूबर-2023 ( सोमवार ) – एकादशी तिथि का श्राद्ध

दिनाँक-10 अक्टूबर-2023 ( मंगलवार ) – मघा श्राद्ध { किसी तिथि का श्राद्ध नहीं होगा }

दिनाँक-11 अक्टूबर-2023 ( बुधवार ) – द्वादशी तिथि का श्राद्ध ( संन्यासीनां श्राद्ध-संन्यासी का श्राद्ध हमेशा द्वादशी में ही किया है,भले ही उसकी मृत्युतिथि कोई भी क्यों न हो॥}

दिनाँक-12 अक्टूबर-2023 ( गुरूवार ) – त्रयोदशी तिथि का श्राद्ध

दिनॉंक-13 अक्टूबर-2023 ( शुक्रवार ) – चतुर्दशी तिथि को शस्त्र,विष,दुर्घटनादि ( अपमृत्यु ) से मृतकों का श्राद्ध किया जाता है।उनकी मृत्यु चाहे किसी भी तिथि मे हुई हो।चतुर्दशी तिथि मे सामान्य स्वाभाविक मृत्यु-  वालो का श्राद्ध भी अमावस्या मे करने का शास्त्रों मे विधान है }

दिनॉंक-14 अक्टूबर-2023 ( शनिवार ) – चतुर्दशी/अमावस्या तिथि का श्राद्ध / अज्ञात तिथि वालो का श्राद्ध/सर्व पितृ श्राद्ध (पितृ विसर्जन-श्राद्ध सम्पन्न)

दिनॉंक-15 अक्टूबर-2023 ( रविवार ) – { विशेष :- नाना/नानी ( मातामह ) श्राद्ध }

🚩धर्म की जय हो🚩

निवेदक:-

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

(प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ और वास्तु शास्त्री)

सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता, मध्यप्रदेश विद्युत् मंडल 

संपर्क – साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया, सागर- 470004 मध्यप्रदेश 

मो – 8959594400

ईमेल – 

यूट्यूब चैनल >> आसरा ज्योतिष 

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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हिन्दी साहित्य – आलेख ☆ श्री हनुमान चालीसा – विस्तृत वर्णन – भाग – 18 ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

(ई-अभिव्यक्ति ने समय-समय पर श्रीमदभगवतगीता, रामचरितमानस एवं अन्य आध्यात्मिक पुस्तकों के भावानुवाद, काव्य रूपांतरण एवं  टीका सहित विस्तृत वर्णन प्रकाशित किया है। आज से आध्यात्म की श्रृंखला में ज्योतिषाचार्य पं अनिल पाण्डेय जी ने ई-अभिव्यक्ति के प्रबुद्ध पाठकों के लिए श्री हनुमान चालीसा के अर्थ एवं भावार्थ के साथ ही विस्तृत वर्णन का प्रयास किया है। आज से प्रत्येक शनिवार एवं मंगलवार आप श्री हनुमान चालीसा के दो दोहे / चौपाइयों पर विस्तृत चर्चा पढ़ सकेंगे। 

हमें पूर्ण विश्वास है कि प्रबुद्ध एवं विद्वान पाठकों से स्नेह एवं प्रतिसाद प्राप्त होगा। आपके महत्वपूर्ण सुझाव हमें निश्चित ही इस आलेख की श्रृंखला को और अधिक पठनीय बनाने में सहयोग सहायक सिद्ध होंगे।)   

☆ आलेख ☆ श्री हनुमान चालीसा – विस्तृत वर्णन – भाग – 18 ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

राम रसायन तुम्हरे पासा, सदा रहो रघुपति के दासा॥

अर्थ:- आप निरंतर श्री रघुनाथ जी की शरण में रहते है, जिससे आपके पास बुढ़ापा और असाध्य रोगों के नाश के लिए राम नाम औषधि है।

भावार्थ:- यहां पर रसायन शब्द का अर्थ दवा है। गोस्वामी तुलसीदास जी कहते हैं कि हनुमान जी के पास में राम नाम का रसायन है। इसका अर्थ हुआ हनुमान जी के पास राम नाम रूपी दवा है। आप श्री रामचंद्र जी के सेवक हैं इसलिए आपके पास नामरूपी दवा है। इस दवा का उपयोग हर प्रकार के रोग में किया जा सकता है। सभी रोग इस दवा से ठीक हो जाते हैं।

संदेश:- ताकतवर होने के बावजूद आपको सहनशील होना चाहिए।

हनुमान चालीसा की इस चौपाई के बार बार पाठ करने से होने वाले लाभ:-

राम रसायन तुम्हरे पासा, सदा रहो रघुपति के दासा॥

 इस चौपाई का बार बार पाठ करने से रहस्यों की प्राप्ति होती है।

विवेचना:- मेरा यह परम विश्वास है कि अगर आप बजरंगबली के सानिध्य में हैं,बजरंगबली के ध्यान में है तो किसी भी तरह की व्याधि और, विपत्ति आपका कुछ भी बिगाड़ नहीं सकती हैं। क्योंकि बजरंगबली के पास राम नाम का रसायन है। अज्ञेय कवि ने कहा है:-

क्यों डरूँ मैं मृत्यु से या क्षुद्रता के शाप से भी?

क्यों डरूँ मैं क्षीण-पुण्या अवनि के संताप से भी? व्यर्थ जिसको मापने में हैं विधाता की भुजाएँ— वह पुरुष मैं, मर्त्य हूँ पर अमरता के मान में हूँ!

मैं तुम्हारे ध्यान में हूँ!

मैं हनुमान जी के ध्यान में हूं तो मैं मृत्यु से भी क्यों डरूं। मैं अपने आप को छोटा क्यों समझूं। हमारे हनुमान जी के पास तो राम नाम का रसायन है।

यह राम नाम का रसायन क्या है। पहले इस चौपाई के एक एक शब्द की चर्चा करते हैं।

राम शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है रम् + घम। रम् का अर्थ है रमना या निहित होना। घम का अर्थ है ब्रह्मांड का खाली स्थान। इस प्रकार राम शब्द का अर्थ हुआ जो पूरे ब्रह्मांड में रम रहा है वह राम है। अर्थात जो पूरे ब्रह्मांड में जो हर जगह है वह राम है।

 राम हमारे आराध्य के आराध्य का नाम भी है। पहले हम यह विचार लेते हैं कि हम श्री राम को अपने आराध्य का आराध्य क्यों कहते हैं। हमारे आराध्य हनुमान जी हैं और हनुमान जी के आराध्य श्री राम जी हैं। इसलिए श्री राम जी हमारे आराध्य के आराध्य हैं। हनुमान जी स्वयं को, अपने आप को श्री राम का दास कहते हैं। यह भी सत्य है कि सीता जी ने भी हनुमान जी को श्री राम जी के दास के रूप में स्वीकार किया है।:-

कपि के बचन सप्रेम सुनि उपजा मन बिस्वास

जाना मन क्रम बचन यह कृपासिंधु कर दास॥13॥

(रामचरितमानस/ सुंदरकांड/ दोहा क्र 13)

अर्थ:- हनुमान जी के प्रेमयक्त वचन सुनकर सीताजी के मन में विश्वास उत्पन्न हो गया, उन्होंने जान लिया कि यह मन, वचन और कर्म से कृपासागर श्री रघुनाथजी का दास है॥

हनुमान जी के सभी भक्तों को यह ज्ञात है श्री राम जी हनुमान जी की आराध्य हैं। फिर भी हनुमानजी के भक्त सीधे श्री राम जी के भक्त बनना क्यों नहीं पसंद करते हैं।

बुद्धिमान लोग इसके बहुत सारे कारण बताएंगे परंतु हम ज्ञानहीन लोगों के पास ज्ञान की कमी है।इसके कारण हम बुद्धिमान लोगों की बातों को कम समझ पाते हैं। मैं तो सीधी साधी बात जानता हूं। हम सभी हनुमान जी के पुत्र समान है और हनुमान जी अपने आप को रामचंद्र जी के पुत्र के बराबर मानते हैं। इस प्रकार हम सभी श्री राम जी के पौत्र हुए। यह बात जगत विख्यात है कि मूल से ज्यादा सूद प्यारा होता है या यह कहें पुत्र से ज्यादा पौत्र प्यारा होता है। इस प्रकार हनुमान जी के भक्तों को श्री रामचंद्र जी अपने भक्तों से ज्यादा चाहते हैं। इसलिए ज्यादातर लोग पहले हनुमान जी से लगन लगाना ज्यादा पसंद करते हैं।

हम पुर्व में बता चुके हैं श्रीराम का अर्थ है सकल ब्रह्मांड में रमा हुआ तत्व यानी चराचर में विराजमान स्वयं परमब्रह्म।

शास्त्रों में लिखा है, “रमन्ते योगिनः अस्मिन सा रामं उच्यते” अर्थात, योगी ध्यान में जिस शून्य में रमते हैं उसे राम कहते हैं।

भारतीय समाज में राम शब्द का एक और उपयोग है। जब हम किसी से मिलते हैं तो आपस में अभिवादन करते हैं। कुछ लोग नमस्कार करतें हैं। कुछ लोग प्रणाम करतें हैं और कुछ लोग राम-राम कहते हैं। यहां पर दो बार राम नाम का उच्चारण होता है जबकि नमस्कार या प्रणाम का उच्चारण एक ही बार किया जाता है। हमारे वैदिक ऋषि-मुनियों ने जो भी क्रियाकलाप तय किया उसमें एक विशेष साइंस छुपा हुआ है। राम राम शब्द में भी एक विज्ञान है। आइए राम शब्द को दो बार बोलने पर चर्चा करते हैं।

एक सामान्य व्यक्ति 1 मिनट में 15 बार सांस लेता छोड़ता है। इस प्रकार 24 घंटे में वह 21600 बार सांस लेगा और छोड़ेगा। इसमें से अगर हम ज्योतिष के अनुसार रात्रि मान के औसत 12 घंटे का तो दिनमान के 12 घंटों में वाह 10800 बार सांस लेगा और छोड़ेगा। क्योंकि किसी देवता का नाम पूरे दिन में 10800 बार लेना संभव नहीं है।इसलिए अंत के दो शुन्य हम काट देते हैं। इस तरह से यह संख्या 108 आती है। इसीलिए सभी तरह के जाप के लिए माला में मनको की संख्या 108 रखी जाती है। यही 108 वैदिक दृष्टिकोण के अनुसार पूर्ण ब्रह्म का मात्रिक गुणांक भी है। हिंदी वर्णमाला में क से गिनने पर र अक्षर 27 वें नंबर पर आता है। आ की मात्रा दूसरा अक्षर है और  “म” अक्षर 25 वें नंबर पर आएगा। इस प्रकार राम शब्द का महत्व 27+2+25=54 होता है अगर हम राम राम दो बार कहेंगे तो यह 108 का अंक हो जाता है जो कि परम ब्रह्म परमात्मा का अंक है। इस प्रकार दो बार राम राम कहने से हम ईश्वर को 108 बार याद कर लेते हैं,।

 मेरे जैसा तुच्छ व्यक्ति राम नाम की महिमा का गुणगान कहां कर पाएगा। गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा है :-

करऊँ कहा लगि नाम बड़ाई।

राम न सकहि नाम गुण गाई।।

स्वयं राम भी ‘राम’ शब्द की विवेचना नहीं कर सकते। ‘राम’ विश्व संस्कृति के नायक है। वे सभी सद्गुणों से युक्त है। अगर सामाजिक जीवन में देखें तो- राम आदर्श पुत्र, आदर्श भाई, आदर्श मित्र, आदर्श पति, आदर्श शिष्य के रूप में प्रस्तुत किए गए हैं। अर्थात् समस्त आदर्शों के एक मात्र न्यायादर्श ‘राम’ है।

क्योंकि राम शब्द की पूर्ण विवेचना करना मेरे जैसे  तुच्छ व्यक्ति के सामर्थ्य के बाहर है अतः इस कार्य को यहीं विराम दिया जाता है।

इस चौपाई का अगला शब्द रसायन जिसका शाब्दिक अर्थ कई हैं। जैसे :-

  1. पदार्थ का तत्व-गत ज्ञान
  2. लोहा से सोना बनाने का एक योग
  3. जरा व्याधिनाशक औषधि। वैद्यक के अनुसार वह औषध जो मनुष्य को सदा स्वस्थ और पुष्ट बनाये रखती है।

अगर हम रसायन शब्द का इस्तेमाल पदार्थ के तत्व ज्ञान के बारे में करते हैं यह कह सकते हैं के हनुमान जी के पास राम नाम का पूरा ज्ञान है। पूर्ण ज्ञान होने के कारण हनुमान जी रामचंद्र जी के पास पहुंचने के एक सुगम सोपान है। अगर आपने हनुमान जी को पकड़ लिया तो रामजी तक पहुंचना आपके लिए काफी आसान हो जाएगा।अगर आप सीधे रामजी के पास पहुंचना चाहोगे यह काफी मुश्किल कार्य होगा। अगर हम लोकाचार की बात करें तो यह उसी प्रकार है जिस प्रकार प्रधानमंत्री से मिलने के लिए हमें किसी सांसद का सहारा लेना चाहिए। मां पार्वती से मिलने के लिए गणेश जी का सहारा, गणेश जी की अनुमति लेना चाहिए। इस चौपाई से तुलसीदास जी कहना चाहते हैं रामजी तक आसानी से पहुंचने के लिए हमें पहले हनुमान जी के पास तक पहुंचना पड़ेगा।

अर्थ क्रमांक 2 में बताया गया है लोहा से सोना बनाने का जो योग होता है उसको भी रसायन कहा जाता है। अब यहां लोहा कौन है ? हम साधारण प्राणी लोहा हैं और अगर हमारे ऊपर पवन पुत्र हनुमान जी की कृपा हो जाए तो हम सोने में बदल जाएंगे। हनुमान जी के पास रामचंद जी का दिया हुआ लोहे को सोना बनाने वाला रसायन है।

अब हम तीसरे बिंदू पर आते हैं। भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद के अनुसार किसी भी रोग, ताप, व्याधि को नष्ट करने के लिए विभिन्न रसायनों का प्रयोग किया जाता है। इन रसायनों का पूरा स्टॉक हमारे महाबली हनुमान जी के पास राम जी की कृपा से है। अगर हनुमान जी की कृपा हमारे ऊपर रही तो हमें कभी भी रोग या व्याधि से परेशान नहीं होना पड़ेगा। हमारा शरीर और मन सदैव स्वस्थ रहेगा। मन के स्वस्थ रहने के कारण हमारे ऊपर पवन पुत्र की और श्री रामचंद्र जी की कृपा बढ़ती ही जाएगी।

यहां पर यह ध्यान देने वाली बात है कि ब्याधि का अर्थ केवल शारीरिक बीमारी नहीं है। बरन मानसिक परेशानियां भी व्याधि के अंतर्गत आती है। यह संस्कृत का शब्द है और यह साहित्य में एक भाव भी है। किसी भी प्रकार के  कष्ट पहुंचाने वाली वस्तु को भी व्याधि कहते हैं।

आयुर्वेद में इन सभी प्रकार की व्याधियों को दूर करने के लिए रसायनों का प्रयोग होता है। इसके अलावा आयुर्वेद के अनुसार वह औषध जो जरा और व्याधि का नाश करनेवाली हो। वह दवा जिसके खाने से आदमी बुड़ढ़ा या बीमार न हो उसको भी हम रसायन कहेंगे। ऐसी औषधों से शरीर का बल, आँखों की ज्योति और वीर्य आदि बढ़ता है। इनके खाने का विधान युवावस्था के आरंभ और अंत में है। कुछ प्रसिद्ध रसायनों के नाम इस प्रकार है। – विड़ग रसायन, ब्राह्मी रसायन, हरीतकी रसायन, नागवला रसायन, आमलक रसायन आदि। प्रत्येक रसायन में कोई एक मुख्य ओषधि होता है ; और उसके साथ दूसरी अनेक ओषधियाँ मिली हुई होती हैं।

परंतु राम रसायन एक ऐसी औषधि है जिनमें हर प्रकार की व्याधियों को दूर करने की क्षमता है। यह राम रसायन हमारे पवन पुत्र के पास है।

इस चौपाई का अगला वाक्यांश है “सदा रहो रघुपति के दासा”। जिसका सीधा साधा अर्थ भी है की हनुमान जी सदैव रामचंद्र जी के सेवा मैं प्रस्तुत रहे। रघुनाथ जी के शरण में रहे। हनुमान जी ने सदैव मनसा वाचा कर्मणा श्री रामचंद्र की सेवा की और और इसी बात का श्री रामचंद्र जी से आशीर्वाद भी मांगा।

बचपन में एक बार परमवीर हनुमान जी ने भगवान शिव के साथ अयोध्या के राजमहल में भगवान श्री राम को देखा था। बाद में सीता हरण के उपरांत जब श्री रामचंद्र जी ऋषिमुक पर्वत के पास पहुंचे तब वहां पर हनुमान जी सुग्रीव जी के आदेश से ब्राम्हण रुप में श्रीरामचंद्र जी के पास गये। हनुमान जी श्री रामचंद्र जी को पहचान नहीं पाए। बाद में श्री राम जी द्वारा बताने पर वे श्री रामचंद्र जी को पहचान गये। उन्होंने श्री रामचंद्र जी को अपना प्रभु बताते हुए कहा मैं मूर्ख वानर हूं। अज्ञानता बस आपको पहचान नहीं पाया परंतु आप तो तीन लोक के स्वामी हैं आप तो मुझे पहचान सकते थे।

पुनि धीरजु धरि अस्तुति कीन्ही। हरष हृदयँ निज नाथहि चीन्ही॥

मोर न्याउ मैं पूछा साईं। तुम्ह पूछहु कस नर की नाईं॥

(रामचरितमानस /किष्किंधा कांड/1/4)

अर्थ:- फिर धीरज धर कर स्तुति की। अपने नाथ को पहचान लेने से उनके हृदय में हर्ष हो रहा है। (फिर हनुमान्‌जी ने कहा-) हे स्वामी! मैंने जो पूछा वह मेरा पूछना तो न्याय था, (वर्षों के बाद आपको देखा, वह भी तपस्वी के वेष में। मेरी वानरी बुद्धि इससे मैं तो आपको पहचान न सका। अपनी परिस्थिति के अनुसार मैंने आपसे पूछा), परंतु आप मनुष्य की तरह कैसे पूछ रहे हैं?॥4॥

जदपि नाथ बहु अवगुन मोरें। सेवक प्रभुहि परै जनि भोरें॥

नाथ जीव तव मायाँ मोहा। सो निस्तरइ तुम्हारेहिं छोहा॥

 (रामचरितमानस/ किष्किंधा कांड/ 2/1)

अर्थ:- हे नाथ! यद्यपि मुझ में बहुत से अवगुण हैं, तथापि सेवक स्वामी की विस्मृति में न पड़े। (आप उसे न भूल जाएँ)। हे नाथ! जीव आपकी माया से मोहित है। वह आप ही की कृपा से निस्तार पा सकता है॥1॥

ता पर मैं रघुबीर दोहाई। जानउँ नहिं कछु भजन उपाई॥

सेवक सुत पति मातु भरोसें। रहइ असोच बनइ प्रभु पोसें॥

(रामचरितमानस /किष्किंधा कांड/2/2)

अर्थ:- उस पर हे रघुवीर! मैं आपकी दुहाई (शपथ) करके कहता हूँ कि मैं भजन-साधन कुछ नहीं जानता। सेवक स्वामी के और पुत्र माता के भरोसे निश्चिंत रहता है। प्रभु को सेवक का पालन-पोषण करते ही बनता है (करना ही पड़ता है)॥

श्री रामचंद्र जी का अयोध्या में राजतिलक हो चुका था। रामराज्य अयोध्या में आ गया था। रामचंद्र जी ने तय किया पुराने साथियों को उनके घर जाने दिया जाए। पहली मुलाकात के बाद से ही सुग्रीव, जामवंत, हनुमान जी, अंगद जी, विभीषण जी, सभी उनके साथ अब तक लगातार थे। अब आवश्यक हो गया था कि इन लोगों को घर जाने की अनुमति दी जाए। जिससे यह सभी लोग अपने परिवार जनों के साथ मिल सकें। विभीषण और सुग्रीव जी अपने-अपने राज्य में जाकर रामराज लाने का प्रयास करें। वहां की शासन व्यवस्था को ठीक करें। जाते समय श्री रामचंद्र जी सभी लोगों को कुछ ना कुछ उपहार दे रहे थे। जब सभी लोगों को श्री रामचंद्र जी ने विदा कर दिया उसके बाद हनुमान जी से पूछा कि उनको क्या उपहार दिया जाए। हनुमान जी ने कहा कि आपने सभी को कुछ ना कुछ पद दिया है। मुझे भी एक पद दे दीजिए। उसके उपरांत उन्होंने श्री रामचंद्र जी के पैर पकड़ लिए।

अब गृह जाहु सखा सब भजेहु मोहि दृढ़ नेम।

सदा सर्बगत सर्बहित जानि करेहु अति प्रेम॥16॥

(रामचरितमानस /उत्तरकांड /दोहा क्रमांक 16)

अर्थ:- हे सखागण! अब सब लोग घर जाओ, वहाँ दृढ़ नियम से मुझे भजते रहना। मुझे सदा सर्वव्यापक और सबका हित करने वाला जानकर अत्यंत प्रेम करना॥

हनुमान जी द्वारा वाल्मीकि रामायण के अनुसार हनुमानजी श्रीराम से याचना करते हैं-

यावद् रामकथा वीर चरिष्यति महीतले।

तावच्छरीरे वत्स्युन्तु प्राणामम न संशय:।।

(वाल्मीकि रामायण /उत्तरकांड 40 / 17)

अर्थ : – ‘हे वीर श्रीराम! इस पृथ्वी पर जब तक रामकथा प्रचलित रहे, तब तक निस्संदेह मेरे प्राण इस शरीर में बसे रहें।’

जिसके बाद श्रीराम उन्हें आशीर्वाद देते हैं-

‘एवमेतत् कपिश्रेष्ठ भविता नात्र संशय:।

चरिष्यति कथा यावदेषा लोके च मामिका

तावत् ते भविता कीर्ति: शरीरे प्यवस्तथा।

लोकाहि यावत्स्थास्यन्ति तावत् स्थास्यन्ति में कथा।।’

(बाल्मीकि रामायण /उत्तरकांड/40/21-22)

अर्थात् :- ‘हे कपिश्रेष्ठ, ऐसा ही होगा, इसमें संदेह नहीं है। संसार में मेरी कथा जब तक प्रचलित रहेगी, तब तक तुम्हारी कीर्ति अमिट रहेगी और तुम्हारे शरीर में प्राण रहेंगे। जब तक ये लोक बने रहेंगे, तब तक मेरी कथाएं भी स्थिर रहेंगी।

एक दिन, विभीषण जी ने समुद्र की दी हुई एक उत्तम कोटि का अति सुंदर माला सीता मां को भेंट की। सीता मां ने माला ग्रहण करने के उपरांत श्री राम जी की तरफ देखा। रामजी ने कहा कि तुम यह माला उसको दो जिस पर तुम्हारी सबसे ज्यादा अनुकंपा है। सीता मैया ने हनुमान जी को मोतीयों की यह माला भेट दी। हनुमान जी ने माला को बड़े प्रेम से ग्रहण किया। उसके उपरांत हनुमान जी एक एक मोती को दांतोसे तोड़ कर कान के पास ले जाते और फिर फेंक देते। अपने भेंट की इस प्रकार बेइज्जती होते देख विभीषण जी काफी कुपित हो गए। उन्होंने हनुमान जी से पूछा कि आपने यह माला तोड़ कर क्यों फेंक दी। इस पर हनुमान जी ने कहा कि हे विभीषण जी मैं तो इस माला की मणियों में सीताराम नाम ढूंढ रहा हूं। परंतु वह नाम इनमें नहीं है। अतः मेरे लिए यह माला पत्थर का एक टुकड़ा है। इस पर किसी राजा ने कहा कि आप हर समय आप हर जगह सीताराम को ढूंढते हो। आप ने जो यह शरीर धारण किए हैं क्या उसमें भी सीता राम हैं और उनकी आवाज आती है। इतना सुनते ही हनुमान जी ने पहले अपना एक बाल तोड़ा और उसे उन्हीं राजा के कान में लगाया। बाल से सीताराम की आवाज आ रही थी। उसके बाद उन्होंने अपनी छाती चीर डाली। उनके ह्रदय में श्रीराम और सीता की छवि दिखाई पडी साथ ही वहां से भी सीताराम की आवाज आ रही थी।

अपनी अनन्य भक्ति के कारण हनुमान जी के हृदय में श्रीराम और सीता के अलावा संसार की किसी भी वस्तु की अभिलाषा नहीं थी।

इस प्रकार यह स्पष्ट है की हनुमान जी सदैव ही श्री राम जी के दास रहे और श्री रामचंद्र जी सदैव ही हनुमान जी के प्रभु रहे।

जय श्री राम। जय हनुमान।

चित्र साभार – www.bhaktiphotos.com

© ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

(प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ और वास्तु शास्त्री)

सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता, मध्यप्रदेश विद्युत् मंडल 

संपर्क – साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया, सागर- 470004 मध्यप्रदेश 

मो – 8959594400

ईमेल – 

यूट्यूब चैनल >> आसरा ज्योतिष 

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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ज्योतिष साहित्य ☆ आलेख – ब्रह्मांड एवं पृथ्वी – वैज्ञानिक एवं ज्योतिषीय गणना ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

विज्ञान की अन्य विधाओं में भारतीय ज्योतिष शास्त्र का अपना विशेष स्थान है। हम अक्सर शुभ कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त, शुभ विवाह के लिए सर्वोत्तम कुंडली मिलान आदि करते हैं। साथ ही हम इसकी स्वीकार्यता सुहृदय पाठकों के विवेक पर छोड़ते हैं। हमें प्रसन्नता है कि ज्योतिषाचार्य पं अनिल पाण्डेय जी ने ई-अभिव्यक्ति के प्रबुद्ध पाठकों के विशेष अनुरोध पर साप्ताहिक राशिफल प्रत्येक शनिवार को साझा करना स्वीकार किया है। इसके लिए हम सभी आपके हृदयतल से आभारी हैं। साथ ही हम अपने पाठकों से भी जानना चाहेंगे कि इस स्तम्भ के बारे में उनकी क्या राय है ? आप समय समय पर ज्योतिष विज्ञान संबंधी विशेष जानकारियाँ भी आपसे साझा करते  रहते हैं । इसी कड़ी में आज प्रस्तुत है आपका विशेष आलेख ब्रह्मांड एवं पृथ्वी – वैज्ञानिक एवं ज्योतिषीय गणनाआपकी प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा रहेगी

☆ ज्योतिष साहित्य ☆ ब्रह्मांड एवं पृथ्वी – वैज्ञानिक एवं ज्योतिषीय गणना ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆  

वैज्ञानिक पृथ्वी पर हुई घटनाओं की गणना चार प्रकार से करते हैं। पहली गणना परतदार चट्टानों के निर्माण की गति से की जाती है। इस गणना के अनुसार पृथ्वी की आयु 5 करोड़ 42 लाख वर्ष होती है जिसे कि वैज्ञानिकों ने बाद में अमान्य कर दिया।

दूसरी प्रक्रिया है जिसमें पृथ्वी के तापमान को आधार  बना करके पृथ्वी की आयु निकाली गई और यह 10 वर्ष करोड़ वर्ष प्राप्त हुई। इसे भी वैज्ञानिकों द्वारा अमान्य कर दिया गया।

तीसरी प्रक्रिया के अनुसार रेडियो सक्रिय तत्वों के विघटन के आधार पर पृथ्वी की आयु निकाली गई है वर्तमान में इसे प्रमाणिक माना जा रहा है। इसके अनुसार पृथ्वी के पहले योग जिसे हैडियन युग कहा जाता है 4.53 Ga वर्ष पहले हुआ था। हैडियन युग में ही पृथ्वी का एक भाग अंतरिक्ष में उछल गया और वह चंद्रमा कहलाया। हेडियन युग के दौरान पृथ्वी की सतह पर लगातार उल्कापात होता रहा और बड़ी मात्रा में उष्मा के प्रभाव तथा भू-उष्मीय अनुपात के कारण ज्वालामुखियों का विस्फोट हुआ और जर्कान कण बने। इस युग का अंत 3.8 Ga के आस पास हुआ। रेडियोएक्टिव पदार्थों के अर्धवार्षिक आयु के गणना से पृथ्वी की आयु 4.54 अरब वर्ष पहले हुई। चंद्रमा की आयु 4.52 या 4.48 अरब वर्ष मानी जाती है।

पृथ्वी पर जीवन का प्रारंभ लुका कोशिका द्वारा 3.5 अरब वर्ष पहले माना जाता है। इसका अर्थ है पहला जीवन लुका कोशिका का था जो कि 3.5 अरब वर्ष पहले हुआ था। यह लुका कोशिका आज के पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी जीवित पदार्थों का पूर्वज है।

इसके उपरांत प्रोटेरोज़ोइक युग आया। यह युग 2.5 अरब वर्ष से 54.2 करोड़ वर्ष तक चला। इस समयावधि में पृथ्वी पर दो भीषण हिमयुग आए और पृथ्वी पर ऑक्सीजन का वातावरण निर्मित हुआ। जीवन की गति प्रारंभ हुई। इसके उपरांत निम्नानुसार जीवन की गति बढ़ी।

  1. 54.2 से 48.8 करोड़ वर्ष के बीच में जीवन की उत्पत्ति अत्यंत तीव्र गति  से हुई और मछली की तरह के किसी जन्तु का प्रादुर्भाव हुआ।
  2. 38.0 से 37.5 करोड़ों वर्ष के बीच चतुर प्राणी का विकास हुआ।
  3. 36.5 करोड़ वर्ष पर वनस्पतियां बनी।
  4. 25.0 से 15.7 करोड़ वर्ष के बीच डायनासोर बने।
  5. 60 करोड़ से  20 करोड़ वर्ष के बीच वानर से मानव का विकास हुआ।
  6. 200000 वर्ष पूर्व वर्तमान मानव अस्तित्व में आया।

अब हम विभिन्न धर्मों के अनुसार पृथ्वी के आयु के बारे में चर्चा करते हैं।

ईसाई धर्म के अनुसार आदम से लेकर ईसा मसीह तक समस्त ईश्वर के पैगंबर की उम्र की गणना अगर की जाए तो 3572 वर्ष + 2022 वर्ष पूर्व आदम इस धरती पर आए थे। इसके अलावा ईसाई धर्म के अन्य विचारधारा के अनुसार 7200 वर्ष पूर्व पैगंबर आदम इस धरती पर आए थे। अर्थात मानव 7200 वर्ष पहले धरती पर आया था।

इस्लाम धर्म में सीधे-सीधे कहीं भी नहीं लिखा गया है कि पृथ्वी कितने साल पुरानी है।

अब हम हिंदू धर्म के अनुसार पृथ्वी के आयु के बारे में चर्चा करेंगे और विज्ञान से इसकी तुलना करेंगे।

भारतीय ज्योतिष विज्ञान के अनुसार समय की गणना एक महत्वपूर्ण कार्य है। किसी भी हिंदू आयोजन में सबसे पहले संकल्प किया जाता है जिसमें संकल्प का समय एवं स्थान आदि पूर्णतया परिभाषित होता है। संकल्प लेने का यह कार्य  वैदिक परंपरा के प्रारंभ से ही हो रहा है। संकल्प निम्नानुसार होता है।

ॐ विष्णुर्विष्णुर्विष्णु:। श्रीमद्भगवतो महापुरुषस्य विष्णोराज्ञया प्रवर्तमानस्य अद्यैतस्य ब्रह्मणोह्नि द्वितीये परार्धे श्रीश्वेतवाराहकल्पे वैवस्वतमन्वन्तरे अष्टाविंशतितमे युगे कलियुगे कलिप्रथमचरणे भूर्लोके भारतवर्षे जम्बूद्विपे भरतखण्डे आर्यावर्तान्तर्गतब्रह्मावर्तस्य ………… क्षेत्रे ………… मण्डलान्तरगते ………… नाम्निनगरे (ग्रामे वा) श्रीगड़्गायाः ………… (उत्तरे/दक्षिणे) दिग्भागे देवब्राह्मणानां सन्निधौ श्रीमन्नृपतिवीरविक्रमादित्यसमयतः ……… संख्या -परिमिते प्रवर्त्तमानसंवत्सरे प्रभवादिषष्ठि -संवत्सराणां मध्ये ………… नामसंवत्सरे, ………… अयने, ………… ऋतौ, ………… मासे, ………… पक्षे, ………… तिथौ, ………… वासरे, ………… नक्षत्रे, ………… योगे, ………… करणे, ………… राशिस्थिते चन्द्रे, ………… राशिस्थितेश्रीसूर्ये, ………… देवगुरौ शेषेशु ग्रहेषु यथायथा राशिस्थानस्थितेषु सत्सु एवं ग्रहगुणविशेषणविशिष्टायां शुभपुण्यतिथौ ………… गोत्रोत्पन्नस्य ………… शर्मण: (वर्मण:, गुप्तस्य वा) सपरिवारस्य ममात्मन: श्रुति-स्मृति-पुराणोक्त-पुण्य-फलावाप्त्यर्थं ममऐश्वर्याभिः वृद्धयर्थं।

संकल्प में पहला शब्द  द्वितीये परार्धे आया है। श्रीमद भगवत पुराण के अनुसार ब्रह्मा जी की आयु 100 वर्ष की है जिसमें से पूर्व परार्ध अर्थात 50 वर्ष बीत चुके हैं तथा दूसरा परार्ध प्रारंभ हो चुका है। त्रैलोक्य की सृष्टि ब्रह्मा जी के दिन प्रारंभ होने से होती है और दिन समाप्त होने पर उतनी ही लंबी रात्रि होती है। एक दिन एक कल्प कहलाता है।

यह एक दिन 1. स्वायम्भुव, 2. स्वारोचिष, 3. उत्तम, 4. तामस, 5. रैवत, 6. चाक्षुष, 7. वैवस्वत, 8. सावर्णिक, 9. दक्ष सावर्णिक, 10. ब्रह्म सावर्णिक, 11. धर्म सावर्णिक, 12. रुद्र सावर्णिक, 13. देव सावर्णिक और 14. इन्द्र सावर्णिक- इन 14 मन्वंतरों में विभाजित किया गया है। इनमें से 7वां वैवस्वत मन्वंतर चल रहा है। 1 मन्वंतर 1000/14 चतुर्युगों के बराबर अर्थात 71.42 चतुर्युगों के बराबर होती है।

यह भिन्न संख्या पृथ्वी के 27.25 डिग्री झुके होने और 365.25 दिन में पृथ्वी की परिक्रमा करने के कारण होती है। दशमलव के बाद के अंक को सिद्धांत के अनुसार दो मन्वन्तर के बीच के काल के अनुसार  जिसका परिमाण 4,800 दिव्य वर्ष (सतयुग काल) माना गया है। इस प्रकार मन्वंतरों का काल=14*71=994 चतुर्युग हुआ।

हम जानते हैं कि कलयुग 432000 वर्ष का होता है इसका दोगुना द्वापर युग 3 गुना त्रेतायुग एवं चार गुना सतयुग होता है। इस प्रकार एक महायुग 43 लाख 20 हजार वर्ष का होता है।

71 महायुग मिलकर एक मन्वंतर बनाते हैं जोकि 30 करोड़ 67 लाख 20 हजार वर्ष का हुआ। प्रलयकाल या संधिकाल जो कि हर मन्वंतर के पहले एवं बाद में रहता है 17 लाख 28 हजार वर्ष का होता है। 14 मन्वन्तर मैं 15 प्रलयकाल होंगे अतः प्रलय काल की कुल अवधि 1728000 *15 = 25920000 होगा। 14 मन्वंतर की अवधि 306720000 * 14 = 4294080000 होगी और एक कल्प की अवधि इन दोनों का योग 4320000000 होगी। जोकि ब्रह्मा का 1 दिन रात है। ब्रह्मा की कुल आयु (100 वर्ष) = 4320000000 * 360 * 100 = 155520000000000 = 155520 अरब वर्ष होगी। यह ब्रह्मांड और उसके पार के ब्रह्मांड का कुल समय होगा। वर्तमान विज्ञान को यह ज्ञात है कि ब्रह्मांड के उस पार भी कुछ है परंतु क्या है यह वर्तमान विज्ञान को अभी ज्ञात नहीं है।

अब हम पुनः एक बार संकल्प को पढ़ते हैं जिसके अनुसार वैवस्वत मन्वन्तर चल रहा है अर्थात 6 मन्वंतर बीत चुके हैं सातवा मन्वंतर चल रहा है। पिछले गणना से हम जानते हैं की एक मन्वंतर 306720000 वर्ष का होता है। छह मन्वंतर बीत चुके हैं अर्थात 306720000 * 6 = 1840320000 वर्ष बीत चुके हैं। इसमें सात प्रलय काल और जोड़े जाने चाहिए अर्थात (1728000 * 7) 12096000 वर्ष और जुड़ेंगे इस प्रकार कुल योग  (1840320000 + 12096000) 1852416000 वर्ष होता है।

हम जानते हैं एक मन्वंतर 71 महायुग का होता है जिसमें से 27 महायुग बीत चुके हैं। एक महायुग 4320000 वर्ष का होता है इस प्रकार 27 महायुग (27*4320000) 116640000 वर्ष के होंगे। इस अवधि को भी हम बीते हुए मन्वंतर काल में जोड़ते हैं (1852416000+116640000) तो ज्ञात होता है कि 1969056000 वर्ष बीत चुके हैं।

28 वें महायुग के कलयुग का समय जो बीत चुका है वह (सतयुग के 1728000 + त्रेता युग 1296000+ द्वापर युग 864000) = 3888000 वर्ष होता है। इस अवधि को भी हम पिछले बीते हुए समय के साथ जोड़ते हैं (1969056000 + 3888000 ) और संवत 2079 कलयुग के 5223 वर्ष बीत चुके हैं।

अतः हम बीते गए समय में कलयुग का समय भी जोड़ दें तो कुल योग 1972949223 वर्ष आता है। इस समय को हम 1.973 Ga वर्ष भी कह सकते हैं।

ऊपर हम बता चुके हैं कि आधुनिक विज्ञान के अनुसार पृथ्वी का प्रोटेरोज़ोइक काल 2.5 Ga से 54.2 Ma वर्ष तथा और इसी अवधि में पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति हुई है। इन दोनों के मध्य में भारतीय गणना अनुसार आया हुआ समय 1.973 Ga वर्ष भी आता है। जिससे स्पष्ट है कि भारत के पुरातन वैज्ञानिकों ने पृथ्वी पर जीवन के प्रादुर्भाव की जो गणना की थी वह बिल्कुल सत्य है।

आधुनिक वैज्ञानिकों के अनुसार सूर्य 4.603 अरब वर्ष पहले अपने आकार में आया था। इसी प्रकार पृथ्वी 4.543 अरब वर्ष पहले अपने आकार में आई थी।

हमारी आकाशगंगा 13.51 अरब वर्ष पहले बनी थी। अभी तक ज्ञात सबसे उम्रदराज वर्लपूल गैलेक्सी 40.03 अरब वर्ष पुरानी है। विज्ञान यह भी मानता है कि इसके अलावा और भी गैलेक्सी हैं जिनके बारे में अभी हमें ज्ञात नहीं है। हिंदू ज्योतिष के अनुसार ब्रह्मा जी की आयु 155520 अरब वर्ष की है जिसमें से आधी बीत चुकी है। यह स्पष्ट होता है कि ज्योतिषीय संरचनाओं ने  77760 अरब वर्ष पहले आकार लिया था और कम से कम इतना ही समय अभी बाकी है।

आपसे अनुरोध है कि कृपया इस पर अपनी प्रतिकृया अवश्य दें ।  इस पर अगर आपको कोई  संदेह है तो कृपया आवश्यक रूप से बताएं जिससे उसे दूर किया जा सके।

जय मां शारदा।

☆ ज्योतिष साहित्य ☆ वार्षिक राशिफल 2023 ☆ ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय ☆ – शीघ्र प्रकाश्य 

निवेदक:-

ज्योतिषाचार्य पं अनिल कुमार पाण्डेय

(प्रश्न कुंडली विशेषज्ञ और वास्तु शास्त्री)

सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता, मध्यप्रदेश विद्युत् मंडल 

संपर्क – साकेत धाम कॉलोनी, मकरोनिया, सागर- 470004 मध्यप्रदेश 

मो – 8959594400

ईमेल – 

यूट्यूब चैनल >> आसरा ज्योतिष 

≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय  ≈

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