सर्वद फाउंडेशन, मुंबई या संस्थेतर्फे दिले जाणारे राज्यस्तरीय स्टार साहित्य पुरस्कार जाहीर झाले असून २०२४ चे पुरस्कार आपल्या अभिव्यक्ती परिवारातील साहित्यिका डाॅ.सोनिया कस्तुरे, सुश्री ज्योत्स्ना तानवडे आणि सुश्री दीप्ती कुलकर्णी यांना प्रदान करण्यात आले आहेत. या साहित्यिकांचा आम्हाला अभिमान वाटतो. परिवाराकडून त्यांचे मनःपूर्वक अभिनंदन आणि भावी वाटचालीसाठी हार्दिक शुभेछा .
💐 ई-अभिव्यक्ती परिवारातर्फे डाॅ.सोनिया कस्तुरे, सुश्री ज्योत्स्ना तानवडे आणि सुश्री दीप्ती कुलकर्णीयांचे मनःपूर्वक अभिनंदन आणि पुढील वाटचालीसाठी हार्दिक शुभेच्छा. 💐
संपादक मंडळ
ई अभिव्यक्ती मराठी
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
☆ Keep Fit to be Organ Donor ☆ Courtesy – Mr. Sunil Deshpande ☆
“Stride for Life: Join Our Walkathon for Organ Donation Awareness! and Win Exciting Cash Prizes worth of Rs.1 Lakh.”
Dear Participants,
We are excited to invite you to “Stride for Life,” a walkathon dedicated to raising awareness about the importance of organ donation. This event aims to highlight the life-saving impact of organ donation and inspire individuals to become registered organ donors.
Date: 23rd March-2024 Time: 6.00am
Venue : Ground space next to ABZ Mall, opposite Shri Ganesh Mandir, Ganraj Chowk, Baner road, Baner, Pune
Our walkathon will feature a traffic free route through Baner/ Balewadi area, offering participants the opportunity to enjoy a refreshing walk while supporting a meaningful cause. Along the route, there will be informational booths providing facts about organ donation, resources for becoming a registered donor, and opportunities to engage with healthcare professionals and transplant donors and recipients.
By participating in “Stride for Life,” you can make a difference in the lives of those awaiting organ transplants. Your steps will symbolize hope, awareness, and support for individuals and families affected by organ failure. Registration for the walkathon is Rs.100/- as a Registration Fee, and all are welcome to join by filling up this Google Form. Whether you’re walking solo, with family and friends, or as part of a team, your presence will help spread the message of organ donation and potentially save lives.
Together, let’s take strides towards a future where every person in need of a transplant receives the gift of life.
☆ चालत रहा आणि आनंदाने जीवन गाणे गात राहा… ☆ साभार – श्री सुनील देशपांडे ☆
कधी आणि कोठे
दिनांक २३ मार्च २०२४ शनिवार रोजी सकाळी सहा वाजता, गणराज चौकातील ए बी झेड मॉल शेजारील मैदानात
अवयव दान जागृती साठी वॉकॅथॉन! ५ किमी अंतर
कशासाठी?
‘तंदुरुस्त रहा आणि अवयवदान करा’
हा संदेश देण्यासाठी!
फेडरेशन ऑफ ऑर्गन ॲंड बॉडी डोनेशन म्हणजेच अवयवदान आणि देहदान महासंघ आणि ‘रोटरी क्लब ऑफ पूना नॉर्थ’ या दोन सक्षम संस्था ज्युपिटर हॉस्पिटल यांच्या सहकार्याने आपणा सर्वांसाठी आयोजित करीत आहेत हे ‘चालसत्र’
वॉकॅथॉन पूर्ण झाल्यावर १०० जणांची लकी ड्रॉ सिस्टीम ने निवड होईल आणि त्यांना १ लाख रुपयाची रोख बक्षिसे
नोंदणी कशी पूर्ण करायची?
गूगल फॉर्म भरणे + upi id वर १०० रुपये ऑनलाइन भरणे✔️
Registration link :https://tinyurl.com/PUNE2024WALKTHON
+
ऑनलाईन पेमेंट at UPI ID: thefedera98200@barodampay
(नोंदणी शुल्क फक्त रुपये १००)
पुढील अपडेट साठी व्हॉट्स ॲप ग्रुप join करा:
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अधिक माहितीसाठी संपर्क –
कल्याणी टोकेकर: ९८५०९६६१०१ प्रशांत पागनीस : ८५३००८५०५४
वाट पाहू नका लवकरात लवकर, आजच, नव्हे, आत्ताच ऑनलाइन शंभर रुपये भरून नोंदणी करा.
शब्दसेतू साहित्य मंच, पुणे यांनी मराठी भाषा गौरव दिनानिमित्त आयोजित केलेल्या काव्यस्पर्धेत भावगीत या प्रकारात, आपल्या समुहातील ज्येष्ठ साहित्यिका सुश्री दीप्ती कुलकर्णी यांना प्रथम क्रमांक पुरस्कार प्राप्त झाला आहे.
💐 ई-अभिव्यक्ती परिवारातर्फे सुश्री दीप्ती कुलकर्णी यांचे मनःपूर्वक अभिनंदन आणि पुढील वाटचालीसाठी हार्दिक शुभेच्छा. 💐
संपादक मंडळ
ई अभिव्यक्ती मराठी
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
शब्दसेतू साहित्य मंच, पुणे यांनी मराठी भाषा गौरव दिनानिमित्त आयोजित केलेल्या काव्यस्पर्धेत वृत्तबद्ध या प्रकारात, आपल्या समुहातील ज्येष्ठ साहित्यिका सुश्री अरुणा मुल्हेरकर यांना उत्कृष्ट काव्य लेखन पुरस्कार प्राप्त झाला आहे.
💐 ई-अभिव्यक्ती परिवारातर्फे सुश्री अरुणा मुल्हेरकर यांचे मनःपूर्वक अभिनंदन आणि पुढील वाटचालीसाठी हार्दिक शुभेच्छा. 💐
संपादक मंडळ
ई अभिव्यक्ती मराठी
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
शब्दसेतू साहित्य मंच, पुणे यांनी मराठी भाषा गौरव दिनानिमित्त आयोजित केलेल्या काव्यस्पर्धेत लावणी या प्रकारात, आपल्या समुहातील ज्येष्ठ साहित्यिका सौ.मंजिरी येडूरकर यांना उत्कृष्ट काव्य लेखन पुरस्कार प्राप्त झाला आहे.
💐 ई-अभिव्यक्ती परिवारातर्फे सौ.मंजिरी येडूरकर यांचे मनःपूर्वक अभिनंदन आणि पुढील वाटचालीसाठी हार्दिक शुभेच्छा. 💐
संपादक मंडळ
ई अभिव्यक्ती मराठी
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
प्रामुख्याने ‘अंतराळ विज्ञान‘ या विषयावर अभ्यासपूर्ण आणि विस्तृत लेखन सातत्याने करणारे आपल्या समूहातील ज्येष्ठ लेखक म्हणजे श्री. राजीव पुजारी. “अंतराळ वेध“ या नावाचे त्यांचे पुस्तकही नुकतेच प्रकाशित झाले आहे. आता ‘सर्वद फौंडेशन, मुंबई यांच्यातर्फे साहित्यातील भरीव आणि प्रचंड कार्याबद्दल दिला जाणारा सन्मान्य “राज्यस्तरीय स्टार साहित्य पुरस्कार“ (२०२४) श्री. पुजारी यांना दिला जात आहे.
💐ई-अभिव्यक्ती समूहातर्फे श्री. पुजारी यांचे मनःपूर्वक अभिनंदन, आणि पुढील अशाच यशस्वी साहित्यिक वाटचालीसाठी असंख्य हार्दिक शुभेच्छा. 💐
संपादक मंडळ
ई अभिव्यक्ती मराठी
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
☆ महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी, मुंबई द्वारा श्री संजय भारद्वाज को छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्रीय एकता सम्मान – अभिनंदन ☆
पुणे के सुप्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार, स्तंभलेखक एवं समाजसेवी श्री संजय भारद्वाज जी को महाराष्ट्र सरकार की महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी ने वर्ष 2023-24 का छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्रीय एकता पुरस्कार देने की घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि श्री संजय भारद्वाज जी हिंदी आंदोलन परिवार के संस्थापक-अध्यक्ष हैं। हिंदी आंदोलन परिवार विगत तीस वर्ष से पुणे में हिंदी और भारतीय भाषाओं के विभिन्न साहित्यिक आयोजनों द्वारा राष्ट्रीय एकता के लिए अनवरत कार्य कर रहा है। हिंआंप अब तक लगभग 300 ऐसे कार्यक्रम कर चुका।
कवि, लेखक, नाटककार, समीक्षक, रंगकर्मी, संचालक, हिंदी प्रचारक, अनुवादक, संपादक के रूप में संजय भारद्वाज की विशिष्ट सेवाएँ हैं। विभिन्न विधाओं में उनकी 9 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। गत पाँच वर्ष से देश के चार समाचारपत्रों में अविराम प्रकाशित उनका साप्ताहिक स्तंभ ‘संजय उवाच’ विशेष लोकप्रिय है। ‘संजय दृष्टि’ नामक उनका दैनिक स्तंभ भी लगभग पाँच वर्ष से जारी है। ऑस्कर अवार्ड कमेटी की दो तकनीकी पुस्तकों का आपने अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद किया है। देश की प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में आपके लेख नियमित रूप से प्रकाशित होते रहते हैं। आकाशवाणी के लिए रेडियो.नाटक और रूपकों का लेखन आपने किया है। आपके बड़ी संख्या में नाटक और एकांकी लिखे हैं। 30 से अधिक डॉक्युमेंट्री फिल्में आपने लिखी हैं।
श्री संजय भारद्वाज जी सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के हिंदी मंडल, महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिति महामंडल के हिंदी विषयक कार्यसमूह, महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के सदस्य के रूप में अपनी सेवाएँ दे चुके हैं। डीडी सह्याद्रि के ‘साहित्य सरिता’ कार्यक्रम के अनेक अंकों के लिए अतिथि संचालन किया। आप एक वृद्धाश्रम के न्यासी भी हैं।
श्री संजय भारद्वाज जी को 50 से अधिक सम्मान मिल चुके हैं। इनमें हिन्दी साहित्य तथा रंगमंच के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत की पूर्व राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभादेवी पाटील के हाथों ‘ विश्व वागीश्वरी सम्मान’, हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये ‘हिन्दी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग’ द्वारा ज्ञानपीठ विजेता डॉ. निर्मल वर्मा के हाथों ‘सम्मेलन सम्मान’, श्रेष्ठ हिंदी साहित्य और समाज सेवा के लिए पद्मभूषण पं झाबरमल शर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार कोलकाता, हिंदी साहित्य की सेवा के लिए महाराष्ट्र राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा ‘साहित्य सेवा सम्मान’, साहित्य मंडल श्रीनाथद्वारा, राजस्थान द्वारा साहित्य सेवा सम्मान, विभिन्न भारतीय भाषाओं के बीच सेतु का काम करने के लिए गुरुकुल प्रतिष्ठान, पुणे द्वारा ‘अंतरभारती सम्मान’, हिंदी-उर्दू के बीच पुल का काम करने के लिए ‘अमीने- अदब’ सम्मान आदि प्रमुख हैं।
श्री संजय भारद्वाज जी ने इस पुरस्कार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह वागीश्वरी माँ सरस्वती की अनुकंपा, माँ-पिता के आशीर्वाद और परिजनों- आत्मीयजनों की स्वस्तिकामनाओं का परिणाम है। उन्होंने महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
सचिव
हिंदी आंदोलन परिवार
💐 ई- अभिव्यक्ति परिवार की ओर से श्री संजय भारद्वाज जी को इस विशिष्ट उप्लब्धि के लिए हार्दिक बधाई 💐
≈ श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈
🙏 💐 साहित्य के गुरू द्रोण : डॉ. राजकुमार तिवारी “सुमित्र” जी – विनम्र श्रद्धांजलि 💐🙏
विगत दिवस ‘जबलपुर व्यंग्यम परिवार’ के सदस्यों द्वारा साहित्य के गुरु द्रोण डॉ. राजकुमार तिवारी “सुमित्र ” जी को भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
जय नगर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में देश के ख्यातिलब्ध कथाकार एवं व्यंग्यकार डॉ. कुंदन सिंह परिहार ने श्री ‘सुमित्र’ जी के साथ बीते हुए समय को याद करते हुए कहा कि श्री सुमित्र जी के जाने से वह पीढ़ी समाप्त हो गई जो जबलपुर और देश प्रदेश के साहित्यकारों के व्यक्तिव और कृतित्व के इतिहास के साथ उन्होंने ख्याति लब्ध साहित्यकारों के साथ समय गुजारा था. सुमित्र जी ने नये लोगों को भरपूर प्रोत्साहन दिया और लेखकों की एक पीढ़ी तैयार की. सुमित्र जी का एक व्यंग्य संग्रह भी प्रकाशित हुआ, उन्होंने नयी पीढ़ी को व्यंग्य लिखने की प्रेरणा दी.
प्रसंगवश वरिष्ठ व्यंग्यकार श्री अभिमन्यु जैन ने स्व. सुरेश सरल जी के संदर्भ में कहा कि जैसा उनका नाम है वे उतने ही सरल और सहज थे उन्होंने कहा जब व्यंग्य स्थापित होने के लिए संघर्ष कर रहा था एसे समय उन्होंने बहुत ही उत्कृष्ट व्यंग्य के साथ साथ व्यंग्य कॉलम भी लिखे. उनके लिखे व्यंग्य से व्यंग्य लिखने वालों की एक पीढ़ी तैयार हुई. उन्होंने महान जैन साधक संत पर विद्याधर से विद्यासागर नामक उपन्यास लिखा जिसकी पूरे देश में चर्चा हुई. उन्होंने अनेक जैन साधु संत पर पुस्तकें लिखी हैं. स्व सुमित्र जी ने नयी पीढ़ी को व्यंग्य लिखने की प्रेरणा दी.
वरिष्ठ व्यंग्यकार श्री यशोवर्धन पाठक जी ने कहा मैं उनके कारण ही लेखक बना. व्यंग्यकार पत्रकार श्री प्रतुल श्रीवास्तव जी ने उनकी सरलता की चर्चा करते हुये उनके व्यक्तित्व और समाज को दिय अवदान को रेखांकित किया. कवि व्यंग्यकार श्री सुरेश विचित्र जी एवं कहानी-व्यंग्यकार रमाकांत ताम्रकार ने उनके साथ अपने अपने अनुभव साझा किए.
इस अवसर पर संस्कार धानी के व्यंग्यकार एवं जैन मुनियों पर केंद्रित साहित्य की रचना करने वाले सुप्रसिध्द श्री सुरेश सरल जी, साहित्यकार, शिक्षाविद श्री गोकर्ण नाथ शुक्ल जी तथा समाजसेविका, शिक्षाविद श्रीमती अंजलि शुक्ला के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर जबलपुर व्यंग्यम परिवार के सर्व श्री द्वारका गुप्त, श्री यू एस दुबे, श्री ओ. पी. सैनी, श्री दया शंकर मिश्रा उपस्थित थे. संचालन देश के प्रसिद्ध कहानी और व्यंग्य लेखक श्री जय प्रकाश पाण्डेय जी ने किया।
🙏 ई-अभिव्यक्ति परिवार की ओर से डॉ राजकुमार तिवारी ‘सुमित्र’ जी को विनम्र श्रद्धांजलि 🙏
≈ संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडल (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’/श्री जय प्रकाश पाण्डेय ≈