विश्वयोग दर्शन, केंद्र मिरज-सांगली या संस्थेतर्फे आयोजित करण्यात आलेल्या योग निबंध स्पर्धेत आपल्या समुहातील ज्येष्ठ लेखिका सौ. पुष्पा प्रभुदेसाई यांना तृतीय पुरस्कार प्राप्त झाला आहे. त्यांच्या या यशाबद्दल ई अभिव्यक्ती समुहाकडून त्यांचे मनःपूर्वक अभिनंदन आणि शुभेच्छा !
त्यांचा पुरस्कार प्राप्त लेख “प्राणायाम… एक वैज्ञानिक अभ्यास…” आजच्या अंकात प्रकाशित करीत आहोत.
संपादक मंडळ
ई अभिव्यक्ती मराठी
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
☆ श्री संतोष नेमा ‘संतोष’ की कृतियों सुमित्र संस्मरण’ एवं अधरों पर मुस्कान का विमोचन☆ साभार – मंथनश्री, पाथेय एवं डायनामिक संवाद टी वी ☆
जबलपुर। मंथनश्री एवं पाथेय संस्था के तत्वावधान में श्री संतोष नेमा ‘संतोष’ की दो कृतियों सुमित्र संस्मरण एवं अधरों पर मुस्कान दोहावली का विमोचन आज 8 फरवरी को सायं 5 बजे से कला वीधिका, रानी दुर्गावती संग्रहालय में आयोजित है।
समारोह संयोजक राजेश पाठक ‘ प्रवीण ‘ ने बताया कि इस अवसर पर श्री अशोक मनोध्या, पं. संतोष शास्त्री, डॉ.विजय तिवारी ‘किसलय’, डॉ. सलमा ‘ जमाल’, श्रीमती अर्चना द्विवेदी ‘ गुदालू’, मदन श्रीवास्तव,डॉ. गोपाल दुबे, रूपम बाजपेयी, कविता नेमा, कु. आराध्या तिवारी ‘ प्रियम ‘ को सम्मानित किया जायेगा।
समारोह के मुख्य अतिथि मदन तिवारी वरिष्ठ समाजसेवी हैं। अध्यक्षता महाकवि आचार्य भगवत दुबे करेंगे । विशिष्ट अतिथि महामहोपाध्याय डॉ. हरिशंकर दुबे, अमरेन्द्र नारायण वरिष्ठ पत्रकार गंगा पाठक, विजय बागरी एवं प्रतुल श्रीवास्तव होंगे । मंथनश्री से आशुतोष तिवारी एवं कविता राय ने समस्त साहित्य प्रेमियों से कार्यक्रम में उपस्थिति की अपील की है।
साभार – मंथनश्री, पाथेय एवं डायनामिक संवाद टी वी
≈ श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’ ≈
☆ प्रयोगशील लघुकथाएं आमंत्रित – श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय प्रकाश करेंगे शिरकत ☆
(1) एक या दो लघुकथा और
(2) इनमें आपने अपना प्रयोग किस स्तर पर किया है?
भाषा, शिल्प, कथ्य, कहन, शैली आदि किस स्तर पर और किस तरह का प्रयोग किया हैं?* (कम से कम 200 शब्दों में और अधिकतम 1000 शब्दों में लिखें।)
सभी साहित्यप्रेमी लघुकथाकारों, लेखकों और रचनाकारों से आग्रह है कि वे अपनी प्रयोगशील लघुकथाओं को हमारे साथ साझा करें। हम वरिष्ठ, कनिष्ठ, मध्यम श्रेणी के साहित्यकारों और नवोदित लेखकों से, जिन्होंने अभी लघुकथा लिखना आरंभ किया हो, उन सभी से समान रूप से लघुकथाएं आमंत्रित करते हैं। चाहे आप एक अनुभवी साहित्यकार हों या लिखने की यात्रा शुरू कर रहे हों, आपकी प्रयोगशील लघुकथाएं का मौलिकता और रचनात्मकता के साथ का स्वागत करते हैं। लघुकथा और उसकी प्रयोगशीलता —-
आप किसी भी वर्ग या श्रेणी के लघुकथाकार हैं, आप अपनी दो-दो लघुकथाएं भेज सकते हैं। प्रयोगशील लघुकथा के साथ अपना मंतव्य भेजना अनिवार्य है। आपने यह लघुकथा कब, क्यों और कैसे लिखी? अर्थात यह लघुकथा दिमाग में कैसे आई और किस प्रक्रिया के तहत कागज पर उतरी हैं? इसमें आपने अपना प्रयोग किस स्तर पर किया है? भाषा, शिल्प, कथ्य, कहन, शैली आदि किस स्तर पर और किस स्तर का प्रयोग किया हैं? यह बताना अनिवार्य है।
निर्देश:
आपकी लघुकथाएं मौलिक, प्रकाशित और अप्रकाशित हो सकती हैं।
लघुकथा भेजने के बाद, कम से कम 8 महीने तक पत्राचार न करें, क्योंकि यह एक लंबी और शोध आधारित प्रक्रिया है।
चयनित रचनाओं को एक शोधग्रंथ या पुस्तकाकार रूप में प्रकाशित किया जाएगा।
प्रकाशन प्रक्रिया:
इस प्रक्रिया के अंतर्गत सभी श्रेणियों की लघुकथाएं का चयन होगा। यह पुस्तक विशिष्ट प्रक्रिया और रचनात्मकता को नई पहचान देगी, बल्कि साहित्य जगत में लघुकथाओ के योगदान को भी रेखांकित करेगी।
आइए, इस रचनात्मक यात्रा का हिस्सा बनें और अपनी (1) एक या दो लघुकथा और (2) इसमें आपने अपना प्रयोग किस स्तर पर किया है? भाषा, शिल्प, कथ्य, कहन, शैली आदि किस स्तर पर और किस तरह का प्रयोग किया हैं? को हमारे साथ सांझा करें।
≈ श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’ ≈
☆ विश्व पुस्तक मेले में बाल साहित्य को मिला प्रतिनिधित्व – श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय प्रकाश करेंगे शिरकत ☆
नई दिल्ली: (निप्र)। विश्व पुस्तक मेले के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में लेखक मंच का कार्यक्रम नियमित रूप से संचालित होता है। जिसमें देश भर से पधारे हुए और आमंत्रित साहित्यकार भाग लेते हैं। इसी तारतम्य में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास नई दिल्ली द्वारा आयोजित 9 फरवरी 2025 को 12:00 बजे, आज के युवाओं की एक ज्वलंत समस्या पर एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजित कार्यक्रम में प्रसिद्ध बाल साहित्यकार ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ भी शिरकत करेंगे। जिसका विषय है- सोशल मीडिया के युग में बाल एवं युवा साहित्य का बदलता स्वरूप। जिसमें बाल साहित्यकार क्षत्रिय जी, बाल और युवा के बदलते साहित्य के स्वरूप पर अपनी बात रखेंगे। स्मरण रहे कि इस पैनल-चर्चा में देश भर के कई जानेमाने साहित्यकार भी भाग लेंगे। जिनमें श्री लक्ष्मी शंकर बाजपेयी, सुश्री अनीता चाँद, श्री ओम प्रकाश क्षत्रिय, सुश्री तरुणा पुंडीर, डॉ नीतू सिंह राय जी प्रमुख हैं।
इस कार्यक्रम का संयोजन एशियन लिटरेचर समिति द्वारा किया जा रहा है। जिसका प्रसारण भारत सरकार द्वारा विभिन्न माध्यम से किया जाएगा।
ई- अभिव्यक्ति परिवार की ओर से श्री ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ जी को इस विशिष्ट उप्लब्धि के लिए हार्दिक बधाई
≈ श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’ ≈
आपल्या समुहातीलज्येष्ठ साहित्यिका सौ. ज्योत्स्ना तानवडेयांना, साकव्य पुणे विभागीय मेळाव्यात काव्यलेखन स्पर्धेत, त्यांच्या‘आनंदाचे शिंपण’या कवितेला उत्तेजनार्थ पारितोषिक मिळाले आहे.
ई अभिव्यक्ती समुहातर्फे त्यांचे मनःपूर्वक अभिनंदन आणि शुभेच्छा 💐
आज त्यांची पुरस्कार प्राप्त कविता प्रकाशित करीत आहोत.
संपादक मंडळ
ई अभिव्यक्ती मराठी
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – श्रीमती उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
आपल्या समूहातील ज्येष्ठ लेखिका सुश्री राधिका भांडारकर यांना, साहित्यातील भरीव आणि प्रचंड कार्याबद्दल ‘सर्वद फाउंडेशन‘ यांच्यातर्फे राज्य पातळीवर देण्यात येणारा “कवी कुसुमाग्रज साहित्य पुरस्कार“ नुकताच प्रदान करण्यात आला आहे.
या पुरस्काराबद्दल सुश्री राधिकाताई यांचे आपल्या सर्वांतर्फे अतिशय मनःपूर्वक अभिनंदन, आणि त्यांच्या यापुढील अशाच यशस्वी साहित्यिक वाटचालीसाठी असंख्य हार्दिक शुभेच्छा.💐
संपादक मंडळ, ई-अभिव्यक्ती (मराठी)
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – सौ. उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
आपल्या समूहातील ज्येष्ठ साहित्यिका डॉ. शैलजा करोडे यांना दि. १७ जानेवारी २०२५ रोजी HAPPAY या बहुराष्ट्रीय संस्थेद्वारा ‘ Lead-her-Ship ‘ या कार्यक्रमाअंतर्गत
LIFETIME ACHIEVEMENT AWARD …. जीवन गौरव पुरस्कार देऊन सन्मानित करण्यात आले.
या प्रतिष्ठेच्या पुरस्काराच्या मानकरी ठरलेल्या डॉ. शैलजाताईंचे आपल्या सर्वांतर्फे अगदी मनःपूर्वक अभिनंदन आणि असंख्य शुभेच्छा. 💐
संपादक मंडळ, ई-अभिव्यक्ती (मराठी)
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – सौ. उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈
💐 अट्टहास के प्रधान संपादक श्री अनूप श्रीवास्तव जी नहीं रहे – विनम्र श्रद्धांजलि 💐
अभी हम स्मृति शेष जय प्रकाश पांडे जी के अवसान से उबर भी नहीं पाए और एक और दुःखद समाचार मिला. य़ह व्यंग्य के क्षेत्र की अपूरणीय क्षति है.
अभी नवंबर 24 में कादम्बरी सम्मान समारोह में अनूप जी जबलपुर आए थे तब 3 दिन स्मृति शेष व्यंग्यकार श्री जय प्रकाश पांडे जी तथा मैं उनके साथ रहे और अट्टहास पत्रिका हम लोगों को सौंप कर वे निश्चिंत होना चाह रहे थे। इस बाबत उन्होंने हम लोगों से गहन चर्चा भी की थी. इसके साथ ही व्यंग्य की स्थिति और उसके उन्नयन पर बहुत ही सार्थक चर्चा की. 10 नवम्बर 24 को एक भव्य आयोजन में उन्होंने जबलपुर के व्यंग्यकारों को अट्टहास और माध्यम परिवार की ओर से व्यंग्य गौरव अलंकार से सम्मानित किया था. आप अपनी अगली पीढ़ी को व्यंग्य की बारीकियां समझाते और उन्हें अपनी पत्रिका में स्थान भी देते थे.
व्यंग्य के प्रकाश पुंज को ईश्वर अपने श्री चरणों में स्थान दें.
प्रस्तुति – श्री रमाकांत ताम्रकार, जबलपुर
💐 ई- अभिव्यक्ति परिवार की ओर से स्मृतिशेष अनूप श्रीवास्तव जी को विनम्र श्रद्धांजलि 💐
– श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक (हिन्दी) – श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव ‘विनम्र’ ≈
आपल्या समूहातील ज्येष्ठ लेखिका व कवयित्री डॉ. शैलजा करोडे यांचा “माणुसकी“ हा कथासंग्रह आणि “हुंकार काळजाचा“ हा कवितासंग्रह — अशी दोन पुस्तके नुकतीच प्रकाशित झाली आहेत.
यासाठी डॉ. शैलजाताईंचे आपल्या सर्वांतर्फे मनःपूर्वक अभिनंदन, आणि त्यांच्या यापुढील अशाच समृद्ध साहित्यसेवेसाठी हार्दिक शुभेच्छा.💐
आजच्या अंकात करून घेऊ या त्यांच्या “माणुसकी“ या कथासंग्रहाचा परिचय — “पुस्तकावर बोलू काही“ या सदरामध्ये.
संपादक मंडळ, ई-अभिव्यक्ती (मराठी)
≈संपादक – श्री हेमन्त बावनकर/सम्पादक मंडळ (मराठी) – सौ. उज्ज्वला केळकर/श्री सुहास रघुनाथ पंडित /सौ. मंजुषा मुळे/सौ. गौरी गाडेकर≈